तिरखा कॉलोनी के प्रशांत पन्नू को भारतीय नौसेना में मिला सब लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन
Sub Lieutenant in Indian Navy
बेटे को सब लेफ्टिनेंट की वर्दी में देख छलक उठे परिजनों के खुशी के आंसू
प्रशांत पन्नू का अब अगला लक्ष्य लेफ्टिनेंट कमांडर बनकर देश की सेवा करना
फरीदाबाद। दयाराम वशिष्ठ: Sub Lieutenant in Indian Navy: बल्लभगढ की तिरखा कॉलोनी में रहने वाले प्रशांत पन्नू को भारतीय नौसना में सब लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन मिला है। कठोर ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद 30 नवंबर 2024 को जब केरला के ऐजीमाला एकेडमी (आईएनए) में आयोजित भव्य समारोह में बेटे को सब लेफ्टिनेंट की वर्दी में देखा तो परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनके खुशी के आंसू झलक उठे।
प्रशांत पन्नू ने अपनी 10वीं की पढ़ाई टैगोर अकादमी पब्लिक स्कूल से और 12वीं की पढ़ाई मॉडर्न दिल्ली पब्लिक स्कूल से पूरी की। उनके पिता प्रदीप राज, जी ई मोटर्स प्राइवेट लिमिटेड, सेक्टर 12 में कर्मचारी हैं और उनकी माता कांता देवी गृहणी हैं। प्रशांत को बचपन से ही सशस्त्र बलों में शामिल होने का जुनून था। उन्होंने 10वीं कक्षा से ही इसकी तैयारी शुरू कर दी थी। अपने शिक्षकों और स्कूल के प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में उन्होंने एनडीए की लिखित परीक्षा पहले ही प्रयास में पास कर ली, लेकिन एसएसबी में कहीं कमी रह गई और वे कॉन्फ्रेंस आउट हो गए।
बावजूद इसके, उन्होंने हार नहीं मानी और अधिक समर्पण और उत्साह के साथ दोबारा तैयारी की। दूसरे प्रयास में उन्होंने लिखित परीक्षा के साथ-साथ एसएसबी भी पास कर लिया और भारत की प्रतिष्ठित सशस्त्र सेनाओं में सेवा करने के लिए चयनित हो गए। यात्रा और नई जगहों का अन्वेषण करने की उनकी रुचि के कारण, उन्होंने भारतीय नौसेना को अपनी कोर सेवा के रूप में चुना और 9 मई 2021 को 107वीं आईएनएसी कोर्स के हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना अकादमी में शामिल हुए।
प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न खेलों और गतिविधियों में महारत हासिल की, जिनमें से घुड़सवारी (इक्वेस्ट्रियन) में उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। उन्होंने कई इक्वेस्ट्रियन चैंपियनशिप जैसे दिल्ली हॉर्स शो और आर्मी इक्वेस्ट्रियन चैंपियनशिप में भाग लिया और कुल 3 स्वर्ण पदक, 3 रजत पदक और 2 कांस्य पदक जीते। आईएनए में की गई कठोर ट्रेनिंग को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद उन्हें 30 नवंबर 2024 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा कमीशन दिया गया।
प्रशांत पन्नू का अगला लक्ष्य लैफ्टिनेंट कमांडर बनकर देश की सेवा करना
पिता प्रदीप राज मूल रूप से हरियाणा के जिला सोनीपत में गोहाना के गांव छतैहरा के रहने वाले हैं। उन्होंने बच्चों के भविष्य की खातिर गांव छोडा और 25 साल पहले फरीदाबाद में आकर बस गए। उसने सपने में भी नहीं सोचा था कि उसका बेटा एक दिन भारतीय नौसना में सब लेफ्टिनेंट बनेगा। अब प्रशांत पन्नू का अगला लक्ष्य लैफ्टिनेंट कमांडर बनकर देश की सेवा करना है।
… और लाडले को सब लेफ्टिनेंट की वर्दी में देख झलक उठे परिजनों के समारोह में आंसू
केरला में आयोजित समारोह में पिता प्रदीप राज व माता कांता देवी, चाचा प्रिय दीप राज, और चाची मीरा देवी ने
जब अपने लाडले को सब लेफ्टिनेंट की वर्दी में देखा तो वे अपने खुशी के आंसूओं को रोक नहीं सके। उन्होंने अपने लाडले को गले लगाया और बद्दी पहनाकर देश सेवा करने का आशीर्वाद दिया। दादा प्रेम सिंह पन्नू व दादी राजपति देवी ने गोहाना के गांव छतैहरा से फोन पर अपने लाडले को बधाई देते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की।