60 की उम्र नहीं ठहराव, है नई उड़ान की शुरुआत; हेल्पएज इंडिया ने शुरू किया 'एडवांटेज 60 - सपनों को शक्ति' अभियान

World Elderly Day 2025 The age of 60 is not stagnation, beginning of a new flight
World Elderly Day: विश्व बुजुर्ग दिवस के मौके पर हेल्पएज इंडिया द्वारा बुजुर्गों के लिए एक विशेष और प्रेरणादायक पहल ‘एडवांटेज 60 - सपनों को शक्ति’ अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान के तहत यह संदेश दिया गया कि 60 की उम्र जीवन का अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है, जिसमें बुजुर्ग न केवल सक्रिय रह सकते हैं, बल्कि समाज के निर्माण में नेतृत्वकारी भूमिका निभा सकते हैं।
इस अवसर पर पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ के इंग्लिश ऑडिटोरियम में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसका विषय था "बुजुर्गों का महत्व, बुजुर्गों का नेतृत्व"। कार्यक्रम की शुरुआत देव समाज कॉलेज की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत भक्ति वंदना से हुई, जिसने माहौल को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं प्रो. डॉ. योजना रावत, डीन, पंजाब विश्वविद्यालय और अन्य गणमान्य अतिथियों में प्रो. यजवेंदर पाल वर्मा (रजिस्ट्रार, पंजाब विश्वविद्यालय), डॉ. मनोज कुमार (प्रमुख, सेंटर फॉर पब्लिक हेल्थ), प्रो. मोनिका एम. सिंह (प्रमुख, सेंटर फॉर सोशल वर्क), कमल शर्मा (उप निदेशक, हेल्पएज इंडिया), विनी महाजन (रिटायर्ड आईएसए अधिकारी), सुरभि प्रसार (सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलसीए), मोहाली, आर.के. गर्ग (अध्यक्ष, सेकेंड इनिंग्स एसोसिएशन), ब्रिगेडियर जे.एस. जगदेव अध्यक्ष (मोहाली सीनियर सिटिजन एसोसिएशन), बृज सपरा (उपाध्यक्ष, मोहाली सीनियर सिटिजन एसोसिएशन),डॉ. नीरू मलिक (प्रिंसिपल, देव समाज कॉलेज) प्रमुख रहे।
बुजुर्गों को मिली नई पहचान और सम्मान
कार्यक्रम में करीब 180 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें पंजाब विश्वविद्यालय और देव समाज कॉलेज (सेक्टर-45, चंडीगढ़) के छात्र-छात्राएं, वरिष्ठ नागरिक, और विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। इस दौरान समाज में विशिष्ट योगदान देने वाले बुजुर्गों को एडवांटेज अचीवर्स’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रो. डॉ. योजना रावत ने कहा,
“हमें समझना होगा कि 60 साल बाद जीवन रुकता नहीं, बल्कि एक नया रास्ता शुरू होता है। बुजुर्ग हमारे समाज की नींव हैं, उन्हें बोझ नहीं, बल्कि योगदानकर्ता मानना चाहिए।”
डॉ. मनोज कुमार ने अपने संबोधन में कहा,
“बुजुर्गों का महत्व सिर्फ एक आदर्श नहीं, बल्कि नीतियों का आधार होना चाहिए। हमें ऐसे अवसर देने होंगे जहां उनके अनुभव और ज्ञान का उपयोग हो सके।”
कमल शर्मा, उप निदेशक, हेल्पएज इंडिया ने बताया,
“बुजुर्गों को अगर उचित प्रशिक्षण, अवसर और स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएं तो वे समाज और नई पीढ़ी के लिए मिसाल बन सकते हैं।”
हेल्पएज इंडिया – बुजुर्गों की आवाज़
47 वर्षों से कार्यरत हेल्पएज इंडिया बुजुर्गों के स्वास्थ्य, आय, डिजिटल शिक्षा, आपदा प्रबंधन और अधिकारों के लिए समर्पित है।इस संस्था को 2020 में संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या पुरस्कार और 2014 में भारत सरकार का 'वयोश्रेष्ठ सम्मान' भी मिल चुका है।