Controversial statement: कौन हैं कांग्रेस के पप्पू और बबली? मंत्री का विवादित बयान

Controversial statement: कौन हैं कांग्रेस के पप्पू और बबली? मंत्री का विवादित बयान

Controversial statement: कौन हैं कांग्रेस के पप्पू और बबली? मंत्री का विवादित बयान

Controversial statement: कौन हैं कांग्रेस के पप्पू और बबली? मंत्री का विवादित बयान

देहरादून: कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी अपने बयान के लिए फिर चर्चा में हैं। मसूरी में मीडिया से बाचतीत में उन्होंने कहा कि 'पप्पू-बबली कांग्रेस को समाप्त करने के लिए काफी हैं।'

बीते गुरुवार को गणेश जोशी मसूरी में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद कुछ मीडिया कर्मियों ने उनसे प्रदेश कांग्रेस में चल रही उठापटक को लेकर सवाल किया। इस पर उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का नाम लिए बिना कांग्रेस पर तंज कसा। कहा कि कांग्रेस समाप्त हो रही है और भारतीय जनता पार्टी का परिवार बढ़ता जा रहा है।

कांग्रेस के विधायक इस्तीफा देने की बात कर रहे हैं। यहां तक कि एक विधायक तो मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए सीट छोडऩे के लिए भी तैयार हैं। मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यों से प्रभावित होकर लोग पार्टी से जुड़ते जा रहे हैं और भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए कांग्रेस के कार्यकर्ता और विधायक भी भाजपा की ओर देख रहे हैं।

उन्होंने इसे कांग्रेस नेतृत्व की नाकामी करार दिया। कहा कि प्रदेश में कांग्रेसी आपस में लड़ रहे हैं। दूसरी ओर उनकी टिप्पणी से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। पार्टी उनके खिलाफ धरने-प्रदर्शन की तैयारी कर रही है।

गढ़वाल क्षेत्र की उपेक्षा की सोनिया गांधी से शिकायत

वहीं प्रदेश कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष सलाहकार सुरेंद्र कुमार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में गढ़वाल क्षेत्र की भारी उपेक्षा का मुद्दा उठाया है। उन्होंने पार्टी संगठन की गंभीर त्रुटि सुधारने के लिए उचित दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के मीडिया सलाहकार सुरेंद्र कुमार ने पत्र में कहा कि संगठन में गढ़वाल की उपेक्षा पर हस्तक्षेप कर सुधार किया जाए। कांग्रेस में कभी ऐसा नहीं हुआ। हर क्षेत्र को उचित प्रतिनिधित्व की परंपरा रही है। गढ़वाल की उपेक्षा से पार्टी नेता व कार्यकर्ता उद्वेलित हैं।

जनता में इसका सही संदेश नहीं गया है। इससे पार्टी को भविष्य में भारी हानि हो सकती है। बतौर पार्टी कार्यकर्ता उनकी जिम्मेदारी हाईकमान तक सही जानकारी पहुंचाना है, ताकि गलती को शीघ्र ठीक किया जा सके। पत्र की प्रतियां उन्होंने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय महामंत्री प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल को भी भेजी हैं।