अनुच्छेद 370 की दीवार को गिराने का बीजेपी को गर्व....लखनऊ में बोले मोदी

BJP is Proud of Tearing Down the Wall of Article 370

BJP is Proud of Tearing Down the Wall of Article 370

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101 वीं जयंती के मौके पर लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन किया। इस मौके अपने संबोधन में डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि डॉक्टर मुखर्जी ने देश को निर्णायक दिशा दी। उन्होंने दो विधान, दो निशान और दो प्रधान की व्यवस्था को सिरे से खारिज किया था। यह व्यवस्था आज़ादी के बाद भी जम्मू-कश्मीर में लागू थी और भारत की अखंडता के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी। पीएम मोदी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उनकी सरकार को अनुच्छेद 370 की दीवार गिराने का अवसर मिला और आज जम्मू-कश्मीर में भारत का संविधान पूरी तरह लागू है।

पीएम ने कहा कि स्वतंत्र देश के उद्योग मंत्री के रूप में डा मुखर्जी ने देश को पहली औद्योगिक नीति दी थी और औद्योगीकरण की बुनियाद रखी थी। आज उसी मंत्र को नई बुलंदी दी जा रही है। मेड इन इंडिया सामान दुनिया भर में पहुंच रहा है। यूपी में एक जनपद एक उत्पाद का इतना बड़ा अभियान चल रहा है। छोटी औद्योगिक इकाइयों का सामर्थ्य बढ़ रहा है। दूसरी ओर यूपी में बहुत बड़ा डिफेंस कॉरिडोर बन रहा है। ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने जिस ब्रह्मोस का जलवा देखा वह लखनऊ में बन रही है। वह दिन दूर नहीं जब यूपी का डिफेंस कॉरिडोर दुनिया भर में डिफेंस मैन्यूफैक्चरिंग के लिए जाना जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दशक में करोड़ों भारतीयों ने गरीबी को परास्त किया है। गरीबी को हराया है। यह इसलिए संभव हुआ क्योंकि भाजपा सरकार ने जो पीछे छूट गया था उसको प्राथमिकता दी। जो अंतिम पंक्ति में था उसको प्राथमिकता दी। 2014 से पहले 25 करोड़ देशवासी ऐसे थे जो सरकार की सामाजिक सुरक्षा योजना के दायरे में थे। आज 95 करोड़ भारतवासी इस सुरक्षा कवच के दायरे में है। उत्तर प्रदेश में भी बड़ी संख्या में लोगों को लाभ मिला है।

जैसे बैंक खाते कुछ ही लोगों के होते थे वैसे ही बीमा भी कुछ ही सम्पन्न लोगों तक सीमित था। हमारी सरकार ने पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना बनाई। इससे दो लाख का बीमा सुनिश्चित हुआ। इससे अब 25 करोड़ से ज्यादा लोग जुड़े हैं। दुर्घटना के लिए पीएम बीमा योजना से 55 करोड़ लोग जुड़े। ये वो लोग हैं जो बीमा के बारे में सोच भी नहीं पाते थे। इन योजनाओं से 25 हजार करोड का क्लेम छोटे-छोटे काम करने वाले गरीब परिवारों को लाभ पहुंचा। संकट के समय यह पैसा गरीब परिवारों के काम आया। आज अटल जी की जयंती का यह दिन सुशासन का दिन है। लम्बे समय तक देश में गरीबी हटाओ जैसे नारों को ही गर्वनेंस मान लिया गया था। अटल जी ने सुशासन को जमीन पर उतारा। डिजिटल पहचान की नींव अटल बिहारी सरकार ने रखी थी। उस समय जो काम शुरू किया था वह आधार है। टेलीकॉम नीति बनाई उसे घर-घर तक फोन और इंटरनेट पहुंचना आसान हुआ। भारत दुनिया में सबसे अधिक मोबाइल और इंटरनेट यूजर वाले देशों में एक है।

