अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में गन्नौर में सुशासन दिवस सम्मेलन का आयोजन

Good Governance Day Conference was Organized

Good Governance Day Conference was Organized

Good Governance Day Conference was Organized: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में गन्नौर में सुशासन दिवस को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता देवेन्द्र कौशिक के नेतृत्व में एक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडौली ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। सम्मेलन में बोलते हुए बडौली ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई सुशासन, जनकल्याण और समावेशी विकास के आदर्श प्रतीक रहे हैं। बड़ौली ने कहा कि उनकी स्मृति में 25 से 31 दिसंबर तक प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा में अटल बिहारी वाजपेई की स्मृति में सुशासन दिवस कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। शुक्रवार को गन्नौर में पूर्व में प्रत्याशी रहे वरिष्ठ भाजपा नेता देवेन्द्र कौशिक द्वारा आयोजित सुशासन सम्मेलन में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई का संपूर्ण राजनीतिक जीवन राष्ट्रहित, लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवीय संवेदनाओं से ओत-प्रोत रहा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुशासन का मूल अर्थ केवल प्रशासनिक दक्षता नहीं, बल्कि समाज की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संसाधनों का प्रभावी, पारदर्शी, जवाबदेह और समावेशी उपयोग है। बडौली ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी का मानना था कि शासन का वास्तविक उद्देश्य लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाना है, विशेष रूप से गरीबों, वंचितों और कमजोर वर्गों का उत्थान करना।प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेई का शासनकाल नीति, विचारधारा और व्यावहारिक प्रशासन का संतुलित उदाहरण रहा। उन्होंने वैचारिक प्रतिबद्धता के साथ-साथ सर्वसमावेशी दृष्टिकोण अपनाते हुए देश को विकास के पथ पर आगे बढ़ाया। सड़क, संचार, ऊर्जा, शिक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में उनके द्वारा लिए गए निर्णय आज भी मील का पत्थर माने जाते हैं। उनके नेतृत्व में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना, स्वर्णिम चतुर्भुज जैसी योजनाओं ने देश की आधारभूत संरचना को नई दिशा दी।