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अडानी समूह की महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं के लिए अब कहां से आएगा पैसा? कंपनी का भविष्य संकट में   

Gautam Adani

20 हजार करोड़ से अनेक प्राेजेक्ट को आगे बढ़ाने की योजना बना रहा था समूह

Gautam Adani : Hindenburg research report : अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग (एफपीओ) को एंकर निवेशकों से शानदार रिस्पांस मिला था। लेकिन कंपनी ने 20 हजार करोड़ रुपये (भारत का अब तक सबसे बड़ा एफपीओ) के एफपीओ को बुधवार को वापस ले लिया। इस एफपीओ से जुटी राशि से कंपनी अपनी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर खर्च करने वाली थी।  कंपनी ने चालू वित्त वर्ष 2022-23 के अंतिम दो महीनों में एफपीओ से 3,335 करोड़ रुपये और अगले साल 7,535 करोड़ रुपये लगाने की योजना बनाई थी। हालांकि समूह को अब उच्च लागत वाले कर्ज लेने या अपनी महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। 

 

कहां लगाया जाना था एफपीओ का पैसा
10,869 करोड़ रुपये की एफपीओ राशि को हरित हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र की कई परियोजनाओं, अहमदाबाद हवाईअड्डा परियोजना जैसी कुछ मौजूदा हवाईअड्डा सुविधाओं के सुधार कार्यों और इसकी सड़क और राजमार्ग सहायक के तहत ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण में लगाया जाना था। कंपनी की ओर से निवेशकों के समक्ष किए गए खुलासे के अनुसार 4,165 करोड़ रुपए कर्ज चुकाने के लिए भी रखे गए थे।  अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग लिमिटेड, अदानी रोड ट्रांसपोर्ट लिमिटेड और मुंद्रा सोलर लिमिटेड जैसी सहायक कंपनियों के लिए यह कर्ज लिया गया है। हालांकि अब एफपीओ का पैसा वापस करने से बैंकों और संस्थानों से लिए कर्ज को चुकाने के लिए कंपनी को तत्काल कोई व्यवस्था करनी होगी। 

 

कुछ ही समय में अनेक नई कंपनियां बनाई
अदानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड जोकि समूह के लिए एक होल्डिंग कंपनी की तरह काम करती है, ने बीते कुछ वर्षों में ग्रीन हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र, सौर, हवाई अड्डों, सडक़ों और राजमार्गों, डेटा केंद्रों, रक्षा और एयरोस्पेस और पानी जैसे पूंजी खपत वाले क्षेत्रों में नए व्यवसायों को जन्म दिया है। कंपनी ने वास्तव में इन नए उदय व्यवसायों के लिए धन जुटाने की योजना बनाई थी। कंपनी ने कुछ ही समय में अदानी ट्रांसमिशन, अदानी पावर, अदानी पोर्ट्स, अदानी ग्रीन, अदानी टोटल गैस और अदानी विल्मर जैसे व्यवसायों को सफलतापूर्वक विकसित किया है। ये व्यवसाय अब स्वतंत्र रूप से बाजार में सूचीबद्ध हैं।


200 गुना से ज्यादा कमाई करने वाला ग्रुप था एईएल
एक तथ्य यह भी है कि अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड यानी एईएल इस समय बाजार में हाई मार्केट वैल्यूएशन की पोजिशन पर था, कहा जा सकता है कि यह 200 गुना से अधिक कमाई करने वाला समूह बना हुआ था।  एफपीओ के जरिए कंपनी के नए व्यवसायों के अगले सेट में भविष्य की अनलॉकिंग और लिस्टिंग होनी थी लेकिन अब इस पर रोक लग गई है। 
अमेरिकी रिसर्च एजेंसी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद एईएल का बाजार मूल्य लगातार गिर रहा है। समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने अब एक बयान में कहा है कि एफपीओ निकासी का उसके मौजूदा परिचालन और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उनका कहना है कि हम परियोजनाओं के समय पर पूरा होने और वितरण पर ध्यान देना जारी रखेंगे। बकौल अडानी, उनकी कंपनी के फंडामेंटल मजबूत हैं।