FCI lab manager arrested from Chandigarh

सीबीआई ने चंडीगढ़ से दबोचा ऑपरेशन कनक में एफसीआई का लैब मैनेजर, जांच एजेंसी ने चंडीगढ़ समेत देश के 39 जगहों पर मारे छापे, आरोपी मैनेजर 16 जनवरी तक सीबीआई रिमांड पर भेजा

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अर्थ प्रकाश/आदित्य शर्मा

FCI lab manager arrested from Chandigarh : चंडीगढ़/पंचकूला। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) द्वारा फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के चंडीगढ़ स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में सामने आए करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार के मामले में देशभर में छापेमारी की जा रही है। सीबीआई की टीमों ने शुक्रवार को चंडीगढ़ (Chandigarh) समेत देश के 39 अलग अलग ठिकानों पर छापे मारे और 1 करोड़ रुपए नकद और काफी संख्या में दस्तावेजों का जखीरा बरामद किया। इन दस्तावेजों की जांच के दौरान सीबीआई जल्द इस मामले में नये खुलासे कर सकती है। आरोप है कि एफसीआई (FCI) की कनक को अवैध तौर पर सेल करने के अलावा प्राइवेट लोगों को लाभ पहुंचाने वाले एफसीआई के अधिकारियों पर केन्द्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) का शिकंजा जारी है। 

एफसीआई, डीओ, चंडीगढ़ भी गिरफ्तार 

जांच के दौरान, सीबीआई (CBI) ने एक प्रबंधक सतीश वर्मा (प्रयोगशाला), एफसीआई, डीओ, चंडीगढ़ को भी गिरफ्तार किया है। आरोपी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया और 16 जनवरी तक सीबीआई (CBI) हिरासत में भेज दिया गया। इससे पहले, एक डीजीएम (गुणवत्ता नियंत्रण/कार्मिक) आरओ, चंडीगढ़ और खरड़ (पंजाब) स्थित फर्म के एक मालिक को गिरफ्तार किया गया था, जो वर्तमान में दोनों सीबीआई हिरासत में हैं। एफसीआई के अधिकारियों, निजी चावल मिल मालिकों और अनाज व्यापारियों द्वारा अपनाए गए चैनेलाइज्ड भ्रष्टाचार के गठजोड़ के खिलाफ सीबीआई (CBI) ने ऑपरेशन कनक नाम के एक बड़े ऑपरेशन में अब तक कुल 99 स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें एफसीआई के कुछ अधिकारियों को अनुचित लाभ के लिए अनुचित रिश्वत दी गई थी।  अभियुक्तों के परिसरों में तीन दिनों की तलाशी के दौरान विभिन्न संपत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए। एफसीआई के अधिकारियों, निजी चावल मिल मालिकों और अनाज व्यापारियों द्वारा अपनाए गए चैनलाइज्ड भ्रष्टाचार के गठजोड़ के खिलाफ सीबीआई ने ऑपरेशन कनक नाम के एक बड़े ऑपरेशन में अब तक कुल 99 स्थानों पर तलाशी ली गई, जिसमें एफसीआई के कुछ अधिकारियों को अनुचित लाभ के लिए अनुचित रिश्वत दी गई थी।

नेक्सेस ऐसे करता था काम

सीबीआई के मुताबिक नेक्सस ऑपरेटरों में एफसीआई (FCI) के सेवारत (34) और सेवानिवृत्त अधिकारियों (3), निजी व्यक्तियों (17) और अन्य संस्थाओं आदि सहित 74 अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। आरोप था कि निजी चावल मिल मालिक और अनाज व्यापारी निम्न गुणवत्ता वाले खाद्यान्नों की खरीद को समायोजित करने, खाद्यान्नों को उतारने में दिन-प्रतिदिन के कार्यों में कदाचार, विभिन्न कदाचारों के खिलाफ जांच का प्रबंध करने आदि में लाभ प्राप्त करने के लिए एफसीआई अधिकारियों को रिश्वत दे रहे थे। यह भी आरोप लगाया गया था कि अधिकारी चावल मिल मालिकों के साथ मिलकर स्टॉक में कमी को कवर करते हैं और कम गुणवत्ता वाले खाद्यान्न को स्वीकार करते हैं जो देश के अन्य हिस्सों में ले जाया जाता है। बदले में राइस मिलर्स तकनीकी सहायकों, डीजीएम, एजीएम, और यहां तक कि कार्यकारी निदेशक सहित एफसीआई के अधिकारियों को कथित रूप से चैनेलाइज्ड भ्रष्टाचार के हिस्से के रूप में भारी मात्रा में रिश्वत देते हैं।

अब तक 1 करोड़ नकद, 3 करोड़ की एफडीआर बरामद

सीबीआई (CBI) के मुताबिक केंद्रीय जांच ब्यूरो (Central Bureau of Investigation) ने अब तक एक रुपये बरामद किए हैं। रूप नगर, संगरूर, मोरिंडा, बस्सी पठाना फतेहगढ़ साहिब, मोहाली, गुरदासपुर, बरनाला, मनसा, बठिंडा, सुनाम, बुदलाडा, मोहाली (सभी पंजाब में) में लगभग 39 स्थानों पर की गई खोजों सहित 1.03 करोड़ (लगभग), अंबाला, गुरुग्राम (हरियाणा में), कोलार, चिक्काबलापुर (कर्नाटक में), आरोपी के परिसर में चेन्नई (तमिलनाडु), नई दिल्ली, व  चंडीगढ़ आदि में छापे मारे। इसके अलावा, 3 करोड़ रुपये से अधिक की एफडीआर भी अभियुक्तों के परिसरों में तीन दिनों की तलाशी के दौरान विभिन्न पत्तियों से संबंधित दस्तावेज बरामद किए गए। 

 

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