Wrestlers Protest Against WFI: पहलवानों ने WFI के खिलाफ खोला मोर्चा, धरने पर बैठे, बोले- संघ शोषण करता है

विडंबना! भारत के पदकवीर आज प्रोटेस्ट पर; पहलवानों ने WFI के खिलाफ खोला मोर्चा, धरने पर बैठे, बोले- संघ शोषण करता है, हम कैसे कुश्ती को जिंदा रख पाएंगे

Wrestlers Protest Against WFI

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Wrestlers Protest Against WFI: देश के नामचीन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर पहलवानों का धरना-प्रदर्शन आज लगातार दूसरे दिन भी जारी है। प्रदर्शन में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित अन्य महिला और पुरुष पहलवानों द्वारा एक सुर में भारतीय कुश्ती महासंघ के चीफ बृजभूषण शरण सिंह को पद से हटाने और उनके खिलाफ जांच बैठाने की मांग की जा रही है। बृजभूषण शरण सिंह के साथ-साथ कुश्ती महासंघ के अन्य अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप हैं।

विनेश फोगाट दर्द बताते हुए रो पड़ीं

Wrestlers Protest Against WFI
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बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप

धरने पर बैठे पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के चीफ बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण तक के आरोप लगाए है। आरोप हैं कि, बृजभूषण शरण सिंह महिला पहलवानों का यौन शोषण करते हैं। पहलवानों का दावा है कि ये आरोप झूठे नहीं हैं। महिला पहलवानों ने वास्तविकता में इस चीज को साहा है और अब यह नहीं साहा जाएगा। पहलवानों का कहना है कि, अब वह आवाज उठाने को मजबूर हैं। क्योंकि उन्हें अपनी कुश्ती को जिंदा रखना है।

संघ चीफ बोले- सारे आरोप झूठे

इधर, भारतीय कुश्ती महासंघ के चीफ बृजभूषण शरण सिंह ने पहलवानों के सारे आरोपों को सिरे से नकार दिया है। उनका कहना है कि, पहलवानों द्वारा उनपर लगाए जा रहे सभी आरोप गलत हैं। वह यौन उत्पीड़न के आरोपों से बेहद आहत हुए हैं। बृजभूषण ने कहा कि 97% खिलाड़ी WFI के साथ हैं। बतादें कि, बृजभूषण सिंह यूपी के कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद हैं। 2011 से कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर बने हुए हैं, उनकी इमेज दबंग वाली है।

खेल मंत्रालय ने 72 घंटे में मांगा जवाब

फिलहाल, खेल मंत्रालय ने अब भारतीय कुश्ती महासंघ से 72 घंटे में जवाब मांगा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, केंद्रीय खेल मंत्रालय ने मामले को नोटिस में लिया है और WFI को 72 घंटे में जवाब देने के लिए कहा गया है। सारी बातें गंभीरता से ली गई हैं। मुझे भरोसा है कि भारत सरकार इस पर कोई ठोस कदम उठाएगी। यह गंभीर विषय है और इससे खिलाड़ियां का मनोबल टूटता है। वहीं, खट्टर ने कहा कि अगर हमारे पास कोई विषय आएगा तब हम उस पर संज्ञान लेंगे। हम खेल विभाग में खिलाड़ियों की सुरक्षा पर विचार कर जो भी आवश्यकता होगी वह पूरा करेंगे।

बीजेपी नेता बबीता फोगाट धरने में पहुंची

बतादें कि, चैंपियन पहलवान और भाजपा नेता बबीता फोगाट भी पहलवानों के धरने में पहुंची हुईं थीं। उन्होंने कहा कि, मेरी कोशिश है कि मैं आज ही समाधान करवा दूं। ये कोई छोटी चीज़ नहीं है, धुआं वहीं उठता है जहां आग लगी होती है। मैं भरोसा दिलाती हूं कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। वहीं बबीता फोगाट के पहुंचने पर साक्षी मलिक ने कहा कि बबीता फोगाट सरकार की तरफ से आईं हैं और हमने भी अपनी बात उनके सामने रखी है। उन्होंने आश्वस्त किया है कि वो हमारे साथ हैं और हमारी मांगें पूरी करवाएंगी। लेकिन हमारा धरना तब तक जारी रहेगा जब तक कोई क्लैरिटी नहीं आ जाती।

DCW चीफ स्वाति मालीवाल धरने में पहुंची

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी पहलवानों के धरना-प्रदर्शन में पहुंची हुईं थी और उन्हें हर संभव मदद देने की बात कही। न्याय दिलाने की बात कही। स्वाति मालीवाल ने कहा कि मेरे दिल्ली पुलिस और खेल मंत्रालय से सवाल है- FIR क्यों नहीं हुई और WFI अध्यक्ष को गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया, उनसे इस्तीफा क्यों नहीं लिया, जांच क्यों नहीं शुरू हुई, खेल मंत्री या उनके प्रतिनिधि खिलाड़ियों से मिलने क्यों नहीं आए और मामले की जांच कौन करेगा?

पहलवान बजरंग पूनिया बोले- प्रदर्शन को राजनीतिक मुद्दा न बनाएं

इधर, पहलवान बजरंग पूनिया ने राजनेताओं को साफ हिदायत दी है कि वे पहलवानों के प्रदर्शन को राजनीतिक मुद्दा न बनाएं। बतादें कि, CPM नेता वृंदा करात आज पहलवानों के प्रदर्शन में शामिल होने पहुंची थीं। जहां इस दौरान बजरंग पूनिया ने उनको मंच से नीचे जाने के लिए कहा। साथ ही बजरंग पूनिया ने किसी को माइक न देने की बात कही।

कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार को घेरा

इधर, कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह छोटी बात नहीं है। आरोप किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं लगाए गए। यह दुर्भाग्य की बात है कि सरकार की जानकारी में लाने के बाद भी इस पर कार्रवाई नहीं हुई। हुड्डा ने कहा कि खिलाड़ी अलग-अलग प्रदेशों से आते हैं। इसलिए इसमें सर्वोच्च न्यायलय की निगरानी में समय निर्धारित CBI की जांच हो। सरकार का 'बेटी बचाओ, बटी पढ़ाओ' का नारा था जो आज खोखला दिखाई दे रहा है। भारत सरकार हमारी देश की बेटियों के लिए तुरंत कार्रवाई करे। हमारी मांग है कि कुश्ति संघ को तुरंत बर्खास्त किया जाए और कुश्ति संघ के अधिकारियों पर सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज़ किया जाए और क़ानूनी कार्रवाई की जाए।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला क्या बोले?

WFI के खिलाफ पहलवानों के विरोध प्रर्दशन पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि, सरकार को तुरंत इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। इससे हमारे मुल्क पर धब्बा लगता है। अगर हमें दुनिया में चमकना है तो इस तरफ देखना चाहिए। भारत में सुनना बहुत जरूरी है और फिर तहकीकात करनी चाहिए।

वहीं, राजस्थान राज्य खेल परिषद अध्यक्ष व कांग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया ने भी प्रधानमंत्री से अपील की कि वह उन रेसलरों को न्याय दिलाएं। कृष्णा पूनिया ने कहा कि हमारी बेटियों का शोषण हो रहा हो और ऐसे ऊंचे स्तर पर किया जा रहा है और हम मेडल लाने की बात करते हैं। जब लड़कियों का शोषण होगा तो देश में मेडल कैसे आएंगे? एक महिला और एथलीट होने के नाते मैं चिंतित हूं कि उनके साथ क्या होगा।