‘युद्ध नशों विरुद्ध’: 164वें दिन, पंजाब पुलिस द्वारा 352 स्थानों पर छापेमारी; 95 नशा तस्कर काबू

War against Drugs
— इस ऑपरेशन के दौरान 62 एफआईआर दर्ज, 848 ग्राम हेरोइन, 10,000 रुपये की ड्रग मनी बरामद
— ‘डी-एडिक्शन’ हिस्से के तहत पंजाब पुलिस ने 58 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने का इलाज करवाने के लिए किया तैयार
चंडीगढ़, 12 अगस्त: War against Drugs: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा राज्य से नशे के खात्मे के लिए छेड़ी गई व्यापक नशा विरोधी मुहिम “युद्ध नशों विरुद्ध” को लगातार 164वें दिन जारी रखते हुए, पंजाब पुलिस ने आज 352 स्थानों पर छापेमारी की। इस दौरान राज्यभर में 62 एफआईआर दर्ज कर 95 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही, 164 दिनों में गिरफ्तार किए गए कुल नशा तस्करों की संख्या 25,640 हो गई है।
छापेमारी के दौरान पकड़े गए तस्करों के कब्जे से 848 ग्राम हेरोइन, 36,373 नशीली गोलियां/कैप्सूल और 10,230 रुपये की ड्रग मनी बरामद हुई।
यह ऑपरेशन पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर राज्य के सभी 28 पुलिस जिलों में एक साथ चलाया गया।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार ने नशा विरोधी अभियान की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी का गठन भी किया है।
विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने जानकारी दी कि 79 गज़टेड अधिकारियों की निगरानी में 1,100 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 120 से ज्यादा पुलिस टीमों ने राज्यभर में छापेमारी की। उन्होंने बताया कि दिनभर चले इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 375 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की।
विशेष डीजीपी ने कहा कि राज्य सरकार ने नशे के खात्मे के लिए तीन-स्तरीय रणनीति — प्रवर्तन (इन्फोर्समेंट), डी-एडिक्शन (डी-एडिक्शन) और रोकथाम (प्रिवेंशन) — लागू की है और पंजाब पुलिस ने ‘डी-एडिक्शन’ हिस्से के तहत आज 58 व्यक्तियों को नशा छुड़ाने और पुनर्वास इलाज के लिए तैयार किया है।