बाराबंकी में 28 साल की महिला सिपाही की हत्या: चेहरे को जलाया, शव कौवे नोंच रहे थे; 4 दिन से लापता थी

Barabanki Woman Constable Killed

Barabanki Woman Constable Killed

बाराबंकी: Barabanki Woman Constable Killed: जिले में तैनात महिला आरक्षी की हत्या कर दी गई है. आरक्षी की लाश मसौली थाना क्षेत्र में लखनऊ-बहराइच हाइवे पर बिंदौरा गांव के पास झाड़ियों में पाया गया. मौके पर आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार पहुंचे. फॉरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य कलेक्ट किए हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिला कांस्टेबल की हत्या किसी खास मकसद से की गई है. प्रथम दृष्टया दुष्कर्म की बात सामने नहीं आई है. महिला आरक्षी की हत्या उसी के साथी पुरुष कांस्टेबल द्वारा करने की बात सामने आ रही है. पुलिस फरार कांस्टेबल की तलाश कर रही है.

जानकारी के मुताबिक, महिला कांस्टेबल विमलेश जिले के सुबेहा थाने में तैनात थीं. उनकी स्पेशल ड्यूटी महादेवा एरिया में लगी थी. बुधवार सुबह उनकी लाश मिलने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी पहुंचे. फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. साथ ही आरोपी कांस्टेबल की तलाश की जा रही है.

आरोपी के खिलाफ दर्ज कराया था दुष्कर्म का केस: पुलिस महानिरीक्षक अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार ने बताया कि इस महिला आरक्षी की बातचीत एक पुरुष आरक्षी से होती थी. दोनों का मिलना-जुलना भी था. कुछ समय पहले महिला आरक्षी ने उस पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था. इसके बाद महिला आरक्षी ने कोर्ट में 164 के बयान में यह कहा कि दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली है और अब वह कोई कार्रवाई नहीं चाहती.

सबूतों के आधार पर होगी कार्रवाई : पुलिस महानिरीक्षक ने बताया कि यह किसी खास मोटिव से किया जाने वाला मर्डर है. अब तक जो भी एविडेंस सामने आए हैं, उसके हिसाब से यह हत्या उसी पुरुष कांस्टेबल साथी द्वारा की गई हत्या प्रतीत हो रही है. आरोपी पुरुष आरक्षी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है. जल्द ही उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जाएगी. जो भी फैक्ट्स सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी.

आरक्षी को मृतक आश्रित कोटे से मिली थी नौकरी : प्राप्त जानकारी के मुताबिक आरक्षी महिला विमलेश सुल्तानपुर जिले के जयसिंहपुर थाना क्षेत्र के अहिरौली भभोट की रहने वाली थी. पिता का नाम भारत पाल है. पिता अमेठी में पुलिस विभाग में फालोवर थे. पिता की मौत के बाद साल 2017 में मृतक आश्रित कोटे में विमलेश को नौकरी मिली थी. विमलेश चार बहनों में तीसरे नंबर पर थी. वह अभी अविवाहित थी और जिले के सुबेहा थाना में तैनात थी. उसकी महादेवा मेले में उसकी ड्यूटी लगी थी.