स्वाद के चक्कर में अधिक आम खाना पड़ सकता है भारी, पढ़ लें नुकसाननई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mango Side Effects: इसमें कोई शक़ नहीं कि आम खाने में मज़ेदार, मीठे और रसीले होते हैं, और इसे खाकर आपका आत्मा तृप्त हो जाती है। हालांकि, आपके पसंदीदा फल के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह जानकारी आम के चाहने वालों को झूठी और बकवास ज़रूर लग सकती है, लेकिन अगर इन्हें सीमित मात्रा में न खाया जाए, तो खट्टे-मीठे, पोषण से भरपूर आम भी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम कर सकते हैं। Ads by Jagran.TV ADVERTISING Pregnancy Tips: प्रेग्‍नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से ऐसे पाए छुटकारा Pregnancy Tips: प्रेग्‍नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस से हैं परेशान, तो अपनाएं ये टिप्स यह भी पढ़ें तो आइए नज़र डालें, आम से होने वाले कुछ नुकसान पर! क्या सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं आम? पोषण से भरपूर इस फल में विटामिन्स, खनीज और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। अगर आम की तुलना दूसरे फलों से की जाए तो यह पौधों के यौगिकों और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं जो समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद करते हैं। इस फल की पोटेशियम युक्त संरचना सोडियम को संतुलित करने में मदद कर सकती है और उच्च रक्तचाप को दूर रखती है, जिससे हृदय रोगों और स्ट्रोक के जोखिम को कम किया जा सकता है। लेकिन अगर इसे ज़रूरत से ज़्यादा खा लिया जाए, तो इससे साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। एलर्जी को ट्रिगर कर सकता है आम एलर्जी पैदा करके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लेटेक्स एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए आम हानिकारक हो सकते हैं, खासकर अगर कोई सिंथेटिक सामग्री के प्रति संवेदनशील है क्योंकि आम के प्रोटीन लेटेक्स के समान होते हैं और अंतर्निहित एलर्जी वाले लोगों के लिए असुविधा पैदा कर सकते हैं। ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा सकता है Buttermilk Benefits: जानें छाछ पीने के 4 फायदे Buttermilk Benefits: गर्मियों में रोज़ पिएंगे छाछ, तो सेहत को होंगे ये 4 फायदे यह भी पढ़ें आम मीठे और स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन इन्हें खाते ही फौरन शुगर स्तर बढ़ जाता है, क्योंकि इसमें नेचुरल चीनी होती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, डायबिटीज़ के मामले में प्राकृतिक चीनी भी आम चीनी की तरह ही काम करती है। इसलिए आम ज़रूर खाएं लेकिन इसकी मात्रा पर भी ध्यान दें। फाइबर की कमी कई तरह के आम में फाइबर की मात्रा काफी कम होती है। आम की गुठली और छिलकों में सबसे ज़्यादा फाइबर होता है, जो आमतौर पर खाए नहीं जाते। इसलिए सिर्फ आम खा लेने से पाचन में मदद नहीं मिलेगी। यही वजह है कि आमतौर पर सलाह दी जाती है कि आम को फाइबर से भरपूर चीज़ों के साथ खाएं, ताकि पाचन सही रहे। Covid-19 Mask: दिल्ली सरकार फिर हुआ मास्क पहनना ज़रूरी Covid-19 Mask: दिल्ली सरकार ने मास्क पहनना किया ज़रूरी, जानें हमें इसे गंभीरता से लेने की ज़रूरत क्यों है? यह भी पढ़ें वज़न का बढ़ना जी हां, ज़्यादा आम खाने से आपका वज़न भी बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आम में फाइबर की मात्रा कम होती है, नेचुरल चीनी कहीं ज़्यादा और कैलोरी भी काफी ज़्यादा होती है, जिससे वज़न बढ़ने लगता है। पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आम को सेवन अगर ज़रूरत से ज़्यादा कर लिया जाए, तो इससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संकट पैदा हो सकता है, क्योंकि इसमें किण्वित कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो IBS यानी इरिटेबल आंत्र सिंड्रोम (IBS) को ट्रिगर कर सकते हैं और पाचन तंत्र को परेशान कर सकते हैं। Swollen Legs Cure: इन उपायों से पाएं पैरों की सूजन से राहत Swollen Legs Cure: घरेलू उपाय, जिनकी मदद से आप पा सकते हैं पैरों की सूजन और दर्द से छुटकारा यह भी पढ़ें Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

