क्या धर्मेंद्र-शबाना आज़मी की ऑनस्क्रीन मोहब्बत अब बनेगी पूरी फिल्म?" करण जौहर ने किया इशारा!

क्या धर्मेंद्र-शबाना आज़मी की ऑनस्क्रीन मोहब्बत अब बनेगी पूरी फिल्म?" करण जौहर ने किया इशारा!

करण जौहर की फिल्म

 

dharmendra: करण जौहर की फिल्म "रॉकी और रानी की प्रेम कहानी" ने बॉक्स ऑफिस पर जितनी धूम मचाई, उससे कहीं ज्यादा सुर्खियां बटोरीं इसके दो खास किरदारों ने धर्मेंद्र और शबाना आज़मी। दोनों दिग्गज कलाकारों के बीच फिल्म में दिखाया गया मोहब्बत का किस्सा न केवल भावुक था, बल्कि उस उम्र में प्रेम को दर्शाने का साहसिक प्रयास भी। अब जब खुद करण जौहर ने इशारा किया है कि वह इस जोड़ी की प्रेमकहानी पर एक अलग फिल्म बनाने का विचार कर रहे हैं, तो दर्शकों की उत्सुकता और भी बढ़ गई है।

जब उम्र थम जाती है और प्यार बोल उठता है

"रॉकी और रानी" में धर्मेंद्र और शबाना आज़मी के किरदारों, कंवल लूथरा और जमिनी चौटाला की अधूरी प्रेम कहानी ने दर्शकों के दिलों को छू लिया था। दोनों अपने-अपने जीवन में शादीशुदा होने के बावजूद एक-दूसरे के लिए मन में प्यार छुपाए हुए थे। दशकों बाद जब वे फिर मिले, तो आंखों में वही चमक, वही चाहत फिर से लौट आई।फिल्म में एक किसिंग सीन ने सबसे ज्यादा चर्चा बटोरी। न सिर्फ इसलिए क्योंकि ये सीन दो सीनियर कलाकारों के बीच था, बल्कि इसलिए भी क्योंकि इसने समाज के उस टैबू को तोड़ा जिसमें 'बुजुर्गों का प्यार' या 'बुढ़ापे में मोहब्बत' को हंसी का विषय बना दिया जाता है। इस सीन के बाद से ही दर्शक इस लव स्टोरी के बारे में और जानना चाहते थे – कि आखिर इन दोनों के किरदारों का अतीत क्या था? कैसे मिले थे? क्या वजह थी कि उनका प्यार अधूरा रह गया?

करण जौहर का बड़ा इशारा

हाल ही में एक इंटरव्यू में करण जौहर से जब पूछा गया कि क्या वो कंवल-जमिनी की प्रेम कहानी पर अलग से कोई फिल्म बनाने का सोच रहे हैं, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया "मुझे इस जोड़ी ने खुद बहुत प्रभावित किया है। दर्शकों की प्रतिक्रिया भी जबरदस्त रही। अगर सही स्क्रिप्ट मिली, तो मैं जरूर इस कहानी को आगे बढ़ाऊंगा।" बस, इतने से ही फिल्म इंडस्ट्री में हलचल मच गई। सोशल मीडिया पर लोग इस ‘साइलेंट लव स्टोरी’ को एक अलग फिल्म में देखने की मांग करने लगे।

धर्मेंद्र और शबाना: अभिनय के दो शिखर, एक भावुक किस्सा

धर्मेंद्र अपने जमाने के सुपरस्टार रहे हैं, उनकी छवि माचो हीरो की रही है। वहीं शबाना आज़मी को गंभीर, संवेदनशील भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। जब ये दोनों कलाकार रॉकी और रानी में साथ आए, तो उम्र जैसे कोई दीवार न रही। दोनों के बीच की केमिस्ट्री इतनी सजीव थी कि देखने वालों को लगा "काश, इनकी पूरी प्रेम कहानी पर्दे पर देख पाते!”

क्या अब अधूरी कहानी होगी पूरी

अगर करण जौहर वाकई इस विचार पर फिल्म बनाते हैं, तो यह बॉलीवुड के लिए एक नई दिशा होगी। जहां एक ओर युवा प्रेम कहानियां दर्शकों को लुभाती हैं, वहीं दूसरी ओर परिपक्व उम्र का प्रेम जो अनुभवों से भरा, समाज से जूझता, मगर बेहद सच्चा होता है, वह अब भी पर्दे पर पूरी तरह नहीं उभरा है। यह फिल्म न केवल एक अधूरी मोहब्बत को नई ज़िंदगी देगी, बल्कि समाज को यह संदेश भी देगी कि प्यार की कोई उम्र नहीं होती।