Home Remedies : वायरल इंफेक्शन के बाद बच्चों में बढ़ी Dry Cough की समस्या, इन 5 घरेलू उपचार से की जा सकती खांसी दूर 

वायरल इंफेक्शन के बाद बच्चों में बढ़ी Dry Cough की समस्या, इन 5 घरेलू उपचार से की जा सकती खांसी दूर 

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how to remove dry cough with these home remedy tips

Home Remedies : आजकल मौसम बदलने के साथ कई तरह के वायरस इंफेक्शन के मामले सामने आ रहे हैं जैसे बुखार होना, सेल डाउन होने और सर दर्द आदि की बीमारियों से लोगो को बहुत परेशानी हो रही है और बच्चे सबसे ज्यादा इससे प्रभावित हैं। खास कर कि स्कूल जाने वाले बच्चों में लगातार सूखी खांसी की शिकायत आ रही है। दरअसल, वायरल इंफेक्शन के बाद अक्सर लोगों को सूखी खांसी (dry cough) की समस्या हो जाती है। सर्दी के बाद की ये खांसी आमतौर पर सूखी होती है और 2 महीने तक रह सकती है। ये सांस नली में जलन होने के कारण होती है, जो अक्सर वायरल बीमारी के बाद अत्यधिक संवेदनशील हो जाते हैं। इससे सूखी खांसी होती है और इसे ठीक होने में अक्सर लंबा समय लगता है। ऐसे में कुछ घरेलू उपचार आपके काम आ सकते हैं तो आइए जानते है कोनसे घरेलू उपायों से सुखी खांसी को ठीक किया जा सकता है।  

नमक के गरारे (Saltwater gargles)


गले में खराश या खांसी होना आम बात हो जाती है जब हम गर्म-सर्द खाते रहते है पर ये सूखी खांसी को ठीक होने में लंबा समय लग सकता है, ऐसे में नमक के गरारे हमेशा काम करते हैं। ये बहुत आम घरेलू उपचार है। यह गले की सूजन और बार-बार आती खांसी को कम करता है। तो, बच्चे को दिन भर में कम से कम दो बार, सुबह उठने के बाद और रात में सोने से पहले नमक के गरारे जरूर करवाएं। इसके लिए एक कप गर्म पानी में आधा छोटा चम्मच नमक तब तक मिलाएं जब तक वह घुल न जाए। फिर इसे थोड़ा ठंडा होने दें और गरारे करवाएं।

अदरक पका कर दें (Ginger)


कहने को तो ये एक पुराना नुस्खा है। मेडिकल साइंस में इसकी ज्यादा मान्यता तो नहीं है लेकिन आयुर्वेद में रहा है और इसलिए तो हमारे मम्मी-पापा भी हमारे साथ ये नुस्खा अपनाते रहे हैं। दरअसल, अदरक में एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है। ये इम्यूनिटी बढ़ाने और श्वसन पथ में जमा बलगम को दूर करने में भी मदद करता है। अदरक सांस की नलियों की चिकनी मांसपेशियों को आराम देकर बार-बार होने वाली खांसी को दबा सकता है। तो, इसलिए देसी घी में ढेर सारा अदरक कूच कर पका लें और इसको आप अपने बच्चे को दिन में 3 से 4 बार दें। इससे बच्चे को गले में राहत महसूस होगी।

शहद का इस्तेमाल करें (Honey)
शहद एक नेचुरल कफ सप्रेसेंट है जिसे साधारण गर्म पानी में लिया जा सकता है। साथ ही आप बच्चों को नींबू-शहद वाली चाय दे सकते हैं। दरअसल, शहद में मौजूद डेक्स्ट्रोमेथोर्फन (dextromethorphan) तत्व इसे किसी भी प्रकार की खांसी के लिए प्राकृतिक उपचार बनाता है जो बलगम और इंफेक्श को कम करता है और गले में सूजन से राहत देता है। इससे बार-बार आती सूखी खांसी कंट्रोल होने लगती है।

भाप दिलाएं (Steam)


सूखी खांसी जब भी हो तो ऐसे में भाप लेना अच्छा रहता है। भाप लेने से अक्सर खांसी से राहत मिलती है। भाप लेते समय गर्म हवा, फेफड़ों और सांस नलियों क हवा में नमी जोड़ती है जो सूखी खांसी को कम करने में मदद करती है। ऐसे में आप ह्यूमिडिफायर का उपयोग कर सकते हैं या बस एक कटोरी गर्म पानी से भी बच्चे को भाप दिलवा सकते हैं। इससे से सुखी खांसी कंट्रोल होगी। 

तुलसी-पुदीने का काढ़ा पिलाएं(Mint tulsi kadha)


तुलसी और पुदीने का काढ़ा सेहत के लिए अच्छा होता है साथ ही इसके सेवन से गले की खांसी से छुटकारा पाया जा सकता है। पुदीने में मौजूद मेन्थॉल लगातार खांसी के कारण गले को शांत करने में मदद कर सकता है। जबकि तुलसी का एंटी वायरस गुण इंफेक्शन को कम करने में मददगार है। तो, बच्चों को तुलसी-पुदीने का काढ़ा बना कर पिलाएं।