केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने 'कैंपस टैंक पंजाब' का किया शुभारंभ

Campus Tank Punjab
केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने 'कैंपस टैंक पंजाब' का शुभारंभ किया – भारत का अग्रणी विश्वविद्यालय-आधारित स्टार्टअप लॉन्चपैड, जो 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर के वित्तपोषण पूल के साथ छात्र नवप्रवर्तकों को सशक्त बनाने के लिए तैयार किया गया है।
विचार से लेकर प्रारंभिक निवेश तक, कैंपस टैंक पंजाब भारत के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र, उद्यमशीलता की प्रतिभा और उत्तरी क्षेत्र के युवा नवप्रवर्तकों के लिए निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करता है।
चंडीगढ़/मोहाली, 1 सितंबर, 2025: Campus Tank Punjab: केंद्रीय ऊर्जा, आवास एवं शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने “कैंपस टैंक पंजाब” का शुभारंभ किया। यह पहल 30 वर्ष से कम आयु के युवा नवप्रवर्तकों को उनके स्टार्टअप के लिए प्रारंभिक निवेश और फंडिंग प्राप्त करने हेतु एक वन-स्टॉप समाधान प्रदान करती है। इस कार्यक्रम के तहत 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का विशेष वित्तपोषण पूल उपलब्ध कराया गया है, जिससे छात्रों के स्टार्टअप विचारों को उच्च-प्रभावी उद्यमों में बदला जा सकेगा।
उद्घाटन अवसर पर संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा— "कैंपस टैंक न केवल भारत बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक बड़ी उपलब्धि है। पहले युवाओं को समर्थन के अभाव में उद्यम शुरू करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। परंतु आज स्थिति बदली है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इस समस्या को समझा और मुद्रा जैसी योजनाओं के माध्यम से युवाओं को उद्यमिता अपनाने और बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहित किया। अब युवाओं के लिए अनेक अवसर उपलब्ध हैं, लेकिन कुछ को अपेक्षित मौके नहीं मिल पाते। इस संदर्भ में कैंपस टैंक एक महत्वपूर्ण पहल है, जिससे एआईसीटीई से संबद्ध 23,000 से अधिक शिक्षण संस्थानों के छात्र लाभान्वित होंगे।"
उन्होंने आगे बताया कि कैंपस टैंक का लाभ उठाने के लिए अब तक 19,000 से अधिक छात्र स्टार्टअप पंजीकरण करा चुके हैं। इनमें से चयनित 300 स्टार्टअप को 6 मिलियन अमेरिकी डॉलर का वित्तपोषण उपलब्ध कराया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा— "प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 11 वर्षों में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। आज देश में 1.76 लाख से अधिक स्टार्टअप हैं, जिनमें से लगभग 75,000 महिलाओं द्वारा संचालित हैं। भारत के पास आज 115 से अधिक यूनिकॉर्न हैं। स्टार्टअप्स न केवल अपने संस्थापकों के लिए बल्कि हज़ारों अन्य लोगों के लिए भी रोज़गार के अवसर सृजित कर रहे हैं। आज के नौकरी चाहने वाले कल नौकरी देने वाले बनेंगे। आपकी सफलता राष्ट्र की प्रगति का आधार बनेगी। प्रधानमंत्री का लक्ष्य है कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र बने और इसे साकार करने में सभी का योगदान आवश्यक है।"
अपने संबोधन में राज्यसभा सांसद श्री सतनाम सिंह संधू ने कहा— "प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का लक्ष्य भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और इसी उद्देश्य से उन्होंने स्टार्टअप इंडिया जैसी ऐतिहासिक पहल शुरू की। इन कार्यक्रमों ने न केवल युवाओं के सपनों को समझा बल्कि उन्हें साकार करने के लिए पूंजी भी उपलब्ध कराई। इसका परिणाम आज सबके सामने है। 2014 में जहां भारत में केवल 400 स्टार्टअप थे, वहीं पिछले 11 वर्षों में यह संख्या बढ़कर 1.76 लाख से अधिक हो गई है। भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है। इन स्टार्टअप्स ने न केवल 12,000 से अधिक पेटेंट दर्ज कराए हैं बल्कि जून 2025 तक विभिन्न क्षेत्रों में अनुमानित 17.6 लाख प्रत्यक्ष रोजगार भी सृजित किए हैं। यह प्रगति 2014 की स्थिति की तुलना में अत्यंत उल्लेखनीय है।"
यह कार्यक्रम मोहाली स्थित एक निजी विश्वविद्यालय द्वारा एक टैलेंट प्लेसमेंट प्लेटफ़ॉर्म और एक निवेश फर्म के सहयोग से आयोजित किया गया।