पाकिस्तानी सेना के 64 सैनिक-अधिकारी मारे गए; जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई में ढेर, 90 से ज्यादा घायल भी हुए

Pakistani Army 64 Soldiers and Officers Killed During Operation Sindoor
Pakistani Army Soldiers Killed: भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' ने पाकिस्तान में तगड़ी तबाही मचाई है. इस ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को भी गहरा झटका लगा है। अब खबर आ रही है कि, ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना के 64 सैनिक और अधिकारी मारे गए हैं। वहीं साथ ही 90 से अधिक पाकिस्तानी सैनिक घायल भी हुए हैं। पाकिस्तानी सेना की तरफ ये सब मौतें जम्मू-कश्मीर में तैनात भारतीय सेना की टुकड़ियों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में हुईं हैं।
इससे पहले भारतीय सेना की तरफ से जानकारी दी गई थी कि, 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान 7 से 10 मई के बीच एलओसी पर आर्टिलरी एक्सचेंज और भीषण गोलीबारी में पाकिस्तानी सेना के करीब 35 से 40 सैनिक-अधिकारी मारे गए हैं। सेना ने बताया था कि, सैन्य टकराव के दौरान पाकिस्तानी सेना के लड़ाकू विमानों को भी नुकसान पहुंचा। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के उन ठिकानों को तस्वीरें भी दिखाई थीं। जो टारगेट करके ध्वस्त कर दिए गए। वायुसेना ने भारतीय हवाई हमलों की बाकायदा सैटेलाइट तस्वीरें जारी की थीं।
'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए 100 से ज्यादा आतंकी
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में 9 आतंकी ठिकाने तबाह किए और 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया। वहीं साथ ही हाई वैल्यू टारगेट को न्यूट्रलाइज कर तीन बड़े आतंकियों को भी खत्म किया गया। जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ और मुदासिर अहमद जैसे बड़े लक्ष्य शामिल थे, जो IC814 के हाईजैक और पुलवामा ब्लास्ट के साजिश कर्ता थे। इसके अलावा भारतीय सेना ने सटीक हमले में पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकाने तबाह किए। पाकिस्तानी के कई एयरबेसों और एयर डिफेंस सिस्टम को हम निशाना बनाने में सफल रहे।
पहलगाम आतंकी हमले का जवाब- 'ऑपरेशन सिंदूर'
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में 6-7 मई की रात को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था। ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकियों को खत्म करना था। जहां इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान में तबाही का मंजर बिखेर दिया। हमारी सेना जहां आतंकियों पर कहर बनकर टूटी तो वहीं आतंक के बचाव में आई पाकिस्तानी सेना को भी खूब धोया। पाक सेना की चौकियों और सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया गया। स्थिति यह रही कि भारत की 4 दिन की मार में पाकिस्तान सीजफायर का राग अलापने लगा और 10 मई को सैन्य कार्रवाई रोकने पर आगे आकर बातचीत की।