हरियाणा DGP ओपी सिंह आज रिटायर; सर्विस के आखिरी दिन भावुक, पुलिस के नाम पत्र, कहा- IPS यात्रा में मेरा स्टॉप आ गया

Haryana DGP IPS OP Singh Retirement Breaking News

Haryana DGP IPS OP Singh Retirement Breaking News

IPS OP Singh Retirement: हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह आज 31 दिसंबर 2025 को आईपीएस सर्विस से रिटायर हो गए हैं। मधुबन स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी में उनका गारिमामयी विदाई समारोह आयोजित किया गया। जहां उन्हें पुलिस की टुकड़ी ने सलामी दी। साथ ही अधिकारियों व जवानों ने विदाई से पहले उनसे एक मुलाक़ात भी की और उनके कार्यकाल को याद करने की बात कही। ओपी सिंह लगभग ढाई महीने के लिए ही DGP पद पर रहे, लेकिन उनका छोटा सा कार्यकाल खूब चर्चा में रहा और वह अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे।

रिटायरमेंट पर एक पत्र लिखा, भावुक दिखे

गौरतलब है कि ओपी सिंह मशहूर दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के जीजा भी हैं। वह मूल रूप से बिहार के जमुई के रहने वाले हैं। ओपी सिंह अपनी रिटायरमेंट पर सर्विस के आखिरी दिन अपनी IPS यात्रा को याद करते हुए बेहद भावुक नजर आए हैं। उन्होंने रिटायरमेंट के इस मौके पर हरियाणा पुलिस बल के नाम एक खास पत्र जारी किया है। ओपी सिंह के इस पत्र में जहां उनकी भावुकता झलक रही है और उनकी उपलब्धियों का जिक्र है तो वहीं साथ ही उनका पुलिस जवानों और अधिकारियों को एक अहम संदेश भी है की कैसे कानून और लोगों के लिए काम करना है।

IPS यात्रा में मेरा स्टॉप आ गया

1992 बैच के सीनियर आईपीएस अफसर ओपी सिंह ने हरियाणा पुलिस के जवानों और अधिकारियों को नए साल की शुभकामनाएं भी दी हैं। वहीं उन्होंने कहा कि आईपीएस और हरियाणा पुलिस मेरी पहचान है। अब तक जो कुछ मेरे से बन पड़ा है, इसमें इन दोनों का बड़ा हाथ है। लेकिन अब जब कि मेरा पड़ाव आ गया है तो मुझे कबीर दास की निम्न पंक्तियां याद आ रही हैं- ''दास कबीर जतन से ओढ़ी, ज्यों-की-त्यों धर दीन्हीं चदरिया''। ओपी सिंह ने कहा कि मैं IPS रूपी रेल यात्रा में सवार हुआ था और अब मेरा स्टॉप आ गया है। ये तो एक दिन आना ही था। इस यात्रा में मुझे जो भी जिस रूप में मिले, वे सब मेरी स्मृति में हैं।

अपराध को लेकर 2026 में चुनौती ज्यादा

वहीं अपने पत्र में ओपी सिंह ने अपराध को लेकर 2026 में ज्यादा चुनौती पेश आने का भी जिक्र किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है, हरियाणा में वर्ष 2025 में 2024 की तुलना में मानव और सम्पत्ति विरुद्ध अपराधों में कमी आई है। कमजोर एवं वंचित वर्ग कम टारगेट हुए हैं। ड्रग्स और आर्म्स एक्ट के ज़्यादा मुकदमे दर्ज हुए हैं। ऐसा हरियाणा पुलिस के जवानों और अधिकारियों की सबकी सक्रियता से संभव हुआ है। लेकिन अब 2026 में चुनौतियां अधिक होंगी। 2025 के निम्न बेसलाइन से आपके क्षेत्र के अपराध के आंकड़े आंके जाएंगे।

ओपी सिंह ने हरियाणा पुलिस को संदेश देते हुए कहा कि, बढ़ते अपराध दर पर शोर मचना ही मचना है। इसको डील करने का एक ही तरीका है अधिक से अधिक पुलिसकर्मी अपराध रोकने के काम में लगें, एक व्यवस्थित तरीके से लगातार हिंसक अपराधियों के पीछे लगे रहें, संगठित अपराधियों का डट कर मुक़ाबला करें और क्राइम प्रिवेंशन पर ज़ोर लगायें। आज़ादी की असली लड़ाई मुंहजोरों, सनकियों एवं ठगों के आतंक के ख़िलाफ़ हैं। दुर्भाग्य से ये अभी भी जारी है। DGP ओपी सिंह ने यह उम्मीद जताई है और आशा व्यक्त की है कि हरियाणा पुलिस के जवान और अधिकारी ऐसा ही करेंगे और क़ानून के राज के लिए लोगों के संघर्ष में लोगों का साथ देंगे।

'सेवानिवृत्ति' शब्द से परहेज है- ओपी सिंह

ओपी सिंह ने अपनी रिटायरमेंट पर एक बड़ी बात भी कही। उन्होंने कहा कि उन्हें 'सेवानिवृत्ति' शब्द से परहेज है। वह सिर्फ आईपीएस रूपी रेल से उतर रहे हैं। उनकी यात्रा अभी खत्म नहीं हुई है। क्योंकि उनका मानना है कि जब तक जीवन है, तब तक कुछ सार्थक और उपयोगी करते रहना चाहिए। ओपी सिंह ने कहा है कि उनकी रुचि लिखने में है। वह पहले भी लिखते रहे हैं मगर अब उन्हें लगता है कि वह इसे और ज्यादा समय दे पाएंगे।

IPS यात्रा में अपने काम को किया याद

ओपी सिंह ने कहा, जब वह जिला एसपी, रेंज आईजी, पुलिस कमिश्नर और डीजीपी रहे तो उन्होंने हिंसक अपराधियों और उपद्रवियों के पीछे फोर्स को लगाए रखा। जब वह स्पोर्ट्स डायरेक्टर थे तो प्ले फॉर इंडिया प्रोग्राम के ज़रिए लाखों बच्चों को खेलों से जोड़ा। ज़िला मैराथन के ज़रिए युवाओं और राहगीरी के माध्यम से आमजन को सरकार से जोड़ा, जातिगत और वर्गगत खाई पाटी एंटी ड्रग एनफोर्समेंट, यूथ कम्युनिकेशन, साइबर क्राइम प्रिवेंशन, क्राइम डाटा मैनेजमेंट, फॉरेंसिक साइंस एवं ग्रीन बिल्डिंग प्रैक्टिस जैसे क्षेत्र में हरियाणा को देश में अग्रणी बनाने में सबका बड़ा सहयोग मिला।

अक्टूबर में बने थे हरियाणा DGP

ओपी सिंह का पूरा नाम ओम प्रकाश सिंह है और वह 1992 में आईपीएस अफसर बने थे। वहीं उन्हें 14 अक्टूबर 2025 को हरियाणा DGP का चार्ज दिया गया था। उन्हें यह चार्ज तब मिला था जब आईएएस पूरन कुमार सुसाइड केस में शत्रुजीत कपूर को लंबी छुट्टी पर भेजा गया। DGP रहते ओपी सिंह लगातार एक्शन मोड में नजर आए और प्रदेश में सक्रिय अपराधियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाकर प्रभावी कार्रवाई की। जमीनी बदमाशी हों या साइबर ठग, हर मामले में ओपी सिंह ने अपराधियों की कमर तोड़ने का बीड़ा उठाया। उन्होंने ऑपरेशन ट्रैकडाउन चलाकर अपराधियों से हरियाणा की जेलें भर दीं। मतलब प्रदेश के अंदर अपराधियों की ताबड़तोड़ गिरफ्तारी हुईं।

हरियाणा DGP का पत्र

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