training for cyber security

अब  सेवा निवृत्त पूर्व सैनिक साइबर सुरक्षा में  एक सफल करियर प्राप्त  कर सकते हैं

ISC

New Delhi/Punjab/ 2 December , 2022: Veteran Army Men can make a Career in Cyber Security 

शारीरिक, सामाजिक रूप से अक्षम उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं

साइबर सुरक्षा (Cyber Security) दुनिया भर के व्यक्तियों, कॉरपोरेट्स (Corporates) और सरकारों (Governments) के सामने एक चुनौती है। सभी स्तरों पर इससे निपटने के लिए कुशल लोगों की कमी के कारण स्थिति और विकट हो गई है। इंटरनेशनल इंफॉर्मेशन सिस्टम सिक्योरिटी सर्टिफिकेशन कंसोर्टियम (International Information System Security Certification Consortium) द्वारा किए गए शोध के अनुसार, लगभग 3Mn साइबर सुरक्षा पेशेवरों की वैश्विक कमी का अनुमान है। यह अतिशयोक्ति नहीं है। यह अनुमान लगाया गया है कि वैश्विक स्तर (Global Level) पर डिजिटल अर्थव्यवस्था की कीमत 11.5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर है, जो वैश्विक जीडीपी (Global GDP) के 15.5% के बराबर है; और साइबर सुरक्षा पिछले 15 वर्षों में वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद की तुलना में ढाई गुना तेजी से बढ़ा है। मृत्यु और करों की तरह, दुर्भाग्य से साइबर अपराध हमारी डिजिटल दुनिया में एक स्थायी स्थिति बन गया है, जिसमें शीर्ष डिजिटल अपराध फ़िशिंग घोटाले (Phishing Scams), गैर-भुगतान / गैर-डिलीवरी घोटाले और जबरन वसूली हैं। 

 

वित्तीय सहायता उन लोगों के लिए उपलब्ध है जिन्हें इसकी आवश्यकता है

इस संदर्भ में, साइबर सुरक्षा पेशेवर वे लोग हैं जो दुनिया को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं । और यद्यपि साइबर सुरक्षा में करियर (Career) दिमाग में आने वाला पहला काम नहीं होता, साइबर सुरक्षा पेशेवर डिजिटल दुनिया को साइबर अपराध से उसी तरह बचाते हैं जैसे पुलिस अधिकारी पड़ोस में इलाकों की रक्षा करते हैं इस रोजगार बाजार में कौशल की कमी को पूरा करने के लिए, सिक्योर आईज, एक प्रमुख बेंगलुरु स्थित भारतीय-बहुराष्ट्रीय साइबर सुरक्षा उत्पाद और सेवा फर्म, एक ऑनलाइन कौशल विकास पाठ्यक्रम - SecurEyes साइबर सुरक्षा प्रमाणन कार्यक्रम चला रही है। उम्मीदवार जो साइबर सुरक्षा में गहरी रुचि रखते हैं और स्नातक पूरा कर चुके हैं या अंतिम वर्ष/सेमेस्टर में हैं, यदि आप इस पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करने में रुचि रखते हैं तो लिंग, आयु, शारीरिक / सामाजिक / वित्तीय चुनौतियां कोई बाधा नहीं हैं। पाठ्यक्रम पूरा होने पर, छात्र लाइव परियोजनाओं पर 6 महीने के नौकरी प्रशिक्षण के लिए आगे बढ़ेंगे।
SecurEyes के सीईओ और सह-संस्थापक, कर्मेंद्र कोहली (Kamendra Kohli) का मानना है, “साइबर अपराधियों से एक कदम आगे रहने के लिए विभिन्न कौशल और ज्ञान के आधार वाले विशेषज्ञों की टीमों की आवश्यकता होती है। आपकी साइबर सुरक्षा यात्रा न केवल आपके विशिष्ट कौशल पर निर्भर करेगी, बल्कि आपकी विशेष रुचियों और शक्तियों पर भी निर्भर करेगी।“
सीटीओ और SecurEyes के सह-संस्थापक, सीमांत पटनायक कहते हैं, “असुरक्षित वातावरण में प्रगति नहीं हो सकती है। साइबर सुरक्षा पेशेवर व्यक्तियों, व्यवसायों और सरकारों की भावनात्मक और शारीरिक सुरक्षा की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यह एक बड़ा काम है, जिसमें बहुत सारी नौकरी-संतुष्टि अंतर्निहित है।