अमरावती में 54,000 आवासीय भूखंड रद्द कर चंद्रबाबू ने दलितों का अपमान किया : अप्पी रेड्डी एमएलसी

Chandrababu insulted Dalits by cancelling 54,000 Residential

Chandrababu insulted Dalits by cancelling 54,000 Residential

( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी )

अमरावती : : (आंध्र प्रदेश) 28सितंबर: Chandrababu insulted Dalits by cancelling 54,000 Residential:  वाईएसआर पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित गुर्रम जशुवा जयंती कार्यक्रम में,अनेक राज्य स्तर के नेताओं ने  मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू पर उनके दलित विरोधी रुख के लिए तीखा हमला बोला नेताओं का कहना है गठबंधन केंद्र की सरकार भी दलित विरोधी है और चंद्र बाबू का इतिहास ही बता चुका है कि इसके पहले भी दलितों के विरोध में काफी अराजकता फैलाई थी कहा।

आंध्र विधानसभा परिषद सदस्य लेल्ला अप्पी रेड्डी ने कहा कि वाईएसआर और वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने शुल्क प्रतिपूर्ति और नाडु-नेडु स्कूलों के आधुनिकीकरण के माध्यम से एक "शिक्षा क्रांति" की शुरुआत की, ठीक उसी तरह गरीबों कोआवासहीनों को आवास भूखंड की व्यवस्था भी किया थाअब वह व्यवस्था को तहस-नहस करने के लिए दी गई आवास पत्तों को आदेश देकर रद्द कर रहा है चंद्रबाबू कहकर आरोप लगाया ।
       लेकिन चंद्रबाबू ने इसे व्यवस्थित रूप से ध्वस्त कर दिया, काम रोक दिया और अब गरीब छात्रों के लिए बनाए गए मेडिकल कॉलेजों का निजीकरण कर रहे हैं।
एससी सेल के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व विधायक टीजेआर सुधाकर बाबू ने याद दिलाया कि जहाँ जशुवा ने अपने लेखन के माध्यम से जातिगत भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी, वहीं चंद्रबाबू ने अमरावती में 54,000 आवासीय भूखंड रद्द करके दलितों का अपमान किया और एक बार बेशर्मी से सवाल किया, "कौन दलित पैदा होना चाहेगा?" उन्होंने याद दिलाया कि वाईएस जगन के शासन में 100 करोड़ रुपये की राशि दी गई। अनुसूचित जातियों के लिए 69,848 करोड़ रुपये की कल्याणकारी योजना, जिसे वर्तमान गठबंधन ने रद्द कर दिया।
कार्यकारी अध्यक्ष कनक राव ने कहा कि गठबंधन सरकार हर क्षेत्र में दलितों पर हमला कर रही है—शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, उद्योग, बंदरगाह और यहाँ तक कि मंदिर की ज़मीन भी—और आवाज़ दबाने के लिए पुलिस, झूठे मामलों और दमन का इस्तेमाल कर रही है।
पूर्व मंत्री वेलमपल्ली श्रीनिवास, कानूनी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष मनोहर रेड्डी और कार्यकारी अध्यक्ष जल्ला सुदर्शन रेड्डी ने भी टीडीपी के जातिगत अपमान के इतिहास की निंदा की और टीडीपी नेताओं द्वारा दलितों के खिलाफ अतीत में की गई अपमानजनक टिप्पणियों का हवाला दिया।
वाईएसआरसीपी ने गठबंधन की दलित विरोधी नीतियों के खिलाफ 30 सितंबर को जिला मुख्यालयों में अंबेडकर प्रतिमाओं पर राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की घोषणा की।