महाराष्ट्र के राज्यपाल बने BJP के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार: जानिए C.P. राधाकृष्णन की कहानी

महाराष्ट्र के राज्यपाल बने BJP के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार: जानिए C.P. राधाकृष्णन की कहानी

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c p radhakrishnan: भारत की राजनीति में इस समय सबसे बड़ी खबर यह है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन (C.P. Radhakrishnan) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है। यह फैसला न सिर्फ पार्टी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए अहम है, क्योंकि उपराष्ट्रपति का पद भारतीय लोकतंत्र में बहुत बड़ी जिम्मेदारी मानी जाती है। आइए जानते हैं, सी.पी. राधाकृष्णन कौन हैं, उनका राजनीतिक सफर कैसा रहा है और उपराष्ट्रपति पद क्यों इतना महत्वपूर्ण होता है।

कौन हैं C.P. राधाकृष्णन?

सी.पी. राधाकृष्णन का जन्म 4 मई 1957 को तमिलनाडु में हुआ था। वह बचपन से ही राजनीति और समाज सेवा से जुड़े रहे। धीरे-धीरे उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में अपनी जगह बनाई और दक्षिण भारत में पार्टी को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।वह दो बार लोकसभा सांसद रहे हैं और उन्होंने संसद में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया।हाल ही में वह महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद पर कार्यरत थे और वहां अपनी सादगी और साफ छवि की वजह से लोगों के बीच लोकप्रिय बने।वह हमेशा सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहते हैं और शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी उन्होंने काम किया है।

क्यों चुना गया उन्हें उपराष्ट्रपति उम्मीदवार?

BJP ने C.P. राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाने का फैसला कई वजहों से लिया है।

  • सबसे पहली वजह उनकी साफ और ईमानदार छवि है। उनके राजनीतिक जीवन पर कभी कोई बड़ा विवाद नहीं रहा।

  • दूसरी वजह यह है कि उन्होंने दक्षिण भारत में भाजपा की जड़ें मजबूत करने में अहम योगदान दिया है। पार्टी चाहती है कि देश के सभी हिस्सों में उसके नेता पहचान बनाएं और राधाकृष्णन इसके लिए एक सही चेहरा हैं।

  • इसके अलावा, उनका अनुभव और शांत स्वभाव उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाता है।

उपराष्ट्रपति पद की अहमियत क्या है?

भारत में उपराष्ट्रपति का पद बेहद खास होता है।

  • उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति भी होते हैं और संसद के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी उन्हीं पर होती है।

  • अगर राष्ट्रपति किसी कारणवश अपना काम नहीं कर पाते, तो उपराष्ट्रपति को अस्थायी तौर पर यह जिम्मेदारी निभानी पड़ती है।

  • यह पद देश के संविधान और लोकतंत्र की मजबूती के लिए बेहद जरूरी माना जाता है।

C.P. राधाकृष्णन के नाम की घोषणा के बाद अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य दल इस पर क्या रुख अपनाते हैं। लेकिन इतना तो तय है कि राधाकृष्णन का नाम आने से उपराष्ट्रपति चुनाव और भी महत्वपूर्ण हो गया है।

C.P. राधाकृष्णन एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और ईमानदारी से राजनीति में जगह बनाई है। महाराष्ट्र के राज्यपाल से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनने तक का उनका सफर बताता है कि भारतीय राजनीति में मेहनत और साफ छवि हमेशा पहचानी जाती है। अब पूरा देश यह देखेगा कि वह उपराष्ट्रपति पद तक पहुंचकर किस तरह से अपनी नई जिम्मेदारियों को निभाते हैं।