बेटियां बने समझदार, ना दें अपनी पर्सनल जानकारी सोशल मीडिया पर: पुलिस उपाधीक्षक, स्टेट क्राइम ब्रांच, हरियाणा

बेटियां बने समझदार, ना दें अपनी पर्सनल जानकारी सोशल मीडिया पर: पुलिस उपाधीक्षक, स्टेट क्राइम ब्रांच, हरियाणा

बेटियां बने समझदार

बेटियां बने समझदार, ना दें अपनी पर्सनल जानकारी सोशल मीडिया पर: पुलिस उपाधीक्षक, स्टेट क्राइम ब्रांच,

पंचूकला। टेक्नोलॉजी का शिक्षा में आना और बच्चों को मोबाइल का इस्तेमाल करना, उन्हें साइबर अपराधियों की चपेट में ला रहा है. वर्तमान में छात्रों, खासकर बेटियों को समझदार और सचेत होने की ज़रूरत है.

श्री सुरेंद्र सिंह, DSP स्टेट क्राइम ब्रांच, राज्य अपराध शाखा, हरियाणा ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, भरेली पंचकूला और राजकीय उच्च विद्यालय, कामी, पंचकूला में आयोजित साइबर जागरूकता कार्यक्रम में ये बातें कही. उन्होंने बताया की वर्तमान में बेटियों को समझने की ज़रूरत है की अपनी पर्सनल जानकारी सोशल मिडिया पर ना दें. विद्यालयों में शिक्षा के लिए मोबाइल टेबलेट की सुविधा होने के बाद साइबर अपराध की आशंका बढ़ जाती है और स्कूली छात्र जाने अनजाने अपनी जानकारी सोशल मीडया पर शेयर कर जाते है.

वर्तमान में सोशल मीडिया के अति उपयोग के कारण छात्र अनजान व्यक्तियों को भी दोस्त बना रहे है और अपनी पारिवारिक जानकारी उनसे बाँट रहे है जिसके कारण साइबर अपराधी अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते है.

इसके अतिरिक्त बच्चों को समझाते हुए पुलिस उपाधीक्षक ने बताया की साइबर अपराध होने की स्थिति में साइबर हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें या फिर डायल 112 पर सम्पर्क करें.

साइबर का ज़िंदगी में उपयोग अधिक होने के कारण आजकल बच्चे खरीददारी ऑनलाइन ही करते है जहाँ उन्हें समझदारी से शॉपिंग करने को कहा गया है. बच्चों को इस प्रोग्राम में यह भी बताया गया की आपके फ़ोन पर आने वाला OTP (वन टाइम पासवर्ड) किसी को ना दें.

इसके अतिरिक्त छात्राओं के सवालों के जवाब देते हुए बताया अगर किसी ने अपनी सोशल मिडिया पर झूठी प्रोफाइल बना दी है या आपके बारे में अपशब्द लिख रहा है तो 1930 पर या cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत ज़रूर दर्ज करवाएं. इसके अलावा छात्रों की विभिन्न साइबर से संबंधित समस्याओं का निदान किया गया.

इस अवसर पर करीब 100 छात्र उपस्थित रहे.

इस मौके पर प्रिंसिपल श्रीमती बबीता, श्री वीरेंद्र सिंह, शिक्षा विभाग के साइबर जागरूकता कार्यक्रम नोडल अधिकारी, सन्नी पाराशर, मीडिया ब्रांच, राज्य अपराध शाखा व अन्य शिक्षक भी उपस्थित रहे. सभी प्रधानाध्यापकों ने स्टेट क्राइम ब्रांच, हरियाणा का धन्यवाद दिया और बताया की इस तरह के जागरूकता कार्यक्रमों की छात्रों को आवश्यकता है.