Due to snowfall in Kinnaur, clouds of crisis hovered over apples

किन्नौर में बर्फबारी से सेब पर मंडराए संकट के बादल

Due to snowfall in Kinnaur, clouds of crisis hovered over apples

Due to snowfall in Kinnaur, clouds of crisis hovered over apples

किन्नौर:हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले कई भागों में मई में भी बर्फबारी जारी रहने से किसानों-बागवानों सहित आम लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। बीती रात को लाहौल व किन्न्नौर के ऊंचाई वाले भागों में बर्फबारी हुई है। किन्नौर जिले के सांगला, रक्षम, छितकुल, लिप्पा, आसरंग, हांगो, चुलिंग सहित कई अन्य क्षेत्रों में करीब चार से छह इंच तक ताजा हिमपात हुआ है। इससे सेब सहित कई अन्य नकदी फसलों पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। बर्फबारी से जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब की सेटिंग पर विपरित असर पड़ रहा है। कई जगह अभी फ्लावरिंग चली हुई है।

इससे बागवानों चिंता बढ़ गई है। उधर, मंगलवार सुबह के समय सोलंगनाला और अटल टनल रोहतांग के बीच बर्फ जमी रही। जिससे पर्यटकों को अटल टनल की तरफ नहीं भेजा गया। सुबह 11:30 बजे के बाद सभी प्रकार के वाहनों को अटल टनल रोहतांग की जाने की अनुमति दी गई। बर्फबारी से तापमान में गिरावट के चलते मई में भी सर्दियों के मौसम का अहसास हो रहा है। केलांग व कुकुमसेरी का न्यूनतम तापमान माइनस में चल रहा है। कल्पा में शून्य डिग्री तक दर्ज किया गया। वहीं, शिमला व आसपास भागों में आज भी मौसम खराब बना हुआ है। 

13 मई तक ऐसा रहेगा मौसम

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार प्रदेश के उच्च पर्वतीय एक-दो स्थानों पर आज भी बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 10 से 12 मई तक सभी भागों में मौसम साफ रहने के आसार हैं। ताजा पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से 13 मई को मध्य व उच्च पर्वतीय कई भागों में बारिश- बर्फबारी के साथ अंधड़ चलने का येलो अलर्ट जारी हुआ है।