छोटे से गांव गाजीपुर (जीरकपुर) पंजाब से फिल्म जगत का रोमांचक सफर

छोटे से गांव गाजीपुर (जीरकपुर) पंजाब से फिल्म जगत का रोमांचक सफर

छोटे से गांव गाजीपुर (जीरकपुर) पंजाब से फिल्म जगत का रोमांचक सफर

छोटे से गांव गाजीपुर (जीरकपुर) पंजाब से फिल्म जगत का रोमांचक सफर

फिल्म निर्माता व कलाकार हरदीप सिंह का विषेश संवाद !


सबसे पहले तो हमें आप अपने बारे में बताएं, आपका बचपन कैसा रहा और आपकी क्या बनने की इच्छा थी?

हैरी:- वैसे तो मेरा नाम हरदीप सिंह है लेकिन फिल्मी जगत में लोग मुझे हैरी के नाम से जानते हैं और मैं गांव गाजीपुर, जीरकपुर-पंजाब का रहने वाला हूं.अगर मैं अपने बचपन की बात करूं तो जैसा लगभग एक आम बच्चे का होता है वैसा ही मेरा भी रहा बचपन में मैं अपने स्कूल के साथ-साथ अपने खेतों में भी काम करता था और आज भी करता हूं और अगर मैं अपने सपने की बात करूं तो मुझे विशेषकर दो चीजों में रूचि थी एक तो मुझे पुलिस में जाने की इच्छा थी और दूसरा मुझे मार्शल आर्ट्स में जाना था लेकिन मुझे अपने खेतों के कामकाज के और स्कूल के चलते इसके बारे में सोचने का मौका नहीं मिल पाया।


एक फिल्म निर्माता व कलाकार के रूप में आपके करियर की शुरुआत कैसे हुई?

हैरी:- उस समय मेरे पास एक मोबाइल शॉप हुआ करती थी जो अभी भी है वहां मेरे कुछ दोस्त बने जो फिल्म निर्माता का ही काम करते थे जिनसे मैंने भी इस लाइन में काम करने की इच्छा जताई जिसके बाद उन लोगों ने मुझे निर्देशक अमित असीम से मिलाया जिन्होंने मुझे बताया कि आप एक निर्माता की जगह कलाकार के रूप में भी अपना करियर शुरू कर सकते हो जिसके बाद मैंने 'मेरी हर बात' नाम के वीडियो सॉन्ग से अपने करियर की शुरुआत करी जिसमें मैंने प्रमुख एक्टर के रूप में काम किया और उस सॉन्ग को प्रोड्यूस भी किया।


एक फिल्म निर्माता का क्या-क्या काम होता है और उनकी क्या जिम्मेदारियां होती है?

हैरी:- एक निर्माता का काम केवल पैसे निवेश करना ही नहीं होता, उसके ऊपर भी आनेको जिम्मेदारियां होती है जो लोगों को नहीं पता होता सबसे पहले वह निर्देशक और लेखक से मिलकर जिस प्रोजेक्ट पर काम करना है उसकी चर्चा करता है फिर उसके बाद उस प्रोजेक्ट में इस्तेमाल होने वाले सभी उपकरणों का ख़र्च देखना साथ ही सारे स्टाफ का खर्चा उसके बाद कलाकारों को दी गई फीस , इन सब की जानकारी एक निर्माता के पास होती है।


एक फिल्म निर्माता के रूप में आपको अपने काम में किस प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है?

हैरी:- जब हम किसी फिल्म या वेब सीरीज कि स्क्रिप्टिंग करते हैं वहीं से ही हमारी दिक्कतें शुरू हो जाती है क्योंकि एक अच्छी वेब सीरीज बनाने के लिए एक अच्छा स्क्रिप्ट होना बहुत जरूरी है उसके बाद एक्टर्स का चयन करना कई बार एक्टर बजट में नहीं आते वहां भी दिक्कत आती है फिर शूटिंग, ट्रैवलिंग जैसी कई छोटी-मोटी दिक्कतें आती है लेकिन यह सब तभी होता है जब आपके पास टीम अच्छी ना हो यदि आपकी टीम अच्छी है तो फिल्म की शुरुआत होने से लेकर खत्म होने तक कोई दिक्कत नहीं आएगी इन सबके अलावा हमें वेब सीरीज रिलीज करते समय भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।


एक मोबाइल की दुकान से कलाकार व फिल्म निर्माता के सफर तक आप का संघर्ष कैसा रहा?

हैरी:- संघर्ष तो मेरा बचपन से ही रहा है जब मैं अपने पढ़ाई के साथ-साथ अपने खेतों में काम करता था उसके बाद अपनी दुकान चलाना साथ- साथ फिल्म जगत में अपने लिए रास्ता निकालना काफी संघर्ष भरा रहा। इस विषय पर मेरा यही कहना है कि यदि आपके जीवन में संघर्ष नहीं होगा तो वह मुकाम हासिल करने का मजा नहीं आएगा जिसको आप हासिल करना चाहते हो संघर्ष जीवन का ही एक हिस्सा है।


जो युवा पीढ़ी इस इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते हैं उनको आप क्या सुझाव देना चाहोगे?

हैरी:- इस सवाल पर मैं यही कहूंगा कि इस इंडस्ट्री में आपको सच्चा बनना पड़ेगा इंडस्ट्री में आने के बाद आपको कोई नहीं सिखाएगा आपको स्वयं ही सीखना पड़ेगा इसलिए अगर वाकई आपको इस इंडस्ट्री में काम करना है तो आपको थोड़ा बहुत काम पहले से ही पता होना चाहिए।

हरदीप सिंह उर्फ़ हैरी डी ने एक Bollywood सांग बतौर एक्टर और प्रोडूसर किया है| उनकी एक Web Series- “To be or not to be “जल्दी ही OTT पर रिलीज़ होगी| एक शार्ट फिल्म बतौर एक्टर और प्रोडूसर “Kabab Mein Haddi” OTT  पर रिलीज़ होगी है| भविष्य में काफी प्रोजेक्ट्स वह लेकर आरे है |