सलमान खान ने अनाउंस की अपनी अगली फिल्म, फैंस का आया रिएक्शन

सलमान खान ने अनाउंस की अपनी अगली फिल्म, फैंस का आया रिएक्शन

बॉक्स ऑफिस पर सिकंदर के फ्लॉप होने के बाद सुपरस्टार सलमान खान ने शुक्रवार को अपनी अगली फिल्म की अनाउंसमेंट कर दी है।

 

battle of galwan: बॉक्स ऑफिस पर सिकंदर के फ्लॉप होने के बाद सुपरस्टार सलमान खान ने शुक्रवार को अपनी अगली फिल्म की अनाउंसमेंट कर दी है। सलमान ने बॉलीवुड फिल्म बैटल ऑफ गलवान का पहला लुक जारी किया, जिससे उनके फैंस में उत्साह बढ़ गया। सलमान खान ने इंस्टाग्राम पर गलवान की लड़ाई का एक मोशन पोस्टर शेयर किया है। पोस्टर में वह खून से लथपथ, चेहरे और हाथों पर कट के निशान के साथ, कांटों से ढकी लकड़ी की छड़ी पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। सलमान मूंछों और एक भयंकर भाव में हैं, उनकी आँखें तीव्रता से जल रही हैं। मोशन पोस्टर में यह लाइन है: "समुद्र तल से 15,000 फीट ऊपर, भारत ने एक भी गोली चलाए बिना अपनी सबसे क्रूर लड़ाई लड़ी।” इस पोस्ट को देखकर लग रहा है कि अपनी फिल्म सिकंदर की फ्लॉप होने के बाद सलमान खान शायद अपने आने वाले फिल्म से बॉलीवुड में वापस दमदार कम बैक करने वाले हैं। सलमान खान के इस पोस्ट पर उनके फैंस ने कई तरह के रिएक्शंस दिए हैं आईए जानते हैं।

 

सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रिया

 

सलमान खान के फैंस ने पोस्ट पर कमेंट सेक्शन में एक्टर की आने वाली फिल्म के लिए अपनी उत्सुकता व्यक्त की। “आ गया तूफ़ान,” एक फैन ने लिखा। एक अन्य टिप्पणी में लिखा था, “सलमान वापस आ गया है ।” एक फैन ने टिप्पणी की, “बॉक्स ऑफिस तोड़ देगा, बहुत उत्साहित हूँ!” आपको बता दें गैलवान की लड़ाई में, सलमान खान कर्नल बी संतोष बाबू की भूमिका निभा रहे हैं, जो अधिकारी हैं जिन्होंने 2020 के गैलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ संघर्ष के दौरान 16 बिहार रेजिमेंट का नेतृत्व किया था।

घनी मूंछों के साथ दिखे सलमान

फर्स्ट लुक रिवील से पहले सलमान को मुंबई में घनी मूंछों के साथ देखा गया, जिससे उनके अगले प्रोजेक्ट को लेकर फैंस में उत्सुकता बढ़ गई। दरअसल, एक दिन पहले ही उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी एक इंटेंस फोटो शेयर की थी, जिससे यह कयास लगाए जाने लगे थे कि वह अपनी आने वाली फिल्म का टीजर दिखा रहे हैं।

क्या हुआ था गलवान घाटी में?

पिछले साल 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इस झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। यह 45 साल में सबसे भीषण झड़पों में से एक थी। इस झड़प के बाद चीन के साथ सैन्य गतिरोध की स्थिति पैदा हो गई थी और पीछे हटने की प्रक्रिया के लिए कम से कम 11 दौर की सैन्य वार्ता हुई थी।