स्वाद के चक्कर में अधिक आम खाना पड़ सकता है भारी, पढ़ लें नुकसान

स्वाद के चक्कर में अधिक आम खाना पड़ सकता है भारी

स्वाद के चक्कर में अधिक आम खाना पड़ सकता है भारी, पढ़ लें नुकसाननई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mango Si

नई दिल्ली। इसमें कोई शक़ नहीं कि आम खाने में मज़ेदार, मीठे और रसीले होते हैं, और इसे खाकर आपका आत्मा तृप्त हो जाती है। हालांकि, आपके पसंदीदा फल के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। यह जानकारी आम के चाहने वालों को झूठी और बकवास ज़रूर लग सकती है, लेकिन अगर इन्हें सीमित मात्रा में न खाया जाए, तो खट्टे-मीठे, पोषण से भरपूर आम भी आपकी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम कर सकते हैं।

तो आइए नज़र डालें, आम से होने वाले कुछ नुकसान पर!

क्या सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं आम?

पोषण से भरपूर इस फल में विटामिन्स, खनीज और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। अगर आम की तुलना दूसरे फलों से की जाए तो यह पौधों के यौगिकों और फाइटोन्यूट्रिएंट्स से भरपूर होते हैं जो समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करने में मदद करते हैं। इस फल की पोटेशियम युक्त संरचना सोडियम को संतुलित करने में मदद कर सकती है और उच्च रक्तचाप को दूर रखती है, जिससे हृदय रोगों और स्ट्रोक के जोखिम को कम किया जा सकता है। लेकिन अगर इसे ज़रूरत से ज़्यादा खा लिया जाए, तो इससे साइड-इफेक्ट्स भी हो सकते हैं।

एलर्जी को ट्रिगर कर सकता है

आम एलर्जी पैदा करके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि लेटेक्स एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए आम हानिकारक हो सकते हैं, खासकर अगर कोई सिंथेटिक सामग्री के प्रति संवेदनशील है क्योंकि आम के प्रोटीन लेटेक्स के समान होते हैं और अंतर्निहित एलर्जी वाले लोगों के लिए असुविधा पैदा कर सकते हैं।

ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा सकता है

आम मीठे और स्वादिष्ट होते हैं, लेकिन इन्हें खाते ही फौरन शुगर स्तर बढ़ जाता है, क्योंकि इसमें नेचुरल चीनी होती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, डायबिटीज़ के मामले में प्राकृतिक चीनी भी आम चीनी की तरह ही काम करती है। इसलिए आम ज़रूर खाएं लेकिन इसकी मात्रा पर भी ध्यान दें।

फाइबर की कमी

कई तरह के आम में फाइबर की मात्रा काफी कम होती है। आम की गुठली और छिलकों में सबसे ज़्यादा फाइबर होता है, जो आमतौर पर खाए नहीं जाते। इसलिए सिर्फ आम खा लेने से पाचन में मदद नहीं मिलेगी। यही वजह है कि आमतौर पर सलाह दी जाती है कि आम को फाइबर से भरपूर चीज़ों के साथ खाएं, ताकि पाचन सही रहे।

वज़न का बढ़ना

जी हां, ज़्यादा आम खाने से आपका वज़न भी बढ़ सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि आम में फाइबर की मात्रा कम होती है, नेचुरल चीनी कहीं ज़्यादा और कैलोरी भी काफी ज़्यादा होती है, जिससे वज़न बढ़ने लगता है।

पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, आम को सेवन अगर ज़रूरत से ज़्यादा कर लिया जाए, तो इससे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संकट पैदा हो सकता है, क्योंकि इसमें किण्वित कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो IBS यानी इरिटेबल आंत्र सिंड्रोम (IBS) को ट्रिगर कर सकते हैं और पाचन तंत्र को परेशान कर सकते हैं।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।