नगर निगम में जैन समुदाय के व्यक्ति को पार्षद मनोनीत किये बनाए जाने की मांग

नगर निगम में जैन समुदाय के व्यक्ति को पार्षद मनोनीत किये बनाए जाने की मांग

Councilor in the Municipal Corporation

Councilor in the Municipal Corporation

 निगम में पिछले 25 वर्षों से जैन समुदाय को नहीं मिला प्रतिनिधित्व


चंडीगढ़ 15 अक्टूबर 2022. चंडीगढ़ नगर निगम में मनोनीत पार्षदों के मनोनयन की प्रक्रिया चल रही है ऐसे में जैन समाज द्वारा भी जैन समाज के किसी एक व्यक्ति को मनोनीत पार्षद बनाए जाने की मांग की जा रही है।
 इस संबंध में जैन समाज के सभी समुदायों की सर्वोच्च संस्था जैन महासंघ की तरफ से मांग की गई है कि चंडीगढ़ नगर निगम के गठन को 25 वर्ष हो गए हैं  लेकिन आज तक जैन समाज  के किसी व्यक्ति को नगर निगम में मनोनीत नही  किया गया है।  जैन धर्म भी अल्पसंख्यक समुदाय की कैटेगरी में आता है  जबकि अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों को नगर निगम में प्रतिनिधित्व मिल चुका है केवल  जैन समाज को ही आज तक प्रतिनिधित्व नहीं मिला।

 इस संबंध में जैन महासंघ के प्रतिनिधि मनोज जैन ने बताया कि नगर निगम चंडीगढ़ 1994 में अस्तित्व में आया था और पहली निर्वाचित एमसी 1996 में बनाई गई थी। तब से लेकर आज तक पिछले 25 वर्षों में जैन समुदाय के एक भी व्यक्ति को चंडीगढ़ नगर निगम में मनोनीत  पार्षद के रूप में नामित नहीं किया गया है। जिससे जैन धर्म के अनुयायी स्वयं को अनअपेक्षित सा महसूस करते है। जबकि जैन समाज देश की सेवा के लिए सदैव सबसे आगे होता है। 

 जैन समुदाय भी अल्पसंख्यक कैटेगरी  के अंतर्गत आता है लेकिन जैन समुदाय को अक्सर अल्पसंख्यक के रूप में किसी प्रकार का विशेषाधिकार देने में उपेक्षा की जाती है।

इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए जैन समाज के एक प्रतिनिधि मंडल ने कुछ माह पहले आपसे मिल कर चंडीगढ़ नगर निगम में मनोनीत पार्षदो  के मनोनयन में जैन समाज को प्रतिनिधित्व देने के लिए निवेदन किया था जिस पर अपने सकारात्मक आश्वासन भी दिया था।
 इस सम्बंध में जैन समाज चंडीगढ़ द्वारा एक पत्र  माननीय प्रधानमंत्री जी को भी भेजा गया था और पीएमओ ने उक्त पत्र को  अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के सचिव को अग्रेषित कर दिया जिसे  अल्पसंख्यक आयोग ने  आगे  चंडीगढ़ प्रशासन को आवश्यक कार्यवाही हेतु भेज दिया था।
   लेकिन अब सूत्रों के माध्यम से पता चला  है कि चंडीगढ़ नगर निगम में मनोनीत पार्षदों के  मनोनयन में  इस बार भी जैन समुदाय की अनदेखी हो रही है। जिससे सकल जैन समाज मे मायूसी व्याप्त है । इसलिए जैन समाज पुनः मांग करता है कि चंडीगढ़ नगर निगम में मनोनीत पार्षदों के मनोनयन में जैन समाज को भी प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए।
इस अवसर पर श्री दिगंबर जैन सोसायटी के प्रधान नवरत्न जैन,  महासचिव संत कुमार जैन,  तेरापंथ जैन समाज के प्रधान मनोज जैन, पंजाब अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सलिल बंसल जैन,  एसएस जैन सभा चंडीगढ़  के प्रधान जे.के.जैन , सदस्य नरेश जैन, मूर्तिपूजक जैन समाज से संजय जैन के अलावा बड़ी संख्या में जैन धर्मावलम्बी उपस्थित थे।