कम उम्र के लोग क्यों हो रहें है हार्ट अटैक का शिकार?

कम उम्र के लोग क्यों हो रहें है हार्ट अटैक का शिकार?

बॉलीवुड अभिनेत्री और बिग बॉस फेम शेफाली जरीवाला का 42 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है।

 

Heart Attack: बॉलीवुड अभिनेत्री और बिग बॉस फेम शेफाली जरीवाला का 42 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, उनके परिवार के करीबियों की तरफ से कहा गया है, कि मौत का कारण अभिनेत्री की बीमारी और हार्ट प्रॉब्लम है। यह खबर मनोरंजन जगत और उनके प्रशंसकों के लिए एक बड़ा झटका है। बता दें, शेफाली जरीवाला अपनी फिटनेस के लिए भी जानी जाती हैं। कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक का खतरा बड़ी तेजी के साथ बढ़ते हुए नजर आ रहा है चाहे शेफाली हो या फिर सिद्धार्थ शुक्ला उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक ही था और वह भी बड़ी कम उम्र में दोनों ने दुनिया को अलविदा कह दिया तो आईए जानते हैं इसके पीछे के क्या कारण है।

 

ख़राब खान पान का होना

आजकल बिगड़ती हुई सेहत के पीछे हमारा खराब खान पान सबसे बड़ी वजह है। खासकर, वो लोग हार्ट अटैक की चपेट में तेजी से आते हैं जो लोग जंक फूड, प्रोसेस्ड फूड, अधिक तेल और मसालेदार भोजन का सेवन बहुत ज़्यादा करते हैं। इन फूड्स में ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट ज़्यादा होता है जो बैड कोलेस्ट्रॉल को तेजी से बढ़ाता है और हृदय रोगों का जोखिम पैदा करता है।

एक्सरसाइज़ न करना

हार्ट अटैक आने के पीछे सेडेंटरी लाइफ स्टाइल यानी एक्सरसाइज़ न करना भी ज़िम्मेदार है। एक्सरसाइज़ नहीं करने से मोटापा बढ़ता है और लोग हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और हाई कोलेस्ट्रॉल के चपेट में आते हैं जो हार्ट अटैक के जोखिम को तेजी से बढ़ाते हैं।

नशे का अधिक सेवन

जो लोग बहुत ज़्यादा धूम्रपान और शराब का सेवन करते हैं वो लोग भी दिल से जुड़ी बीमारियों का तेजी से शिकार होते हैं। इन चीजों का सेवन हृदय और रक्त वाहिकाओं को गंभीर नुकसान पहुंचाते हैं जिससे कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा होती हैं। इसलिए, हेल्दी लाइफ स्टाइल के लिए धूम्रपान तुरंत छोड़ दें और शराब का सेवन सीमित करें या पूरी तरह बंद कर दें।

नींद की कमी

नींद की कमी हमारे हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो यह हमारे पूरे शरीर, विशेष रूप से हृदय प्रणाली पर बुरा असर डाल सकती है।

तनाव और मानसिक स्वास्थ्य

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में युवाओं पर काम का दबाव, पारिवारिक जिम्मेदारियां और भविष्य की चिंताएं बहुत अधिक होती हैं। लगातार तनाव और डिप्रेशन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे हृदय पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। यदि परिवार में किसी को कम उम्र में हृदय रोग रहा है, तो दूसरों में भी इसका जोखिम बढ़ जाता है।