दिल्ली में जानलेवा प्रदूषण से सुप्रीम कोर्ट त्रस्त; CJI ने वकीलों और लोगों को ऑनलाइन पेश होने को कहा, AQI 500 के पास पहुंचा
Supreme Court Troubled By Deadly Pollution in Delhi AQI Near 500
Delhi Air Pollution: देश की राजधानी दिल्ली इन दिनों खतरनाक वायु प्रदूषण की चपेट में है। शहर के वायुमंडल में प्रदूषित धुंध की जहरीली परत छाई हुई देखी जा रही है। खराब दम घोंटू हवा की वजह से लोगों को सांस तक लेने में तकलीफ होने लग गई है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे बड़ा संकट है। वहीं प्रदूषण की इस मार से देश की सबसे बड़ी अदालत भी त्रस्त नजर आ रही है। जानलेवा प्रदूषण को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट में वकीलों और लोगों को फिजिकल पेश होने की बजाय अब घर या दफ्तर से ही ऑनलाइन मोड में पेश होने को कहा गया है।
बता दें कि भारत के चीफ जस्टिस (CJI) सूर्यकांत ने सुप्रीम कोर्ट के सामने लिस्टेड मामलों में बार के सदस्यों और संबन्धित पार्टियों को मौजूदा मौसम की स्थिति को देखते हुए वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हाइब्रिड मोड में पेश होने की सलाह दी है। सुप्रीम कोर्ट एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ़ से रविवार को जारी एक सर्कुलर में कहा गया, "मौसम को देखते हुए, भारत के चीफ जस्टिस ने सलाह दी है कि अगर सुविधा हो तो बार के सदस्य और पार्टी के लोग कोर्ट के सामने लिस्टेड अपने मामलों में वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हाइब्रिड मोड में पेश हो सकते हैं।''
दिल्ली हाईकोर्ट ने भी सर्कुलर जारी किया
सुप्रीम कोर्ट के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने भी कुछ ऐसा ही सर्कुलर जारी किया है। जिसमें कहा गया, ''मौसम के मौजूदा हालात को देखते हुए, अगर सुविधा हो, तो बार के सदस्य/पार्टियों से जुड़े लोग माननीय कोर्ट में लिस्टेड अपने मामलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए हाइब्रिड मोड में पेश हो सकते हैं।'' यानि दिल्ली हाईकोर्ट ने भी फिजिकल पेश होने की बजाय अब घर या दफ्तर से ही ऑनलाइन मोड में पेश होने की छूट दे दी है। मतलब वायु प्रदूषण का बड़ा असर सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट भी पड़ा है।

AQI 500 के पास पहुंचा
दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) की अगर बात की जाये तो हालात ऐसे हैं कि राजधानी के कई इलाकों में AQI 500 के पास पहुंच चुका है। यानि 'बहुत गंभीर' स्थिति में। वहीं बाकी इलाकों की स्थिति भी खराब और बहुत खराब ही है। मसलन दिन पर दिन दिल्ली की वायु वायु गुणवत्ता खराब से खराब होती जा रही है और लोग शुद्ध और साफ हवा को तरस रहे हैं। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार, 0 से 50 के बीच AQI को 'अच्छा', 51 से 100 को 'संतोषजनक', 101 से 200 को 'मध्यम', 201 से 300 को 'खराब', 301 से 400 को 'बहुत खराब' और 401 से 500 को 'गंभीर' माना जाता है।