मुख्तार अंसारी के करीबी रियाज अंसारी समेत 4 पर गिरी गाज, कसा गैंगस्टर एक्ट का शिकंजा
Gangster Act on Mukhtar's Close Associates
Gangster Act on Mukhtar's Close Associates: उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले की कासिमाबाद थाना पुलिस ने मुख्तार अंसारी के करीबी रहे रियाज अंसारी और उसके तीन साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है. 62 साल का रियाज अंसारी वार्ड नंबर 11, दक्षिण मोहल्ला बहादुरगंज का रहने वाला है. वहीं, उसके साथ उसकी पत्नी निकहत परवीन (50), परवेज जमाल (52) और नजीर अहमद (67) पर भी मामला दर्ज किया गया है.
कासिमाबाद कोतवाली इलाके के बहादुरगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष रियाज अंसारी की मुश्किलें कम होने की बजाय लगातार बढ़ती जा रही हैं. अभी पिछले दिनों काफी दिन तक फरार रहने के बाद कोर्ट से ऑर्डर के बाद रियाज अंसारी अपने समर्थकों के साथ नगर पंचायत कार्यालय में घुस गए थे. जिसको लेकर काफी हंगामा हुआ था. क्योंकि उस वक्त नगर पंचायत बहादुरगंज में प्रशासक की नियुक्ति की गई थी.
गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई
वहीं अब एक बार फिर से रियाज अहमद उनकी पत्नी निकहत परवीन और उनके दो सहयोगियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. बता दे कि इससे पहले भी उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मामला दर्ज किया जा चुका है. पुलिस की ओर से दर्ज किए गए मुकदमे की बात मानें तो, रियाज अंसारी एक संगठित आपराधिक गिरोह बनाकर क्राइम करते हैं. साथ ही अपने गैंग के सदस्यों को आर्थिक, भौतिक और अन्य तरह का फायदा दिलाने के लिए खुद को मुख्तार अंसारी का सहयोगी बताते हैं.
इलाके में दहशत का माहौल
इसके अलावा रियाज अंसारी खुद को D131/25 गैंग का सरगना बता कर धमकी, रंगदारी और दस्तावेजों में हेराफेरी कर संपत्ति पर अवैध कब्जा करने का काम किया करते हैं. इस कारण इलाके के लोगों में डर और दहशत का माहौल बना हुआ है. जिससे इनके खिलाफ कोई भी थाने पर मुकदमा लिखने या फिर कोर्ट में गवाही देने का साहस भी नहीं करता. मदरसा मदरसतुल मसाकीन के प्रबंधक अब्दुल गनी बहादुरगंज इलाके के रहने वाले हैं.
फर्जी मार्कशीट का हुआ खुलासा
इसी मदरसे में रियाज की पत्नी अध्यापिका के पद पर कार्यरत रही और उनके विरुद्ध शिकायत प्राप्त होने पर विभागीय जांच की गई, जिसमें फर्जी मार्कशीट का खुलासा हुआ. इसका बाद उनकी सेवा समाप्ति कर दी गई और फिर मुकदमा दर्ज कराया गया था. इसमें रियाज अंसारी सहित कई लोग नामजद किए गए थे. इस मामले में मदरसा के शिक्षा प्रबंधक को भी धमकी देने और अश्लील शब्दों के प्रयोग करने का मामला आया था.
इसमें रियाज अंसारी सहित उनके कई अन्य सहयोगियों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके अलावा कई अन्य लोगों की जमीनों पर भी फर्जी तरीके से जबरन रजिस्ट्री कराकर कब्जा करने का मामला था. उस मामले में भी रेयाज अंसारी, उनकी पत्नी और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. इन सभी मामलों में रियाज अंसारी काफी दिनों तक फरार रहे थे और बाद में हाई कोर्ट से स्टे आर्डर के बाद हाजिर हुए थे.
कोतवाली कासिमाबाद के प्रभारी ने बताया कि यह गिरोह गैंग D-131/25 के नाम से जाना जाता है. आरोपी रियाज अहमद अंसारी खुद को मुख्तार अंसारी का सहयोगी बताता है. इसका गिरोह धमकी देकर रंगदारी वसूलने, फर्जी दस्तावेज तैयार कर धोखा करने और लोगों की संपत्ति पर कब्जा करने जैसे अपराधों में संलिप्त है. गिरोह के आतंक के कारण आम लोग इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने या अदालत में गवाही देने से भी डरते हैं.