हनीट्रैप गैंग में हेड कांस्टेबल, जिसका गंदा वीडियो बना उसी ने फोड़ा भांडा; महिला और साथी संग गिरफ्तार
Head Constable in Honeytrap Gang
Head Constable in Honeytrap Gang: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की थाना कटघर पुलिस ने हनीट्रैप कर रंगदारी वसूलने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया है. इस गैंग में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि एक फरार चल रहा है. चौंकाने वाली बात यह है कि इस गैंग में यूपी पुलिस का एक जवान भी सक्रिय भूमिका निभा रहा था. पुलिस के अनुसार सम्भल निवासी एक व्यक्ति ने थाना कटघर में तहरीर दी थी.
व्यक्ति ने बताया था कि कुछ लोग उसे हनीट्रैप में फंसाकर और बलात्कार के झूठे मुकदमे की धमकी देकर उससे पांच लाख रुपये की रंगदारी मांग रहे हैं. पीड़ित से पहले ही 35 हजार रुपये वसूले जा चुके थे. मामला गंभीर देखते हुए थाना कटघर में मुकदमा दर्ज किया गया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर पुलिस टीम गठित कर कार्रवाई शुरू की गई.
टीम ने आरोपियों को धर दबोचा
टीम ने साक्ष्य जुटाए और मुखबिर की मदद से आरोपियों को धर दबोचा. गिररफ्तार आरोपियों में मो. फैसल पुत्र हनीफ, निवासी रहमत नगर थाना कटघर, मुरादाबाद, मिर्जा रिजवान बैग पुत्र मिर्जा जमाअत बैग, निवासी थाना शाहाबाद, रामपुर (यूपी पुलिस का जवान ) और इकरा पत्नी फरजन अली, निवासी थाना कटघर, मुरादाबाद शामिल है.
वहीं, चौथा आरोपी बाबर पुत्र शहजादे आलम अभी फरार है, जिसकी तलाश तेजी से जारी है. आरोपियों ने वसूली गई रकम को आपस में बांट लिया था. पुलिस ने आरोपी फैसल से 8,000 रुपये नकद और आरोपी इकरा से 2,500 रुपये बरामद किए. जांच में सामने आया कि फैसल ने पीड़ित से वसूले गए 35 हजार रुपये में से 14,000 रुपये हेड कांस्टेबल रिजवान के एसबीआई खाते में ट्रांसफर किए थे.
गिरोह संगठित तरीके से काम करता था
पुलिस का कहना है कि जल्द ही यह रकम भी जब्त कर ली जाएगी. मामले में मुख्य आरोपी फैसल पहले भी कई बार जेल जा चुका है. उसके खिलाफ थाना मझोला और मैनाठेर में गंभीर धाराओं में केस दर्ज हैं. यह गिरोह संगठित तरीके से काम करता था और लोगों को जाल में फंसाकर उनसे मोटी रकम ऐंठता था. इस गैंग का पर्दाफाश करने वाली कटघर थाना पुलिस टीम में उपनिरीक्षक विनीत कुमार, उपनिरीक्षक वीरबोस, हेड कांस्टेबल विकास, कांस्टेबल अंचुल तोमर, कांस्टेबल भारत और महिला कांस्टेबल शीतल शामिल रहे.
पुलिस टीम की सराहना
पुलिस अधिकारियों ने टीम की तत्परता की सराहना की है. यह मामला न केवल एक हनीट्रैप गैंग की असलियत उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह अपराधियों की मदद करने में वर्दीधारी तक शामिल हो सकते हैं. फिलहाल पुलिस फरार आरोपी की तलाश और गैंग के नेटवर्क की पड़ताल में जुटी है.