18 bonded laborers were freed

जुल्म की दास्तां: सालों से न पेट भर खाना खाया और न पिया पानी, काम करवाने के बाद कमरे में बंद कर ताला लगा देता था मालिक; पढ़ें इन बंधुआ मजदूरों की कहानी

18 bonded laborers were freed

18 bonded laborers were freed

18 bonded laborers were freed- कर्नाटक के हासन जिले के चेलुवनहल्ली गांव में बुधवार को एक जमींदार के चंगुल से 18 बंधुआ मजदूरों को छुड़ाया गया और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी मुनेश ने पीड़ितों, ज्यादातर अनाथों और बेसहारा लोगों को बस स्टेशन एवं रेलवे स्टेशनों से काम करने और बेहतर सुविधाओं का झांसा दिया था।

आरोपी मुनेश इन सभी को गाड़ी में बैठाकर अपनी जमीन पर ले जाता था और काम कराता था। काम के बाद वह उन्हें वापस फार्महाउस ले जाता और ताला लगा देता। पुलिस ने कहा कि पीड़ितों को न तो ठीक से खाना दिया गया और न ही उन्हें फार्महाउस से बाहर जाने दिया गया।

पीड़ितों को पहनने के लिए कपड़े और नहाने के लिए पानी भी नहीं दिया जाता था। पुलिस ने एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए फार्महाउस पर छापा मारा और मजदूरों को मुक्त कराया।

आरोपी पूर्व में तीन बार इसी तरह के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस ने कहा कि यह चौथी बार है जब उसे गिरफ्तार किया गया है।

बांसवाड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और मामले की जांच की जा रही है।