वेलागपुडी में सचिवालय सतर्कता जागरूकता पर बैठक संपन्न
Secretariat Vigilance Awareness meeting held at Velagapudi
( अर्थ प्रकाश / बोम्मा रेडड्डी ) अमरावती :: आंध्र प्रदेश सतर्कता आयोग ने आज प्रदेश सचिवालय, वेलागपुडी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 के अंतर्गत "सतर्कता: हमारी साझा ज़िम्मेदारी" विषय पर एक बैठक आयोजित की। आंध्र प्रदेश सतर्कता आयुक्त श्री अनिल चंद्र पुनेठा, आईएएस (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में श्री एस.एस. रावत, आईएएस, विशेष सचिव, सामान्य प्रशासन (सेवा एवं मानव संसाधन) विभाग, श्री मुकेश कुमार मीणा, आईएएस, प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन (मतदान) विभाग, श्रीमती के. सुनीता, आईएएस, प्रमुख सचिव, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग विभाग, श्रीमती आर. जयलक्ष्मी, आईपीएस, महानिरीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, और सभी सचिवालय विभागों के मुख्य सतर्कता अधिकारी उपस्थित थे। सतर्कता आयुक्त ने निवारक सतर्कता को मजबूत करने, पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा को बढ़ावा देने तथा राज्य भर में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के आयोजन में सक्रिय विभागीय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
अनुभवी अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए और राज्य में सतर्कता प्रणाली को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया
अमरावती : :आंध्र प्रदेश सतर्कता आयोग ने आज प्रदेश सचिवालय, वेलागपुडी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 के अंतर्गत "सतर्कता: हमारी साझा ज़िम्मेदारी" विषय पर एक बैठक आयोजित की। आंध्र प्रदेश सतर्कता आयुक्त श्री अनिल चंद्र पुनेठा, आईएएस (सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में श्री एस.एस. रावत, आईएएस, विशेष सचिव, सामान्य प्रशासन (सेवा एवं मानव संसाधन) विभाग, श्री मुकेश कुमार मीणा, आईएएस, प्रधान सचिव, सामान्य प्रशासन (मतदान) विभाग, श्रीमती के. सुनीता, आईएएस, प्रमुख सचिव, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग विभाग, श्रीमती आर. जयलक्ष्मी, आईपीएस, महानिरीक्षक, भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो, और सभी सचिवालय विभागों के मुख्य सतर्कता अधिकारी उपस्थित थे। सतर्कता आयुक्त ने निवारक सतर्कता को मजबूत करने, पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा को बढ़ावा देने तथा राज्य भर में सतर्कता जागरूकता सप्ताह के आयोजन में सक्रिय विभागीय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
अनुभवी अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए और राज्य में सतर्कता प्रणाली को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया