राष्ट्रीय सम्मेलन से बना सार्थक चर्चा और परस्पर संवाद का वातावरण : हरविन्द्र कल्याण

National conference created an environment of meaningful Discussion
राष्ट्रीय सम्मेलन से बना सार्थक चर्चा और परस्पर संवाद का वातावरण : हरविन्द्र कल्याण
हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष बोले - शहरी निकायों के योगदान से पूरी होगी 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना
चंडीगढ़, 9 जुलाई: National conference created an environment of meaningful Discussion: हरियाणा विधान सभा अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा है कि गुरुग्राम में संपन्न हुए शहरी स्थानीय निकायों के राष्ट्रीय सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना में शहरी स्थानीय निकायों की भूमिका को रेखांकित करना था। यह सम्मेलन छोटी विधायी संस्थाओं में जिम्मेदारी से संवाद का भाव पैदा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत 2047’ के स्वप्न को पूरा करेगा। सम्मेलन में शहरी नियोजन और विकास से जुड़े विशेषज्ञ, नीति निर्माता शामिल रहे। इसके चलते यह सम्मेलन वरिष्ठ जनप्रतिनिधियों और विशेषज्ञों के प्रत्यक्ष संवाद का मंच बना। कल्याण बुधवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 3 स्थित हरियाणा निवास में प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
कल्याण ने कहा कि सम्मेलन के दौरान शहरी निकाय प्रशासन को नवाचार, पारदर्शिता और जनसहभागिता को प्रोत्साहित करने के लिए एआई तकनीक आधारित प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने का संकल्प दोहराया गया। इस प्रकार यह सम्मेलन देश के लोकतांत्रिक ढांचे को और मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम रहा। इस वर्ष पटना में आयोजित पीठासीन अधिकारियों के अखिल भारतीय सम्मेलन में भी इस विषय पर प्रस्ताव पारित किया गया था।
विस अध्यक्ष हरविन्द्र कल्याण ने कहा कि देश के पहले राष्ट्रीय सम्मेलन में अनेक नगर निगमों, नगर परिषदों और नगरपालिकाओं के अध्यक्षों और अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में अपनाए गए सर्वश्रेष्ठ विकास मॉडल और नवाचारों को साझा किया। इंदौर, लखनऊ, पुणे, सूरत और विशाखापत्तनम के महापौर/नगर आयुक्तों ने स्वच्छ और हरित शहरों से संबंधित उत्कृष्ट कार्यों और सफलताओं पर प्रस्तुति दीं। उनकी प्रस्तुतियां प्रतिभागियों के लिए सहायक सिद्ध होगी।
कल्याण ने कहा कि इस सम्मेलन से प्रेरणा लेकर पंचायती राज संस्थाओं, सहकारी संस्थाओं, महिला नेतृत्व, और युवा सहभागिता पर आधारित विशेष सम्मेलन आयोजित करने की भी योजना है। इस प्रयास से ग्राम से लेकर शहर तक प्रशासनिक व लोकतांत्रिक चेतना को गति मिलेगी। इस बात पर जोर दिया गया कि शहरी स्थानीय निकाय आम लोगों की भागीदारी के साथ विकास कार्यों को जोड़कर जन आंदोलन के रूप में आगे बढ़ सकते हैं। सम्मेलन में सुझाव आया कि शहरी निकायों में स्पीकर जैसे पद का सृजन होना चाहिए, ताकि सभी फैसले निष्पक्ष रूप से हों। मध्य प्रदेश में इस प्रकार की पहल हो चुकी है।
कल्याण ने कहा कि 3 जुलाई की शाम को हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की ओर से गंधर्व वाद्य संगीत, हरियाणवी लोक नृत्य और ‘भारत के रंग’ विषय पर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने प्रतिभागियों को सांस्कृतिक गहराई से जोड़ा। सम्मेलन परिसर में स्थापित की गई मेमोरी वॉल पर अनेक विशिष्ट अतिथियों ने अपने अनुभव सांझा किए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के संपन्न होने के बाद सभी प्रतिनिधियों ने नई दिल्ली पहुंच नई और पुरानी संसद का भ्रमण किया। इस दौरान सभी प्रतिभागियों ने म्यूजियम देखा और सेंट्रल हॉल में लोक सभा के माननीय अध्यक्ष ओम बिरला से सीधा संवाद किया। केंद्रीय कक्ष में सभी प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने ओम बिरला की उपस्थिति में हरियाणा की ओर से किए गए प्रबंधों की प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि लोक सभा की ओर से इस सम्मेलन की मेजबानी मिलना हरियाणा विधान सभा के लिए गौरव का विषय है। इसके लिए उन्होंने लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला का आभार व्यक्त किया। यह सम्मेलन राज्य सरकार और जिला प्रशासन के पूर्ण सहयोग से सफल हुआ। सम्मेलन को लेकर सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और सभी अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रति भी आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन की व्यवस्थाओं को लेकर लोक सभा के केंद्रीय कक्ष में बड़ी संख्या में खुले दिल से प्रशंसा की गई है।
कल्याण ने कहा कि देश में सम्मेलन अपने आप में अनूठी पहल रही, जिसमें 25 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों से स्थानीय शहरी निकायों के 308 मेयर, चेयरपर्सन और अधिकारियों समेत लगभग 450 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन में 2 केंद्रीय मंत्रियों समेत 10 सांसदों और हरियाणा से करीब 55 मंत्री व विधायकों ने तथा 75 मेयर व चेयरपर्सन्स ने हिस्सा लिया। उन्होंने सम्मेलन में मार्गदर्शन के लिए हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय ऊर्जा, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, शहरी निकाय एवं राजस्व मंत्री विपुल गोयल, वन मंत्री राव नरबीर सिंह, मध्यप्रदेश के शहरी निकाय एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, विधानसभा के उपाध्यक्ष डॉ. कृष्ण लाल मिड्ढा, राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी, लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह समेत सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी प्रतिनिधियों का आभार जताया। हरियाणा सरकार विशेषकर शहरी स्थानीय निकाय विभाग, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग, पुलिस विभाग, एचएसवीपी, गुरुग्राम जिला प्रशासन और आईकैट के अधिकारियों, लोक सभा और हरियाणा विधान सभा के अधिकारियों/कर्मचारियों तथा मीडिया का भी विशेष रूप से आभार जताया।