शिरोमणी अकाली दल ने बौनेपन की बीमारी से प्रभावित किसानों को 20 हजार रूपया प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की

शिरोमणी अकाली दल ने बौनेपन की बीमारी से प्रभावित किसानों को 20 हजार रूपया प्रति एकड़ मुआवजा देने की म
चंडीगढ़/04सितंबर: शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री भगवंत मान से उन किसानों को 20हजार रूपया प्रति एकड़ मुआवजा देने की मांग की है, जो धान के खेतों में साउथर्न राइस ब्लैक स्ट्रीक्ड बौने वायरस से पीड़ित है, जिसे आमतौर पर बौना रोग कहा जाता है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि राज्य के कई जिलों में बौना रोग पच्चीस फीसदी खेतों में फैल गया है, और इसके परिणामस्वरूप धान की उपज में कम से कम दस क्विंटल प्रति एकड़ की गिरावट आने की संभावना है। उन्होने कहा, ‘‘ सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए और किसानों को इस नुकसान की भरपाई करनी चाहिए’’।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए डॉ. चीमा ने कहा कि कुछ स्थानों पर बौना बीमारी से पूरे खेत ग्रसित हो गए हैं, जैसा कि रोपड़ जिले के नुरपुरबेदी के मामले में हुआ है, जहां किसानों ने धान के खेतों की जुताई की थी। ‘‘ बौनेपन की बीमारी के कारण नुकसान उन किसानों की तबाही होगी, जिन्हे इस साल मार्च में गैंहू की पैदावार के समय अचानक तापमान में वृद्धि के साथ साथ मूंग की फसल की बुवाई से नुकसान हुआ , जिन्हे मुख्यमंत्री द्वारा किए गए वादों के बावजूद नही खरीदा गया था’’।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए डॉ. चीमा ने कहा कि पहले से ही कर्ज में डूबे किसानों के लिए यह तबाही का कारण हो सकता है। डॉ. चीमा ने मुख्यमंत्री से तुरंत हस्तक्षेप करने और प्रभावित किसानों के लिए व्यापक मुआवजे के पैकेज की घोषणा करने की अपील की है। उन्होने कहा कि इस घातक वायरस से कितना नुकसान हुआ है, इसका पता लगाने के लिए राज्यव्यापी सर्वेक्षण भी कराया जाना चाहिए। उन्होने बताया कि पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, रोपड़, मोहाली, होशियारपुर , पठानकोट और गुरदासपुर जिले इस बीमारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है।
डॉ. चीमा ने आप पार्टी की सरकार से कहा कि वह पहले की तरह सुस्ती न दिखाएं जैसा कि हाल ही में लंपी स्किन बीमारी के कारण डेयरी किसानों को उनके दुधारू पशुओं के नुकसान की भरपाई करने में विफल रही है। डॉ. चीमा ने कहा, ‘‘ तत्काल कार्रवाई नही करने से राज्य की कृषि अर्थव्यवस्था में गहरा संकट पैदा हो जाएगा।