पीएम मोदी ने कहा कि आज अटल जी जहां होंगे इस बात से प्रसन्न होंगे। बीते 11 वर्षों में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। यूपी भारत का नम्बर वन मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग राज्य बना है। कनेक्टिविटी को लेकर उनके विजन ने उनके समय में ही गांव-गांव तक सड़कें पहुंचाने का काम हुआ। स्वर्णिम चतुर्भुज हाइवे का काम शुरू हुआ। अब तक ग्रामीण इलाकों में आठ लाख किलोमीटर सड़कें बनी हैं। इनमें चार लाख सड़कें पिछले 11 साल में बनी हैं। देश में अभूतपूर्व गति से एक्सप्रेस वे बनाने का काम चल रहा है। यूपी भी एक्सप्रेसवे स्टेट के रूप में पहचान बना रहा है। अटल जी ने ही दिल्ली में मेट्रो की शुरुआत की। आज देश के 20 से ज्यादा शहरों में यह नेटवर्क लाखों का जीवन आसान बना रहा है। भाजपा ने सुशासन की जो विरासत बनाई उसको केन्द्र और राज्य की सरकारें नया आयाम नया विस्तार दे रही हैं। इन तीन महापुरुषों की प्रेरणा उनके विजनरी कार्य, ये विशाल प्रतिमाएं विकसित भारत का बड़ा आधार है। ये प्रतिमाएं नई ऊर्जा से भर रही हैं।

देश और दुनिया को दी क्रिसमस की बधाई

पीएम मोदी ने राष्ट्र प्रेरणा स्थल के उद्घाटन स्थल से देश और दुनिया को क्रिसमस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैं देश और दुनिया को क्रिसमस की शुभकामनाएं देता हूं। भारत में भी करोड़ों इसाई परिवार आज उत्सव मना रहे हैं। क्रिसमस का यह उत्सव सभी के जीवन में खुशियां लाएं यह कामना है। 25 दिसम्बर का यह दिन देश की दो महान विभूतियों के जन्म का संयोग लेकर भी आता है, भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी, भारत रत्न मदन मोहन मालवीय। इन दोनो महापुरुषों ने राष्ट्र निर्माण में अपनी अमिट छाप छोड़ी। आज के ही दिन महाराजा बिजली पासी की भी जन्मजयंती है। लखनऊ का प्रसिद्ध बिजली पासी किला यहां से अधिक दूर नहीं है। महाराजा बिजली पासी ने वीरता सुशासन और समावेश की जो विरासत छोड़ी उसको हमारे पासी समाज ने गौरव के साथ आगे बढ़ाया है। यह भी संयोग ही है कि अटल जी ने ही वर्ष 2000 में महाराजा बिजली पासी के सम्मान में डाक टिकट जारी किया था।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज मुझे राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण करने का सौभाग्य मिला। यह स्थल उस सोच का प्रतीक है जिसने भारत को आत्मसम्मान, एकता, और सेवा का मार्ग दिखाया है। डॉ. मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, अटल बिहारी वाजपेयी की विशाल प्रतिमाएं जितनी ऊंची हैं उनसे मिलने वाली प्रेरणाएं उससे ज्यादा बुलंद हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रसिद्ध कविता ‘कदम मिलाकर चलना होगा’ की कुछ पंक्तियों-‘नीरवता से मुखरित..जीवन को शत शत आहूति में जलना होगा, गलना होगा, कदम मिलाकर चलना होगा...का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल संदेश देता है कि हमारा हर कदम हर पग हर प्रयास राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित हो। सबका प्रयास ही विकसित भारत के संकल्प को सिद्ध करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि जिस जमीन पर यह प्रेरणाा स्थल बना है उसके 30 एकड़ से ज्यादा जमीन पर कई दशकों से कूड़े का पहाड़ जमा था। पिछले तीन वर्ष में इसे पूरी तरह खत्म किया गया। इसके लिए मैं इस प्रोजेक्ट के कारीगरों, श्रमिकों, योजनकारों, योगी जी की टीम को बहुत बहुत बधाई देता हूं।