डीसी मोहाली को की गई शिकायत के आधार पर पीजी के सेट बैक हिस्से पर चला पीला पंजा

Yellow paw was used on the set back portion of the PG

Yellow paw was used on the set back portion of the PG

जेसीबी की मदद से तोड़े गए रैंप और पीजी के हिस्से, लोगों में मचा हड़कंप

 जीरकपुर (संदीप सिंह बावा)

जीरकपुर। Yellow paw was used on the set back portion of the PG:  नगर परिषद द्वारा वीआईपी एंकलेव निवासियों की डीसी मोहाली को की गई शिकायत के आधार पर सोमवार को अवैध पीजी को तोड़ने की कार्रवाई की गई। इस दौरान नगर परिषद की टीम द्वारा जेसीबी की मदद से बिल्डिंग का सेट बैक हिस्से की एक दीवार तोड़ दी गई। जिसके बाद वहां अन्य पीजी मालिक भी पहुंच गए और नगर परिषद अधिकारियों को एक सप्ताह में खुद ऊपर की बिल्डिंग तोड़ने की अंडर टेकिंग (एफिडेविट) दिया। नगर परिषद से कार्रवाई करने पहुंचे कार्यकारी अधिकारी, एमई, एसडीओ, बिल्डिंग इंस्पेक्टर और इंकरोचमैंट टीम द्वारा इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया था। इस दौरान बात करते हुए अधिकारियों ने बताया कि पीजी के सेट बैक वाला पीछे का हिस्सा तोड़ गया है। बिल्डिंग को कोई नुकसान ना पहुंचे इस लिए बिल्डिंग को ज्यादा नही तोड़ा गया है। बाकी वह अगर खुद एक सप्ताह में बिल्डिंग नही तोड़ते तो नगर परिषद इस कार्य को अंजाम देगी। 

Yellow paw was used on the set back portion of the PG

जानकारी के अनुसार, ओल्ड कालका रोड पर कुछ लोगों द्वारा सार्वजनिक सड़क पर रैंप बनाकर कब्जा कर लिया गया था, जिससे राहगीरों और स्थानीय निवासियों को चलने-फिरने में दिक्कतें आ रही थीं। कई बार स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत नगर परिषद अधिकारियों से की थी। इसके बाद परिषद ने मौके का निरीक्षण किया और सोमवार को एक्शन लेते हुए रैंप को जेसीबी से हटवा दिया।

अवैध निर्माणकर्ताओं  को नहीं जाएगा बक्शा 

नगर परिषद के एक अधिकारी ने बताया कि ज़ीरकपुर में लगातार अवैध निर्माण और अतिक्रमण की शिकायतें मिल रही हैं। विशेषकर रिहायशी क्षेत्रों में बनाए जा रहे अवैध पीजी और दुकानों के आगे बनाए गए रैंप को लेकर सख्ती बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और किसी भी तरह के गैरकानूनी निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हमने आज कार्रवाई करते हुए बिल्डिंग का पीछे हिस्सा तोड़ा है। यह बिल्डिंग नक्शे के विपरित बनी थी, इस लिए यह कार्रवाई की गई है। यदि पीजी मालिक एक सप्ताह में खुद अवैध बिल्डिंग नही तोड़ता है तो नगर परिषद खुद के खर्चे पर इसको तोड़ देगी।