Places of worship, furniture markets will not be demolished in Chandigarh

चंडीगढ़ में पूजा स्थल, फर्नीचर मार्केट नहीं तोड़े जाएंगे

Places of worship, furniture markets will not be demolished in Chandigarh

Places of worship, furniture markets will not be demolished in Chandigarh

Places of worship, furniture markets will not be demolished in Chandigarh- चंडीगढ़ (आदित्य शर्मा)। प्रशासन द्वारा शहर में धार्मिक स्थल और फर्नीचर मार्किट फिलहाल नहीं तोड़े जायेंगे। सोमवार को पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक ने प्रशासन की इस कार्यवाही पर फिलहाल रोक लगाने की बात कही है। इस संबंध में  पूर्व शहर भाजपा अध्यक्ष और पूर्व मेयर अरुण सूद ने यहां जारी प्रेस विज्ञप्ति में मीडिया को दिए बयान में इस बात को पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि उन्होंने प्रशासक बनवारी लाल पुरोहित से भाजपा नेताओं पार्षद गुरचरण काला और देवी सिंह के प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात की। उन्होंने शहर के सबसे ज्वलंत मुद्दों के बारे में नागरिकों की मांगों को उठाया। 

सूद ने प्रशासक के सामने मुद्दा उठाया कि प्रशासन द्वारा 106 धार्मिक स्थलों को तोड़ने का आदेश जारी किया गया है, जिसमें मंदिर, गुरुद्वारे, मस्जिद और चर्च शामिल हैं। सभी धर्मों के लोग दशकों से इन स्थानों पर नियमित रूप से प्रार्थना करते हैं और प्रशासन की ओर से इन्हें तोड़ना एक बड़ी गलती होगी क्योंकि इससे लोगों के एक बड़े वर्ग की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी।

हालांकि इन स्थानों के लिए अनुमति नहीं है, लेकिन उनमें से कई धार्मिक संरचनाओं के लिए निर्धारित स्थानों पर बने हैं।  सूद ने प्रशासक से इन्हें नियमित करने का अनुरोध किया। सूद ने बताया कि इस संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय केवल परामर्शी है, लागू करने के लिए बाध्य नहीं है। प्रशासक ने उन्हें आश्वासन दिया कि किसी भी धार्मिक ढांचे को नहीं तोड़ा जाएगा तथा कानूनी प्रक्रिया के बाद इन्हें नियमित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। 

सूद ने चंडीगढ़ के 23 गांवों में लाल-डोरा के बाहर के घरों को प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे पानी के कनेक्शन काटने के आदेशों का दूसरा मामला उठाया। सूद ने कहा कि पानी सभी नागरिकों के लिए एक आवश्यक वस्तु है तथा ये घर दशकों से अस्तित्व में हैं तथा उचित प्रक्रिया के बाद पानी के कनेक्शन दिए गए हैं। प्रशासक ने उन्हें आश्वासन दिया कि अगले आदेश तक अस्थायी रूप से ये पानी के कनेक्शन रहेंगे।

 प्रतिनिधिमंडल ने जो तीसरा मुद्दा उठाया, वह चंडीगढ़ के सेक्टर 53 में उत्तर भारत की सबसे पुरानी फर्नीचर मार्केट को ध्वस्त करने के आदेश जारी करने का था। सूद ने प्रशासक को बताया कि प्रशासन द्वारा मलोया में मार्बल मार्केट के लिए नई जगह आवंटित की गई है तथा इसे बनाया जा रहा है। इसी तर्ज पर मलोया में फर्नीचर मार्केट को भी जगह आवंटित की जानी चाहिए। सूद ने अनुरोध किया कि जब तक मार्केट में जगह आवंटित नहीं हो जाती, तब तक ध्वस्त करने के आदेश वापस लिए जाने चाहिए।  प्रशासक ने सूद से कहा कि वे इस मामले को लेकर प्रशासन से मिलें और उन्हें समाधान निकालने के लिए कहें तथा जब तक समाधान नहीं हो जाता, तब तक कोई तोड़फोड़ नहीं की जाएगी।

 प्रतिनिधिमंडल ने आश्वासन के लिए प्रशासक का आभार जताया। बाद में सूद ने पत्रकारों से कहा कि आम आदमी पार्टी पंजाब सरकार और अवसरवादी कांग्रेस पार्टी की मदद से शहर में अपना मेयर बनाने में सफल रही है, लेकिन वे लोगों की समस्याओं का समाधान करने में असमर्थ हैं। अब लोगों ने अवसरवादी भारतीय गठबंधन को मौका दिया है और उनका सांसद चुना गया है, जो कहता है कि नागरिक महत्व के मुद्दों को हल करना उसका काम नहीं है। चंडीगढ़ के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, लेकिन सूद ने नागरिकों को आश्वासन दिया कि भाजपा उनकी सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए मौजूद है।