एसजेवीएन ने बक्सर थर्मल परियोजना, बिहार की प्रगति की

एसजेवीएन ने बक्सर थर्मल परियोजना, बिहार की प्रगति की

एसजेवीएन ने बक्सर थर्मल परियोजना

एसजेवीएन ने बक्सर थर्मल परियोजना, बिहार की प्रगति की

शिमला: श्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने आज बिहार के बक्सर में 1320 मेगावाट के बक्सर थर्मल पावर प्लांट में इलेक्ट्रिक ओवरहेड ट्रैवलर क्रेन की कमीशनिंग और लो-प्रेशर हीटर (एलपी हीटर # 6) की स्थापना का उद्घाटन किया। यात्रा के दौरान, श्री शर्मा ने विभिन्न परियोजना घटकों के निर्माण और स्थापना गतिविधियों की विस्तृत समीक्षा की।
       श्री नन्द लाल शर्मा ने बताया कि परियोजना की प्रगति जोरों पर है। बॉयलर-I, एसटीजी-1, बॉयलर-II, चिमनी में संरचना और उपकरण स्थापना गतिविधियाँ और संयंत्र के अन्य शेष कार्य निर्माण के अग्रिम चरणों में हैं। श्री नन्द लाल शर्मा ने कहा- “बॉयलर#1 की सीलिंग गर्डर लिफ्टिंग का प्रमुख लक्ष्य पूरा हो गया है। आज की इस प्रगति के साथ, टर्बाइन और जेनरेटर की स्थापना के कार्यों में और तेजी आई है। अब हमारा फोकस बॉयलर#2 की सीलिंग गर्डर लिफ्टिंग और बॉयलर#1 के हाइड्रो टेस्ट शेड्यूल के प्रमुख लक्ष्य को प्राप्त करने पर है। ”
        परियोजना स्थल पर परियोजना अधिकारियों और ठेकेदारों को संबोधित करते हुए, श्री नन्द लाल शर्मा ने परियोजना को बिना लागत और समय ओवररन पर पूरा करने पर जोर दिया। इस अवसर पर श्री मनोज कुमार, सीईओ (बीटीपीपी) के साथ परियोजना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
       1320 मेगावाट की बक्सर थर्मल पावर परियोजना को एसजेवीएन की पूर्ण स्वामित्व वाली अधीनस्थ कंपनी एसजेवीएन थर्मल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 10,439.09 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से कार्यान्वित किया जा रहा है। परियोजना की पहली और दूसरी इकाई क्रमशः जून 2023 और जनवरी 2024 तक कमीशन की जानी है। कमीशन होने पर, परियोजना सालाना 9828.72 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन करेगी।
 
      एसजेवीएन, 31500 मेगावाट से अधिक के वर्तमान पोर्टफोलियो के साथ एक अंतर्राष्ट्रीय विद्युत निकाय है, जिसके पास हाइड्रो, सौर, पवन और थर्मल ऊर्जा, पावर ट्रांसमिशन और पावर ट्रेडिंग के क्षेत्र  में विविधीकरण किया है। कंपनी वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के साझा विजन को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है।