स्कूल में वंदे मातरम का टीचर ने ही किया विरोध, एक्शन में आए अफसर, किया निलंबित

Protesting Vande Mataram

Protesting Vande Mataram

अलीगढ़: Protesting Vande Mataram: अलीगढ़ के विकासखंड लोधा के उच्च प्राथमिक विद्यालय शाहपुर कुतुब में बुधवार को प्रार्थनासभा के दौरान उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब सहायक अध्यापक शमसुल हसन ने वंदे मातरम के गायन का विरोध कर दिया. मामला तेजी से तूल पकड़ गया और शिकायत की जांच के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने हसन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.

ये था मामला: विद्यालय की प्रधानाचार्य सुषमा रानी ने बताया कि बुधवार को विद्यालय में प्रार्थना सभा चल रही थी. राष्ट्रगान के बाद जैसे ही शिक्षक और विद्यार्थी 'वंदे मातरम' का गायन करने लगे सहायक अध्यापक शमसुल हसन ने इस पर आपत्ति जता दी. शिक्षकों के मुताबिक हसन ने वंदे मातरम को अपने मजहब के खिलाफ बताते हुए विरोध किया.

प्रधानाचार्य ने क्या कहा: प्रधानाचार्य ने बताया कि हसन ने न केवल वंदे मातरम कहने से इनकार किया बल्कि अन्य शिक्षकों से कहा कि यह नारा स्कूल में नहीं चलेगा. इससे माहौल बिगड़ गया. सहायक अध्यापक चंद्रपाल सिंह, प्रेमलता, सबीहा साबिर, महेश बाबू और राजकुमारी सहित अन्य शिक्षकों ने भी लिखित बयान देकर आरोपों की पुष्टि की. उनका कहना था कि हसन के रवैये से विद्यालय में आपसी विवाद की स्थिति बन गई और शिक्षण कार्य बाधित हुआ.

शिक्षक ने रखा ये पक्ष: वहीं, शमसुल हसन ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया. उनका कहना है कि विद्यालय में पहली बार वंदे मातरम बुलवाया जा रहा था, इसलिए उन्होंने केवल यह अनुरोध किया था कि यह न किया जाए. उनके अनुसार, इसी बात को लेकर सहकर्मियों ने उनसे दुर्व्यवहार किया और गलत आरोप लगा दिए. मामले की गंभीरता को देखते हुए खंड शिक्षा अधिकारी ने तत्काल विद्यालय पहुंचकर जांच की. जांच रिपोर्ट में पाया गया कि हसन का आचरण शासन के निर्देशों और विभागीय अनुशासन के विरुद्ध था.

बीएसए ने क्या कहा: बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश कुमार सिंह ने निलंबन का आदेश जारी किया. बीएसए डॉ राकेश ने बताया कि जिला समन्वयक (निर्माण कार्य) और खंड शिक्षा अधिकारी की संयुक्त रिपोर्ट में यह साबित हुआ कि सहायक अध्यापक ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई और विद्यालय में अनुशासनहीनता फैलाई. उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है. साथ ही जांच पूरी होने तक उन्हें गंगीरी ब्लॉक के उच्च प्राथमिक विद्यालय राजगहीला से संबद्ध किया गया है. बेसिक शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि विद्यालयों में राष्ट्रगीत और वंदे मातरम का गायन शासनादेश के तहत अनिवार्य है और किसी भी प्रकार का विरोध अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है.