डायल 108 की सेवाएं आगामी तीन माह में होंगी डायल 112 से एकीकृत- मुख्य सचिव

डायल 108 की सेवाएं आगामी तीन माह में होंगी डायल 112 से एकीकृत- मुख्य सचिव

डायल 108 की सेवाएं आगामी तीन माह में होंगी डायल 112 से एकीकृत- मुख्य सचिव

डायल 108 की सेवाएं आगामी तीन माह में होंगी डायल 112 से एकीकृत- मुख्य सचिव

डायल112 तथा आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) परियोजना के लिए गठित राज्य अधिकार प्राप्त समीति की हुई बैठक

एकीकृत कमांड और कंट्रोल रूम में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की भी हो डयूटी- संजीव कौशल

चंडीगढ़, 14 सितंबर- हरियाणा में आगामी तीन माह के भीतर डायल 112  की आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली के साथ स्वास्थ्य विभाग की आपातकालीन सेवा डायल 108 की सेवाओं को एकीकृत किया जायेगा। इस प्रणाली के एकीकृत होने से आमजन को यूनिवर्सल नंबर पर ही आपातकालीन समय में एंबुलेंस एवं अन्य सेवाएं जल्द से जल्द आमजन तक पहुंच सकेगी।
इसके अलावा, डायल-112 के साथ फायर ब्रिगेड की सेवाओं, महिला हैल्पलाइन नंबर 1091 और ट्रेफिक हैल्पलाइन नंबर 1073 की सेवाओं को सफलतापूर्वक एकीकृत किया गया है और वर्तमान में पूरे राज्य में सुचारू रूप से संचालित है। 

यह निर्देश आज यहां हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल की अध्यक्षता में हरियाणा 112 तथा आपातकालीन त्वरित सहायता प्रणाली (ईआरएसएस) परियोजना के कार्यान्वयन के लिए गठित राज्य अधिकार प्राप्त समीति की बैठक में दिये गये।

एकीकृत कमांड और कंट्रोल रूम में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की भी हो डयूटी

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिये की एकीकृत कमांड और कंट्रोल रूम में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की भी डयूटी लगाई जाये ताकि स्वास्थ्य विभाग से संबंधित आपातकालीन सहायता प्रदान करने मे देरी न हो। इसके अलावा, अग्निशमन एवं आपदा प्रबंधन की सेवाओं को भी जल्द से जल्द डायल 112 में एकीकृत किया जाये। उन्होंने आपात समय में सेवा प्रदान करने के रिस्पांस टाइम का अध्धयतन करने के भी निर्देश दिये। 

ट्रायल बेसिस पर फरीदाबाद एवं गुरूग्राम में एम्बुलेंस सेवाओं को चलाया जा रहा डायल 112 के तहत 

बैठक में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री अर्शइंदर सिंह चावला द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग की सेवाओं को ट्रायल बेसिस के आधार पर फरीदाबाद एवं गुरूग्राम में एम्बुलेंस सेवाओं को डायल 112 के तहत एकीकृत कर चलाया जा रहा है जिसके सकारात्मक परिणाम आ रहे हैं और आमजन को यह सुविधा प्रदान की जा रही है। 

बैठक में मुख्य सचिव को अवगत कराया गया कि पुलिस, मूक-बधिर पीड़ित, साइबर हेल्पलाइन (1930) की सेवाएं वर्तमान में  डायल 112 के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं। सभी 42 फील्ड साइटों में स्टेटिक रेडियो स्टेशनों की स्थापना का कार्य पूरा कर लिया गया है। रेडियो नेटवर्क पर सभी ऑडियो बातचीत को डीसीआर स्तर पर रिकॉर्ड किया जा रहा है और सितंबर के अंत तक एसईआरसी में सेंट्रल वॉयस लॉगर के साथ समन्वयित किया जाएगा। हरियाणा 112 के प्रदर्शन में सुधार के लिए स्वचालित अलर्ट जनरेशन तंत्र का विकास किया जा रहा है। 

डायल 112 पर 61 लाख से अधिक फोनकॉल किए गए रिसीव

बैठक में बताया गया कि पिछले 13 महीनों में डायल 112 पर  61 लाख से अधिक फोनकॉल आए हैं, जिनमें से 8.35 लाख कॉलों को सुन कर आवश्यकता अनुसार सहायता  दी गई। कॉलों की बढ़ती संख्या प्रदेश के नागरिकों में डायल 112 के प्रति विश्वास और स्वीकृति को दर्शाती है। बैठक में बताया गया कि फरवरी माह में अन्य आपातकालीन सेवाओं जैसे महिला हेल्पलाइन, ट्रैफिक हेल्पलाइन, के साथ एकीकरण एवं  निवासियों में जागरूकता और विश्वास में वृद्धि से भौतिक प्रेषणों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।

श्री चावला ने बताया कि डायल 112 की टीम द्वारा विशेष रूप से तकनीकी मुद्दों को ठीक करके और संसाधनों की कठोर निगरानी आदि के कई प्रयासों के साथ औसत प्रतिक्रिया समय में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। डायल 112 के रिस्पांस टाइम की गणना प्राप्त कॉल से ईआरवी के इवेंट लोकेशन पर आने तक लिए गए समय के आधार पर की जाती है और सभी मामलों में फीडबैक लिया जाता है। संकटग्रस्त नागरिकों के प्रति तत्परता, सहानुभूति और अधिकांश मुद्दों का मौके पर समाधान करने के कारण ही हरियाणा 112 सेवाओं के उपयोगकर्ता वास्तव में प्रदान की गई सेवाओं की गुणवत्ता उच्च संतुष्टि स्तर दर्शाता है।

बैठक में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री टीवीएसएन प्रसाद, वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी, सूचना एवं प्रौद्योगिकी के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री आनंद मोहन शरण, स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव श्रीमती जी. अनुपमा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।