पंजाब के आईएएस संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत का देखें सच पोस्ट मार्टम की रिपोर्ट ,हत्या नहीं सुसाइड है।

पंजाब के आईएएस संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत का देखें सच पोस्ट मार्टम की रिपोर्ट ,हत्या नहीं सुसाइड है।

पंजाब के  आईएएस संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत  का देखें सच पोस्ट  मार्टम  की रिपोर्ट

पंजाब के आईएएस संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत का देखें सच पोस्ट मार्टम की रिपोर्ट ,हत्य

चंडीगढ़। पंजाब के सीनियर आईएएस संजय पोपली के बेटे कार्तिक पोपली की मौत हत्या नहीं सुसाइड है। गत 25 जून को चंडीगढ़ सेक्टर 11 स्थित घर में गोली लगने से कार्तिक की मौत हुई थी। परिवार ने इसे हत्या बताया था, मगर कार्तिक पोपली (26) की प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट आत्महत्या की ओर ही इशारा कर रही है।
    मिली जानकारी के मुताबिक, रिपोर्ट में कहा गया है कि सिर में लगी गोली 'आत्मघाती' है। कार्तिक लॉ ग्रेजुएट था और ज्यूडिशियरी की तैयारी कर रहा था। वह पोपली दंपति की इकलौती औलाद था। संजय पोपली को रिमांड के दौरान पंजाब विजिलेंस घर में रिकवरी के लिए लाई थी। उसी दौरान लगभग 1.45 बजे घर की पहली मंजिल पर गोली चली।

सोफा चेयर पर कार्तिक पोपली मृत पड़ा था। संजय पोपली को भ्रष्टाचार मामले में पकड़ा गया था। अभी वह पंजाब की जेल में हैं। संजय पोपली की पत्नी ने आरोप लगाया था कि उनके बेटे की पंजाब विजिलेंस अफसरों ने जान ली है। 27 जून को पीजीआई में डॉक्टर्स का पैनल बना और प्रशासनिक अफसर की निगरानी में कार्तिक का पोस्टमार्टम हुआ।


------पोस्टमार्टम रिपोर्ट में माथे पर गोली के घाव के आकार, जख़्म वाली जगह मौजूद गन पाउडर, मृतक के बाएं हाथ की जांच, गोली के चलने की दिशा आदि की जांच के बाद इसे आत्महत्या बताया गया है। 7.65 एमएम की पिस्टल से गोली चलने से कार्तिक की मौत हुई थी। यह उसके पिता की लाईसेंसी पिस्टल थी, जिसे विजिलेंस ने प्रारंभिक रेड के दौरान कब्जे में न लेकर परिवार को इसकी कस्टडी दे दी थी। इस पिस्टल और गोली के खोल को चंडीगढ़ पुलिस ने फोरेंसिक साइंस लैब में बैलिस्टिक जांच के लिए दे रखा है।
सूत्र बताते हैं कि कार्तिक की घर की पहली मंजिल पर बने जिस कमरे में मौत हुई, उसका दरवाजा खुला था। हालांकि पुलिस कार्तिक का शव न ले जा पाए, इसके लिए परिवार ने घर का मुख्य दरवाजा बंद कर दिया था। ऐसे में पुलिस को दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल होना पड़ा। चंडीगढ़ पुलिस की मोबाइल फोरेंसिक टीम ने मौके का मुआयना किया था और घटनास्थल से आवश्यक सबूत जुटाए थे। सूत्रों के मुताबिक, मृतक के बाएं हाथ में गन पाउडर भी मिला था, जिसे जांच के लिए फोरेंसिक टीम में कब्जे में ले लिया था।