राहुल गांधी ने मीडिया से कहा- सदन में मुझे बोलने नहीं देते; संसद सत्र के पहले दिन ही हंगामा, लोकसभा की कार्यवाही स्थगित की गई

Rahul Gandhi Says Me Not Allowed To Speak In House
Parliament Monsoon Session: आज सोमवार (21 जुलाई) से संसद के मानसून सत्र की शुरुवात हो गई है। सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने इस मानसून सत्र को 'ऑपरेशन सिंदूर' से जोड़ते हुए इसे 'विजयोत्सव' का समय बताया। लेकिन जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो इस बीच पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में हंगामा हो गया। विपक्ष ने लगातार नारेबाजी की।
इधर हंगामे को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई। इससे पहले भी हंगामे के चलते 12 बजे तक कार्यवाही स्थगित की गई थी। वहीं कार्यवाही स्थगित होने के बाद सदन से बाहर निकले नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत करते हुए सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। राहुल ने कहा कि, मैं विपक्ष का नेता हूं, लेकिन फिर भी मुझे सदन में बोलने ही नहीं दिया जाता।
दरअसल राहुल गांधी ने कहा, "सवाल ये है कि सदन में रक्षा मंत्री को बोलने दिया जाता है, मतलब सरकार के लोगों को बोलने दिया जा रहा है लेकिन अगर विपक्ष का कोई नेता कुछ कहना चाहता है तो इसकी अनुमति नहीं है। मैं विपक्ष का नेता हूं मेरा हक है, मुझे कभी बोलने ही नहीं देते हैं, जबकि परंपरा कहती है कि यदि अगर सरकार की तरफ से लोग बोल सकते हैं, तो हमें भी बोलने की जगह मिलनी चाहिए।''
वहीं राहुल के पक्ष में आते हुए कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "अगर सरकार) तैयार है तो चर्चा करे। विपक्ष के नेता को बोलने से क्यों रोका जा रहा है। उन्हें (राहुल गांधी) को बोलने देना चाहिए। चर्चा दोनों तरफ से बोलने पर होती है। लेकिन सरकार यह नहीं चाहती। वहीं लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, "सरकार हर मुद्दे पर जवाब देना चाहती है। सदन चलाना चाहिए। सांसद यह ध्यान रखें कि वह यहां नारे लगाने नहीं आए हैं। सदन नियमों और विनियमों के अनुसार चलता है। नियमों के अनुसार उठाए गए सभी मुद्दों पर चर्चा होगी।"
किरेन रिजिजू ने कहा- विपक्ष का हंगामा ठीक नहीं
पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों की नारेबाजी पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, सरकार चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्षी सांसद यहां सदन के वेल में विरोध कर रहे हैं। मानसून सत्र के पहले दिन इस तरह विरोध करना सही नहीं है। वहीं ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा, "सरकार किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए पूरी तरह तैयार है।"
वहीं बीजेपी सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा, "ये सदन जनता की आकांक्षाओं का सर्वोच्च फोरम है। ये सत्र तब हो रहा है जब पूरी दुनिया ने भारत के सैन्य पराक्रम को देखा है। जब पूरी दुनिया ने देखा कि 22 मिनट के अंदर जिस तरह से पाकिस्तान के अंदर हमारी सेनाओं ने उनके आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया। ये समय विजयोत्सव का है। आज विपक्ष क्यों हंगामा कर रहा है? जबकि सरकार विपक्ष के हर विषय पर चर्चा करने और जवाब देने के लिए तैयार है।
बीजेपी सांसद ने कहा कि, प्रधानमंत्री भी लगातार इस बारे में जवाब दे रहे हैं लेकिन सदन में हंगामा करना कांग्रेस की आदत बन गई है। खुद राहुल गांधी सदन में नहीं बैठते हैं। वे बाहर बहुत सवाल उठाते हैं लेकिन सदन के अंदर जब सवाल पर चर्चा होती है तब वे नहीं बोलते हैं। ये देश देख रहा है कि विपक्ष केवल हंगामा करना चाहता है। बिहार में विपक्ष द्वार SIR के विरोध पर उन्होंने कहा, "पहले विपक्ष हार का ठीकरा EVM पर फोड़ती था लेकिन इस बार हार को स्वीकार करते हुए ठीकरा मतदाता सूची पर फोड़ रहे हैं।