IndiGo Crisis: इंडिगो फ्लाइट्स संकट के बीच रेलवे का बड़ा कदम; यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में बढ़ाए गए 116 कोच, कई स्पेशल ट्रेनें चलाईं

इंडिगो फ्लाइट्स संकट के बीच रेलवे का बड़ा कदम; यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में बढ़ाए गए 116 कोच, कई स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रहीं

Railway Deploy 116 Extra Coaches To 37 Trains Due To IndiGo Flights Crisis

Railway Deploy 116 Extra Coaches To 37 Trains Due To IndiGo Flights Crisis

IndiGo Crisis: देशभर में पिछले कुछ दिनों से लगातार जारी इंडिगो फ्लाइट संकट से हजारों यात्री जहां के तहां फंस गए हैं। इंडिगो की सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल और लेट होने से उन्हें भारी अव्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच भारतीय रेलवे ने बड़ा कदम उठाया है और रद्द उड़ानों को चलते फंसे यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच बढ़ाने का ऐलान किया है। साथ ही रेलवे ने जानकारी दी है कि यात्रियों की सुविधा को देखते हुए स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रहीं हैं।

इस संबंध में रेल मंत्रालय से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर फ़्लाइट कैंसिल होने के बाद यात्रियों की बढ़ती मांग को देखते हुए भारतीय रेलवे ने अपने पूरे नेटवर्क में यात्रियों की यात्रा को आसान बनाने और उन्हें पर्याप्त सीट उपलब्ध कराने के लिए यह खास इंतजाम किया है और कुल 37 ट्रेनों में 116 एक्स्ट्रा कोच जोड़े गए हैं, देश भर में 114 अतिरिक्त फेरों के साथ इन ट्रेनों की क्षमता बढ़ाई गई है। दक्षिणी रेलवे ने सबसे ज्यादा ट्रेनों में सबसे ज्यादा कोच बढ़ाए हैं।

Railway Deploy 116 Extra Coaches To 37 Trains Due To IndiGo Flights Crisis

आज भी इंडिगो की सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो के फ्लाइट ऑपरेशन में अब तक सुधार नहीं हो पाया है और आज भी सैकड़ों फ्लाइट्स कैंसिल हैं। वहीं जो कुछ फ्लाइट्स उड़ान भर पा रहीं हैं वो बहुत ज्यादा लेट हैं। ऐसी स्थिति में दिल्ली, मुंबई, नागपुर, पुणे, पटना, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, गोवा, चंडीगढ़, अहमदाबाद, गुवाहाटी, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम जैसे देशभर के तमाम एयरपोर्ट्स पर हजारों यात्री फंसे पड़े हैं और वह अपनी फ्लाइट के इंतजार में हैरान-परेशान वहीं किसी तरह समय काटने को मजबूर हैं।

इसमें बच्चे और बुजुर्ग भी हैं। जिनके लिए और ज्यादा परेशानी खड़ी हो गई है। फिलहाल यात्रियों को अपनी यात्रा को लेकर कुछ समझ नहीं आ रहा है। यात्रियों की भारी भीड़ एयरपोर्ट्स पर देखी जा रही है। वहीं कुछ यात्रियों का आरोप है कि उनकी फ्लाइट के बारे में स्थिति कुछ स्पष्ट नहीं की जा रही है। एयरलाइन स्टाफ साफ-साफ कुछ बताने को तैयार नहीं है। इसके साथ ही यात्रियों का आरोप है कि उन्हे पहले से फ्लाइट कैंसिल होने की जानकारी नहीं दी गई। लेकिन एयरपोर्ट पहुंचने पर अचानक बताया गया कि आपकी फ्लाइट कैंसिल है।

जानिए कहां से कितनी फ्लाइट्स रद्द?

6 दिसंबर 2025 यानि आज के लिए अब तक हैदराबाद एयरपोर्ट पर इंडिगो की कुल 69 फ्लाइट्स रद्द की गई हैं जिसमें हैदराबाद एयरपोर्ट पर आगमन करने वाली 26 और यहां से प्रस्थान करने वाली 43 फ्लाइट्स शामिल हैं। इसी तरह आज के लिए मुंबई एयरपोर्ट पर अब तक कुल 109 इंडिगो फ्लाइट रद्द की गई हैं। जिसमें आने वाली 51 और यहां से जाने वाली 58 फ्लाइट्स शामिल हैं। वहीं पुणे एयरपोर्ट पर इंडिगो की 14 आने वाली और 28 जाने वाली उड़ानें रद्द कर दी गईं। इसी प्रकार दिल्ली एयरपोर्ट से इंडिगो की 54 डिपार्चर और 52 अराइवल (कुल 106) फ्लाइट्स रद्द की गई हैं। इसी तरह अन्य एयरपोर्ट्स से बड़ी संख्या में इंडिगो की फ्लाइट्स कैंसिल हैं।

