‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 163वें दिन पंजाब पुलिस ने 335 स्थानों पर छापेमारी; 104 नशा तस्कर गिरफ्तार

‘युद्ध नशों विरुद्ध’ के 163वें दिन पंजाब पुलिस ने 335 स्थानों पर छापेमारी; 104 नशा तस्कर गिरफ्तार

War against Drugs

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— 74 एफआईआर दर्ज; 6.4 किलो हेरोइन बरामद
— नशा छुड़ाने के प्रयासों के तहत पंजाब पुलिस ने 28 व्यक्तियों को नशा छोड़ने का इलाज लेने के लिए तैयार किया

चंडीगढ़, 11 अगस्त: War against Drugs: मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश पर, राज्य से नशों के पूरी तरह ख़ात्मे के लिए चलाए जा रहे “युद्ध नशों विरुद्ध” मुहिम के 163वें दिन पंजाब पुलिस ने आज 335 स्थानों पर छापेमारी की। इसके परिणामस्वरूप, राज्य भर में 74 एफआईआर दर्ज कर 104 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही, 163 दिनों में अब तक गिरफ्तार नशा तस्करों की कुल संख्या 25,524 हो गई है।

इन छापेमारियों के दौरान गिरफ्तार तस्करों के कब्जे से 6.4 किलोग्राम हेरोइन, 500 ग्राम अफ़ीम और 1092 नशीली गोलियां/कैप्सूल बरामद किए गए।

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यह ऑपरेशन, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव के निर्देश पर, राज्य के सभी 28 ज़िलों में एक साथ चलाया गया।

ग़ौरतलब है कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पुलिस आयुक्तों, उपायुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) को पंजाब को नशा-मुक्त राज्य बनाने के निर्देश दिए हैं। पंजाब सरकार ने नशों के खिलाफ इस जंग की निगरानी के लिए वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा की अध्यक्षता में 5 सदस्यीय कैबिनेट सब-कमेटी भी गठित की है।

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विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि 67 गज़टेड अधिकारियों की देखरेख में 1000 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली 120 से ज़्यादा पुलिस टीमों ने राज्य भर में छापेमारी की। उन्होंने आगे बताया कि पूरे दिन चले इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस टीमों ने 366 संदिग्ध व्यक्तियों की जांच भी की।

स्पेशल डीजीपी ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य से नशों के उन्मूलन के लिए तीन-आयामी रणनीति — प्रवर्तन, नशा मुक्ति (डी-एडिक्शन) और रोकथाम (ईडीपी) — लागू की है। इसी रणनीति के तहत, पंजाब पुलिस ने 28 व्यक्तियों को नशा छोड़ने और पुनर्वास उपचार लेने के लिए तैयार किया है।