जम्मू कश्मीर: आतंक पर प्रहार जारी, श्रीनगर में आतंकियों के 23 सहयोगियों के खिलाफ PSA के तहत केस दर्ज

23 Booked Under PSA in Srinagar

23 Booked Under PSA in Srinagar

श्रीनगर: 23 Booked Under PSA in Srinagar: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी शिविरों पर भारत के जवाबी हमले के कुछ दिनों के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने स्थानीय आतंकी नेटवर्क पर अपनी कार्रवाई को और बढ़ा दिया है.

इसी के तहत, जम्मू कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में आतंकवादियों के 23 सहयोगियों और उपद्रवियों के खिलाफ कड़े सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपियों को हिरासत में लेकर पुंछ, उधमपुर के जिला कारागार और जम्मू की कोट भलवाल जेल में रखा गया है.

उन्होंने कहा, "राष्ट्र की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए नुकसानदेह और आपराधिक तत्वों के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई में श्रीनगर पुलिस ने विध्वंसक गतिविधियों में शामिल प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के 23 सहयोगियों और सार्वजनिक अशांति में शामिल बदमाशों के खिलाफ पीएसए के तहत मामला दर्ज किया है."

श्रीनगर पुलिस द्वारा उनके खिलाफ तैयार किए गए दस्तावेज के आधार पर श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय से औपचारिक रूप से हिरासत का आदेश मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. उन्होंने कहा कि इन व्यक्तियों के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं.

बता दें कि, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे, जिसने घाटी और पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. अब, जब तनाव अभी भी उच्च है और सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं, पुलिस श्रीनगर में सक्रिय राष्ट्र-विरोधी नेटवर्क को खत्म करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों को श्रीनगर के जिला मजिस्ट्रेट को सौंपे गए विस्तृत डोजियर के बाद हिरासत में लिया गया, जिन्होंने PSA के तहत औपचारिक आदेश जारी किए - एक ऐसा कानून जो राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाले मामलों में दो साल तक बिना किसी सुनवाई के निवारक हिरासत की अनुमति देता है.

अधिकारी ने कहा, "यह कार्रवाई कश्मीर घाटी, खासकर राजधानी श्रीनगर में सक्रिय राष्ट्रविरोधी नेटवर्क को बेअसर करने के लिए एक तीव्र अभियान का हिस्सा है." उन्होंने कहा कि, आने वाले दिनों में पीएसए के तहत और लोगों को हिरासत में लिए जाने की उम्मीद है.

पीएसए के तहत हिरासत में लिए गए लोगों में शामिल हैं....

हिरासत में लिए गए लोगों में बागी सुंदर बाला चट्टाबल के साकिब शफी वानी, न्यू कॉलोनी बटमालू के वलीद एजाज शेख उर्फ ​​वलीद, इखराजपोरा राजबाग के हाशिम फारूक मीर और न्यू कॉलोनी बटमालू के सयार अहमद शेख उर्फ ​​साहिल शामिल है.

पीएसए के तहत दर्ज अन्य लोगों में फिरदौस आबाद बटमालू के तौसीफ अहमद खान, दोहा मोहल्ला निशात के शौकत अहमद डार, मालफुक हजरतबल के अली मोहम्मद राथर उर्फ ​​अली पाकिस्तानी, बटागुंड त्राल के ओवैस फारूक लोन (वर्तमान में मैसूमा में रह रहा है) और हमदानिया कॉलोनी बेमिना के मुसैब अहमद खान शामिल हैं.

पीएसए की लिस्ट में चांदीपोरा हरवान के फिरोज अहमद नजर, बागियास श्रीनगर के शब्बीर अहमद गुलाम, फिरदौस अबाद बटमालू के साजिद शाहनवाज मीर उर्फ ​​पैट्रोल, मेथन चानपोरा के नुमान कयूम गनी और पादशाहीबाग के ओवैस अल्ताफ भट शामिल हैं.

मलिक आंगन फतेह कदल के जुनैद ज़हूर बांगरू का भी इसमें नाम है. मुजफ्फर फारूक मीर उर्फ ​​मुजफ्फर और उनीब नसीर मीर, दोनों डेंजरपोरा, शहजादपोरा कनपोरा बडगाम से है, का नाम भी पीएसए की लिस्ट में है . पीएसए के तहत दर्ज अन्य लोगों में खानखल सोख्ता नवा कदल के इरफान अहमद सीरू उर्फ ​​इरफान शामिल है.

पीएसए के तहत दर्ज अन्य लोगों में अकिलमीर खानयार के फहद बशीर सिद्दीकी उर्फ ​​उमर कोचवा, सैदापोरा ईदगाह के जुबैर अहमद लोन, काका साहब जमालत्ता के फैजान यासीन शेख, मूमिना आबाद बटमालू के इब्राहिम राशिद गनी उर्फ ​​गोपी/उमर और न्यू थीड हरवान के अब्दुल हामिद गनी शामिल हैं.

पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि, ये सभी बार-बार गैरकानूनी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल थे और पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड होने और जमानत पर रिहा होने के बावजूद सार्वजनिक शांति को भंग करना जारी रखा.

मामले की संवेदनशीलता के कारण नाम न बताने का अनुरोध करते हुए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कि, यह कार्रवाई श्रीनगर में सक्रिय राष्ट्र-विरोधी तत्वों और ओवरग्राउंड वर्कर (OGW) नेटवर्क को खत्म करने के लिए चल रही कार्रवाई का हिस्सा है. जम्मू कश्मीर पुलिस कानून की पूरी ताकत से इस क्षेत्र में सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाली आपराधिक गतिविधियों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है.

ये गिरफ्तारियां ऑपरेशन सिंदूर के कुछ ही दिनों बाद हुई हैं, जो पाकिस्तान में आतंकी ढांचे पर भारतीय सेना द्वारा किए गए सटीक हमलों की एक श्रृंखला है. एक कड़े संदेश में, पुलिस ने विध्वंसकारी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को चेतावनी दी है कि कानून आखिरकार उन्हें पकड़ लेगा. पुलिस अधिकारी ने कहा कि, कानून के लंबे हाथ उन्हें उम्मीद से पहले ही पकड़ लेंगे और हर अपराधी को न्याय का सामना करना पड़ेगा.

अधिकारी ने कहा कि, उनका मानना ​​है कि पीएसए के तहत हिरासत में लिए गए लोगों से घाटी में नाजुक सुरक्षा माहौल को अस्थिर करने की कोशिश करने वालों को एक स्पष्ट और समझौता न करने वाला संदेश जाएगा. इस बीच, पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर हाई अलर्ट पर है, सुरक्षा बल घाटी के संवेदनशील इलाकों में खुफिया जानकारी जुटाने, निगरानी करने और घेराबंदी और तलाशी अभियान बढ़ा रहे हैं.