एयर रेड, ब्लैकआउट, आगजनी, सिविल डिफेन्स, सर्च व रेस्क्यू, ऑपरेशन सम्बंधित मॉक ड्रिल आज

एयर रेड, ब्लैकआउट, आगजनी, सिविल डिफेन्स, सर्च व रेस्क्यू, ऑपरेशन सम्बंधित मॉक ड्रिल आज

Mock Drill Related Operation

Mock Drill Related Operation

- आज होगा मॉक ड्रिल का आयोजन, नागरिक सुरक्षा के लिए अहम कदम : डीसी

- लघु सचिवालय में मॉक ड्रिल की तैयारियों का जायजा लेने के लिए डीसी विक्रम सिंह ने ली अधिकारियों की बैठक

आपातकाल में आपसी तत्काल संपर्क हो सुनिश्चित : डीसी

लोगों से अपील अफवाहों से बचें आधिकारिक सूचनाओं पर ही करें भरोसा

फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Mock Drill Related Operation: उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए 07 मई शाम 4 बजे मॉक ड्रिल का आयोजन चिह्नित विभिन्न स्थानों जैसे जिला मुख्यालय, उपमंडल कार्यालय व पुलिस विभाग और अस्पताल स्तर पर किया जाएगा, जिसमें विभिन्न सरकारी और निजी एजेंसियों के कर्मचारी भाग लेंगे। यह मॉक ड्रिल मुख्य रूप से नागरिक सुरक्षा, आपातकालीन प्रबंधन और प्राकृतिक आपदाओं के प्रभावी प्रबंधन पर आधारित होगी। ग्रामीण स्तर तक इन तैयारियों का जायजा लिया जाएगा। यह जानकारी लघु सचिवालय में मॉक ड्रिल की तैयारियों का जायजा लेने के लिए डीसी विक्रम सिंह द्वारा अधिकारियों की बैठक के दौरान दी गई। 

डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि बुधवार 07 मई को भारत व राज्य सरकार के दिशा  निर्देशानुसार एयर रेड, ब्लैकआउट, आगजनी, सिविल डिफेन्स, सर्च व रेस्क्यू , ऑपरेशन सम्बंधित मॉक ड्रिल की जाएगी। इस दौरान बिना फ़ोन के संचार सेवाएं जारी रखने, आपातकालीन सेवा जैसे अस्पाताल के लिए पावर सप्लाई बैकअप, ग्रामीण स्तर तक हूटर या (सायरन) के जरिए आपातकाल जैसी स्थिति की जानकारी का अलर्ट पहुंचाने सम्बंधित तैयारियों को परखा जाएगा। इस दौरान जिला मुख्यालय, उपमंडल व पुलिस स्तर तक कंट्रोल रूम की वर्किंग जाँची जाएगी। 

उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र की तत्परता को परखना और विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों के दौरान प्रतिक्रिया समय (रेस्पॉन्स टाइम्स) और कार्यप्रणाली का परीक्षण करना है। यह अभ्यास उन परिस्थितियों में टीमवर्क, समन्वय और सुरक्षा प्रक्रियाओं की दक्षता का मूल्यांकन करेगा, जिनमें तत्काल निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल में अग्नि, भूकंप, बाढ़ और आतंकवादी हमले जैसी विभिन्न आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयारियां परखी जाएंगी। विशेष रूप से, यह ड्रिल सुरक्षा बलों, चिकित्सा टीमों, नागरिक प्रशासन और स्थानीय नागरिकों के बीच समन्वय को मजबूत करने के लिए आयोजित की जा रही है।

उन्होंने बताया कि इस दौरान, घटना स्थल पर बचाव और राहत कार्यों की रणनीतियों का अभ्यास किया जाएगा, जिसमें घटनास्थल से लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करना, प्राथमिक चिकित्सा देना और अधिकारियों द्वारा तय किए गए मार्गों का पालन करना शामिल होगा। साथ ही यह ड्रिल यह सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि सभी संबंधित एजेंसियां आपातकालीन स्थिति में त्वरित और प्रभावी तरीके से कार्य कर सकें। इस मॉक ड्रिल के आयोजन से यह संदेश दिया जा रहा है कि नागरिक सुरक्षा किसी भी राष्ट्र की प्राथमिकता होनी चाहिए। इसे एक संगठित और सुसंगत दृष्टिकोण से संभालने की आवश्यकता है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में नुकसान को कम किया जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

आपातकाल में आपसी तत्काल संपर्क हो सुनिश्चित : डीसी

पंचायत, नंबरदार, पंचायत समिति के गणमान्य व्यक्तियों सहित नगर निकाय के पार्षद, जिला व उपमंडल स्तरीय अधिकारी व आपदा मित्र के संपर्क मजबूत किया जाएगा। इसके लिए प्रत्येक को आपदा की स्थिति में तत्काल अपडेट की गई संपर्क सूत्रों की जानकारी मुहैया होगी। इसी तरह आपातकाल के समय इस्तेमाल होने वाले इमरजेंसी व हेल्पलाइन नंबर भी उपलब्ध होंगे ताकि रेस्पॉन्स टाइम का कम किया जा सके। 

लोगों से अपील अफवाहों से बचें आधिकारिक सूचनाओं पर ही करें भरोसा

डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि आपातकालीन स्थिति में जरूरी है कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दे और आधिकारिक पुष्टि के बाद ही किसी सूचना पर भरोसा जताए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में बहुत तेजी से सूचनाएं आप तक पहुंच सकती है लेकिन लोग यह सुनिश्चित करे कि सूचना का स्तोत्र आधिकारिक व विश्वसनीय हो। इस से सही समय पर जरूरतमंद तक तथ्यपरक जानकारी पहुंचाने में मदद मिलती है और सम्बंधित की सहायता की जा सकती है। उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से यह अपील की। 

बैठक में सीईओ जिला परिषद् सतबीर मान, एसडीएम बड़खल त्रिलोक चंद, एसडीएम फरीदाबाद शिखा, एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, डीसीपी उषा कुंडू, सीटीएम अंकित कुमार सहित सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।