IndiGo के CEO का बयान

इस पूरे संकट को लेकर एक दिन पहले IndiGo के CEO पीटर एल्बर्स का पहला बयान सामने आया था। CEO पीटर एल्बर्स न कहा था कि "हालात पूरी तरह से नॉर्मल होने में कुछ समय लगेगा, उम्मीद की जा रही है कि 10-15 दिसंबर के बीच हालात फिर से पूरी तरह सामान्य हो जाएंगे। वहीं CEO पीटर एल्बर्स ने कहा कि 5 दिसंबर सबसे ज़्यादा प्रभावित दिन था, जिसमें 1000 से ज़्यादा फ्लाइट कैंसल हुईं। हमारे कस्टमर्स को हुई परेशानी के लिए मैं दिल से माफ़ी चाहता हूं और सरकार द्वारा FDTL लागू करने में राहत बहुत बड़ी मदद है। वहीं इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने अपने बयान में यह भी कहा था कि 6 दिसंबर से सुधार होने के साथ 1000 से कम उड़ानें रद्द होंगी।

देशभर में फूट पड़ा लोगों का गुस्सा

फ्लाइट्स कैंसिल होने के इस संकट को लोग IndiGo की तानाशाही बता रहे हैं और उनका कहना है कि पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को वापस लेने को लेकर यह सारी स्थिति पैदा की गई। IndiGo ने जनता को परेशान कर सरकार को सीधे ब्लैकमेल किया ताकि सरकार झुक जाये। लोगों ने कहा कि भारत सरकार भी IndiGo के सामने नतमस्तक हो गई और सर झुकाकर अपना आदेश वापस ले लिया। बजाय इसके IndiGo पर कड़ी कार्रवाई की जाती।

लोग बोले- मजाक बना दिया, कौन जिम्मेदार?

लोगों का कहना है कि IndiGo ने सरकार के आदेश को ठेंगे पर रखते हुए अपने मन की कर ली है और सरकार कुछ भी नहीं पर पाई। IndiGo ने जो किया है और सरकार जिस तरह बैकफुट पर आई है, उससे एक गलत मिसाल देश के सामने गई है। लोगों ने सवाल पूछते हुए कहा, 'फ्लाइट्स कैंसिल होने से कोई पेपर/इंटरव्यू देने नहीं जा पाया।' 'कोई बहुत इमरजेंसी में जा रहा था और नहीं जा पाया।' 'कोई अपनों की अस्थियां विसर्जित करने नहीं पहुँच पाया।' 'कोई किसी अपने की शादी अटेंड नहीं कर पाया।' 'कई लोग रातभर एयरपोर्ट्स समय गुजारने को मजबूर रहे।' एक सॉरी बोल देने से क्या ये सब माफ कर दिया जाएगा? सबका मजाक बना दिया गया। इसका कौन जिम्मेदार है?

सरकार ने IndiGo को राहत दी

दरअसल क्रू मेंबर्स (पायलट्स और फ्लाइट स्टाफ) की कमी से जूझते के चलते देशभर में इंडिगो की फ्लाइट्स या तो कैंसिल कर दी गई हैं या फिर उनमें काफी देरी हो रही है। जहां फ्लाइट्स कैंसिल होने और हजारों की संख्या में यात्रियों को भारी परेशानी उठाते देख भारत सरकार ने इंडिगो को अपने बनाए ड्यूटी चार्ट नियमों से राहत दे दी है। यानि IndiGo को फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) के नए नियमों से राहत दी गई है। सरकार ने अपना वह आदेश तत्काल वापस ले लिया है, जिसके तहत पायलटों समेत अन्य क्रू मेम्बर्स को हर 7 दिनों में लगातार 48 घंटे का वीकली रेस्ट मिलना सुनिश्चित किया गया था।

इंडिगो पर हाई-लेवल जांच शुरू

भारत सरकार ने इंडिगो सर्विस में इस रुकावट की हाई-लेवल जांच कराने का फैसला भी किया है। नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने जानकारी दी थी कि "इंडिगो फ्लाइट्स में देरी और कैंसलेशन की हाई-लेवल जांच शुरू की गई है। सही कार्रवाई के लिए जवाबदेही तय की जाएगी और भविष्य में ऐसी मुश्किलों को रोकने के लिए कदम उठाए जाएंगे. यात्रियों की सुरक्षा सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता बनी हुई है।'' वहीं DGCA के सामने इंडिगो एयरलाइन ने फ्लाइट कैंसिलेशन को लेकर अपनी रिपोर्ट पेश की है।