भारत सरकार ने माना- 'दिल्ली ब्लास्ट' आतंकी घटना; मोदी कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित किया, आदेश- घटना की जांच अत्यंत तेजी से की जाए
Indian Government officially says Delhi Red Fort Blast as a Terrorist Attack
Delhi Terror Blast Case: दिल्ली लाले किले के पास हुए कार बम ब्लास्ट में अब भारत सरकार की ओर से आधिकारिक तौर पर यह स्पष्ट हो गया है कि यह एक आतंकी घटना थी। सरकार ने इस ब्लास्ट को राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा की गई जघन्य आतंकवादी घटना करार दिया है। साथ ही इस नृशंस और कायराना कृत्य की बेहद कड़ी निंदा की है। साथ ही सरकार की ओर से यह कड़े रुख में यह दोहराया गया है कि आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति भारत की जीरो टोलरेंस की नीति अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
दिल्ली ब्लास्ट पर मोदी कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित किया
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार शाम हुई कैबिनेट मीटिंग में दिल्ली ब्लास्ट को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। कैबिनेट की यह अहम मीटिंग लगभग दो घंटे तक चली। इस मीटिंग में ब्लास्ट के चलते निर्दोष लोगों की जान जाने पर गहरा शोक व्यक्त किया गया साथ ही उनके सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया और उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और शोक संतप्त परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की गई।
वहीं कैबिनेट की ओर से आदेश देते हुए कहा गया कि, देश ने 10 नवंबर को लाल किले के पास कार ब्लास्ट के माध्यम से राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा किए गए एक जघन्य आतंकी हमले को देखा है। इस घटना की जांच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से की जाए, ताकि अपराधियों, उनके सहयोगियों और उनके प्रायोजकों की पहचान कर उन्हें बिना विलंब न्याय के कटघरे में लाया जा सके। कैबिनेट ने कहा कि सरकार उच्चतम स्तर पर स्थिति पर कड़ी नज़र रखी जा रही है और राष्ट्रीय सुरक्षा और प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के प्रति अपनी स्थायी प्रतिबद्धता के लिए दृढ़ संकल्प है।
दिल्ली ब्लास्ट पर केंद्रीय कैबिनेट का प्रस्ताव

ग़ौरतलब है कि भारत सरकार की कैबिनेट ने दिल्ली ब्लास्ट को आतंकी घटना बताते हुए राष्ट्र-विरोधी ताकतों का जिक्र किया है। किसी पाकिस्तानी आतंकी संगठन या ‘सीमापार आतंकवाद’ का ज़िक्र नहीं किया गया है। अलबत्ता जांच की बात पर ज़ोर दिया गया है और इसके बाद कड़े एक्शन की ओर इशारा किया गया है। इससे पहले भूटान दौरे के दौरान पीएम मोदी ने ऐलान किया था कि हमारी एजेंसियां दिल्ली ब्लास्ट के षड्यंत्र के तह तक जाएंगी और इसके पीछे के साजिशकर्ताओं को किसी भी परिस्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। उन सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा, जो इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार हैं।
दिल्ली ही नहीं पूरा देश दहल गया
गौरतलब है कि 10 नवम्बर सोमवार शाम 7 बजे के करीब लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास अचानक एक हुंडई i20 कार में अचानक ब्लास्ट हुआ। इस ब्लास्ट ने केवल राजधानी ही नहीं पूरे देश को दहला दिया। ब्लास्ट की तीव्रता इतनी भीषण और भयानक थी कि वहां अन्य कई गाड़ियां भी चपेट में आईं और आसपास मौजूद 8 लोगों की इस ब्लास्ट में दर्दनाक मौत हुई। जबकि कई लोग घायल हुए जिनका इलाज अभी LNJP अस्पताल चल रहा है। बीते कल भूटान से दिल्ली लैंड होते ही पीएम मोदी ने LNJP अस्पताल पहुंच बम ब्लास्ट के पीड़ितों से मुलाकात भी की थी।
पहले ही आतंकी घटना की आशंका थी
राजधानी दिल्ली में हुए इस ब्लास्ट के पीछे पहले से ही आतंकी साजिश की आशंका जताई जा रही थी, हालांकि तब आधिकारिक तौर पर कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा गया था। लेकिन जांच हर एंगल से जारी रही। वहीं दिल्ली पुलिस ने इस घटना को लेकर गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) की धारा 16, 18 और विस्फोटक अधिनियम और BNS की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज़ किया था।
गृह मंत्रालय ने NIA को सौंपी दिल्ली ब्लास्ट की जांच
दिल्ली में लाल किले के पास हुए भीषण ब्लास्ट के तुरंत बाद ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी एक्शन मोड में नजर आए थे। सोमवार शाम ब्लास्ट की घटना के तुरंत बाद ही गृह मंत्री अमित शाह ने अधिकारियों से सारी जानकारी ली थी। साथ ही वह उस स्पॉट पर मुआयना करने पहुंचे थे, जहां कार में ब्लास्ट हुआ। शाह ने उसी दौरान अस्पताल में घायलों से भी मुलाक़ात की। वहीं घटना के संबंध में अमित शाह ने फोन पर पीएम मोदी को सारी जानकारी दी थी।
इसके अलावा अमित शाह ने इस ब्लास्ट को लेकर बीते मंगलवार को 2 बार हाई लेवल मीटिंग की थी। जिसमें केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) चीफ, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिदेशक और दिल्ली पुलिस कमिशनर समेत कई सीनियर अफसर मौजूद रहे। वहीं जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक भी वर्चुअल तौर से बैठक में शामिल हुए। गृह मंत्रालय दिल्ली ब्लास्ट की जांच NIA को सौंपी है। जिसमें आगामी कार्रवाई जारी है। वहीं दूसरी तरफ देश की अन्य टॉप सुरक्षा एजेंसियां भी तेजी से पड़ताल में लगी हैं।