Many important buildings of Chandigarh do not have Fire NOC

चंडीगढ़ की कई महत्वपूर्ण इमारतों के पास नहीं फायर एनओसी: दोनों विधानसभा, सिविल सेक्रेट्रिएट और हाईकोर्ट भी सूची में, 345 में से सिर्फ 80 के पास ही एनओसी

Many important buildings of Chandigarh do not have Fire NOC

Many important buildings of Chandigarh do not have Fire NOC

Many important buildings of Chandigarh do not have Fire NOC- चंडीगढ़I चंडीगढ़ में कई महत्वपूर्ण इमारतों के पास फायर एनओसी नहीं है। इनमें विधानसभा, सिविल सेक्रेट्रिएट और हाईकोर्ट की बिल्डिंग शामिल है। चंडीगढ़ नगर निगम की ओर से कराये गए सर्वे में यह महत्वपूर्ण खुलासा हुआ है। निगम ने 15 मीटर से ऊंची सभी सरकारी व निजी इमारतों का सर्वे कराया था। सर्वे में पता चला कि 15 मीटर से ऊंची केवल 345 इमारतें शहर में हैं। इन 345 इमारतों में से महज 80 इमारतों ने ही फायर विभाग से एनओसी ली है। बाकि बिल्डिंगे भगवान भरोसे चल रही हैं। यहां कभी भी कोई बड़ा हादसा घट सकता है।

चंडीगढ़ में पंजाब व हरियाणा की विधानसभा, सिविल सेक्रेट्रिएट और हाईकोर्ट की बिल्डिंगें हेरिटेज बिल्डिंगों की श्रेणी में आती हैं। इनके पास भी फायर विभाग से इश्यू किया जाने वाला एनओसी नहीं है। इन बिल्डिंगों में कभी भी आग लगने की घटना हो सकती है। बता दें कि यहां हर दिन बड़ी तादाद में लोग पहुंचते हैं। सर्वे के अनुसार चंडीगढ़ के सेक्टर 17 में सबसे ज्यादा इमारतें हैं जिनके पास फायर एनओसी नहीं है।

धनास में बने चंडीगढ़ पुलिस कांप्लेक्स और सेक्टर 19 के पर्यावरण भवन के नाम भी फायर एनओसी न लेने वाली सूची में शामिल हैं। नगर निगम की कमिश्नर अनंदिता मित्रा ने कहा है कि नेशनल बिल्डिंग कोड ऑफ इंडिया 2015 के अनुसार 15 मीटर से ऊंची जो भी इमारतें हैं उन्हें फायर विभाग से एनओसी लेना लाजिमी है। जिन इमारतों के पास यह एनओसी नहीं है, उनकी नगर निगम ने सर्वे कर सूची तैयार की है।

सब विभागों के साथ मिलकर बिल्डिंगों को फायर सुरक्षित बनाने की दृष्टि से काम किया जाएगा। मेयर अनूप गुप्ता की भी दलील है कि हेरिटेज बिल्डिंग होना दूसरा विषय है। लोगों की सुरक्षा पहला विषय। नगर निगम समय समय पर सभी बिल्डिंगों को नोटिस जारी करता है। जिन बिल्डिंगों के पास फायर एनओसी नहीं है, उनके खिलाफ प्रशासन सख्त एक्शन लेगा।

262 इमारतों ने तो एनओसी के लिये आवेदन ही नहीं किया

कुल 345 बिल्डिंगों में से 262 इमारतें तो ऐसी हैं जिन्होंने एनओसी लेने के लिये आज तक आवेदन ही नहीं किया। 78 इमारतें ऐसी हैं जिनके आवेदन लंबित पड़े हैं। एक इमारत ऐसी है जो बंद पड़ी हुई है।

विभिन्न फायर स्टेशनों के अंतर्गत डिफाल्टर बिल्डिंगें

सेक्टर 11 फायर स्टेशन के तहत 15 मीटर से ऊंची इमारतों की संख्या 16 है जबकि इनमें से 10 इमारतों ने फायर एनओसी नहीं लिया है। मनीमाजरा फायर स्टेशन के तहत ऐसी इमारतों की गिनती 37 है जिनमें से 17 ने फायर एनओसी नहीं लिया है। सेक्टर 17 फायर स्टेशन के अंतर्गत 15 मीटर से ऊंची 195 इमारतें हैं जिनमें से 150 ने फायर एनओसी नहीं लिया है। 35 इमारतों ने आवेदन दे रखा है। सेक्टर 32 फायर स्टेशन के तहत ऐसी 110 इमारतें हैं जिनमें से 75 ने एनओसी नहीं लिया है। पांच ने आवेदन दे रखा है। सेक्टर 38 फायर स्टेशन के अंतर्गत सात इमारतें हैं जिनमें से 6 ने आवेदन दे रखा है। इंडस्ट्रियल एरिया फायर स्टेशन के अंतर्गत 28 ऐसी इमारतें हैं जिनमें से 5 ने एनओसी नहीं लिया है। दस ने इसके लिए अप्लाई किया हुआ है। इंडस्ट्रियल एरिया फेज 2 में ऐसी 28 इमारतें हैं जिनमें से 4 ने एनओसी नहीं ले रखा और 15 ने आवेदन किया हुआ है।