शिक्षा मंत्री द्वारा सभी शैक्षणिक संस्थानों को पुनः खोलने की घोषणा

Reopening of all Educational Institutions

Reopening of all Educational Institutions

सरकारी स्कूल सोमवार को खुलेंगे लेकिन कक्षाएँ मंगलवार से शुरू होंगी

डिप्टी कमिश्नरो को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों को लेकर फ़ैसला लेने के अधिकार दिये

चंडीगढ़, 7 सितंबर: Reopening of all Educational Institutions: प्रदेश में हाल ही में आई भयंकर बाढ़ और भारी बारिशों के बाद हालात पहले की तरह हो रहे हैं, इसको देखते हुये पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने आज प्रदेश के सभी स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, पॉलिटेक्निक संस्थानों और आई.टी.आई. सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों को 8 सितंबर से पुनः खोलने की घोषणा की है। साथ ही गंभीर रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में इन संस्थानों को बंद रखने संबंधी फ़ैसला लेने का अधिकार डिप्टी कमिश्नरों को दिया गया है।

इन संस्थानों को पुनः खोलने की योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए श्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि निजी स्कूल 8 सितंबर को शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए पुनः खुलेंगे। इसके साथ ही भवन और कक्षाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना स्कूल प्रबंधन की ज़िम्मेदारी होगी। सरकारी स्कूलों की समय-सारणी अलग होगी: शिक्षक और स्टाफ़ 8 सितंबर को निरीक्षण, सफ़ाई और नुक़सान का जायज़ा लेकर रिपोर्ट करेंगे तथा विद्यार्थियों की कक्षाएँ 9 सितंबर से दोबारा शुरू होंगी। उन्होंने स्कूल प्रमुखों को निर्देश दिया कि वे एस.एम.सीज़., पंचायतों और नगर परिषदों की मदद से सरकारी स्कूलों की सफ़ाई सुनिश्चित करें और यदि इमारत या क्लासरूम को कोई नुक़सान हुआ है तो इसकी रिपोर्ट तुरंत डिप्टी कमिश्नर, एस.डी.एम. या इंजीनियरिंग विभाग को दें, ताकि विद्यार्थियों और स्टाफ़ की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

उन्होंने आगे कहा कि कॉलेज, विश्वविद्यालय, आई.टी.आईज़. और पॉलिटेक्निक संस्थान 8 सितंबर से शिक्षकों और विद्यार्थियों दोनों के लिए नियमित रूप से शुरू हो जाएंगे।

विद्यार्थियों और स्टाफ़ की सुरक्षा पर ज़ोर देते हुए शिक्षा मंत्री श्री हरजोत सिंह बैंस ने प्रशासन को निर्देश दिया कि वे शैक्षणिक संस्थानों के क्रियाशील और सुरक्षित होने को सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएँ। स्कूल प्रमुखों और प्रबंधन समितियों को पानी की निकासी और इमारतों की अच्छी तरह सफ़ाई सुनिश्चित करने की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है।