Trump Tariff: ट्रंप ने फिर फोड़ा 'टैरिफ बम'; अब बाहरी दवाइयों पर लगाया 100% टैरिफ, छूट पाने के लिए यह शर्त रखी

ट्रंप ने फिर फोड़ा 'टैरिफ बम'; अब बाहरी दवाइयों पर लगाया 100% टैरिफ, छूट पाने के लिए यह शर्त रखी, भारतीय फार्मा कंपनियों पर असर

Trump Tariff on Pharmaceuticals

Trump Announces 100% Tariff on Imported Pharmaceuticals Breaking News

Trump Tariff on Pharmaceuticals: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक अलग ही लाइन पर चल रहे हैं। वह आएदिन कुछ न कुछ ऐसा करते नजर आ रहे हैं की जिससे दुनियाभर में खलबली मची हुई है। अब ट्रंप ने बाहरी दवाइयों पर अपना टैरिफ बम फोड़ दिया है। राष्ट्रपति ट्रंप ने ऐलान किया है कि 1 अक्टूबर 2025 से ब्रांडेड और पेटेंटेड बाहरी दवाइयों पर 100% टैरिफ लगाया जाएगा। हालांकि, टैरिफ से छूट केवल उन कंपनियों को मिलेगी, जो अमेरिका में प्रोडक्शन के लिए अपना फार्मा प्लांट लगा चुकी हैं या निर्माणाधीन है या फिर निर्माण शुरू कर रही है.

ट्रंप के काफिले के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति को रोक दिया; न्यूयॉर्क में अमेरिकी प्रेसिडेंट का रूट लगा था, पुलिस ने सड़क बंद की, मैक्रों फंस गए

ट्रंप ने ट्रुथ पर किया टैरिफ लगाने का पोस्ट

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्रुथ पर ब्रांडेड और पेटेंटेड विदेशी दवाइयों पर 100% टैरिफ लगाने का ऐलान किया। डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, ''1 अक्टूबर, 2025 से, हम किसी भी ब्रांडेड या पेटेंटेड दवा उत्पाद पर 100% टैरिफ लगाएंगे, जब तक कि कोई फार्मा कंपनी अमेरिका में अपना दवा प्लांट स्थापित नहीं करती। स्थापित करने का मतलब है कि दवा प्लांट या तो पहले से अमेरिका में है या फिर निर्माणाधीन है या फिर निर्माण शुरू हो रहा है। अगर निर्माण शुरू हो गया है, तो कोई टैरिफ नहीं लगेगा।''

Trump Tariff on Pharmaceuticals

ट्रंप ने तालिबान को दी धमकी; अफगानिस्तान में बगराम एयरबेस का कंट्रोल वापस मांगा, ऐसा न करने पर बता दिया फिर क्या होगा

भारतीय फार्मा कंपनियों पर असर

ट्रंप के इस फैसले से यह माना जा रहा है कि भारतीय फार्मा कंपनियों को खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है। क्योंकि भारत से बड़े स्तर से अमेरिका को दवाइयां (हजारों करोड़ की) एक्सपोर्ट होती हैं। खासकर भारत जेनेरिक दवाइयां अमेरिका को एक्सपोर्ट करने वाला सबसे बड़ा देश है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका में डॉक्टर जो प्रिस्क्रिप्शन लिखते हैं, उनमें से हर 10 में से लगभग 4 दवाइयां भारतीय कंपनियों की बनाई होती हैं। इसलिए यह माना जा रहा है कि ट्रंप के इस 100% टैरिफ से भारतीय फार्मा कंपनियों पर असर पड़ेगा।

वहीं ट्रंप के इस फैसले के बाद इंडियन फार्मास्युटिकल अलायंस के महासचिव सुदर्शन जैन का कहना है कि, "राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का यह कार्यकारी आदेश अमेरिका को आपूर्ति किए जाने वाले पेटेंटेड/ब्रांडेड उत्पादों पर ही लागू होता है। यह जेनेरिक दवाओं पर लागू नहीं होता है।" यानि भारत से जो जेनेरिक दवाइयां अमेरिका को एक्सपोर्ट होती हैं, उन पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। लेकिन ये जरुर है कि भारतीय फार्मा कंपनियों की पेटेंटेड/ब्रांडेड दवाइयों पर अमेरिका 100% टैरिफ वसूलने का फैसला कर चुका है।

भारत से कौन सी 'दुश्मनी' निकाल रहे ट्रंप

एक तरफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जहां प्रधानमंत्री मोदी को अपना दोस्त कहते हैं और उन्हें महान नेता बताते हैं तो वहीं दूसरी तरफ पीछे से भारत की पीठ पर कहीं टैरिफ बम फोड़ देते हैं तो कहीं वीजा बम। ट्रंप ने टैरिफ के साथ-साथ हाल ही में H-1B वीजा पर आवेदन शुल्क प्रति वर्ष 1 लाख डॉलर (करीब 88 लाख रुपये) करके अमेरिका में भारत के IT कर्मचारियों की नियुक्तियों को बड़ा झटका दिया था।

फिलहाल भारत को लेकर ट्रंप (US President Donald Trump) जिस रुख में बने हुए हैं, उसे देखते हुए भारत को समझ ही लेना चाहिए कि फ़िलहाल अमेरिका के साथ संबंध सामान्य नहीं हैं और ना ही जल्द होने वाले हैं। ट्रंप ने दुनिया के साथ जो किया सो किया, लेकिन भारत और भारतीय सरकार कि किरकिरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यह सब होने के बाद भी अमेरिका से भारत का मोहभंग हुआ है या नहीं। क्या कहा जाये?

विदेशी टीवी शोज देखने पर मौत की सजा; फांसी पर लटकाया जा रहा, उत्तर कोरिया से हैरान करने वाली खबर, सनक गया तानाशाह किम जोंग