AMU गोलीकांड में एक कर्मचारी की अस्पताल में मौत, दूसरे की हालत गंभीर, बदमाशों ने कैंपस में मारी थी गोली
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AMU गोलीकांड में एक कर्मचारी की अस्पताल में मौत, दूसरे की हालत गंभीर, बदमाशों ने कैंपस में मारी थी गोली

AMU firing incident

AMU firing incident

AMU firing incident: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय कैंपस में तीन दिन पहले बुधवार को दो भाईयों को बदमाशों ने गोली मार दी थी. दोनों एएमयू में काम करते थे. इनमें से एक भाई नदीम की इलाज के दौरान जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में मौत हो गई. इस घटना को अंजाम देने वाले दो हमलावरों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया था. 

मृतक नदीम और उसका भाई कलीम AMU के रजिस्ट्रार ऑफिस में तैनात थे. पिछले सप्ताह बुधवार को क्वार्टर से ऑफिस जाते समय बदमाशों ने मिंटोई चौराहे पर दोनों को गोली मार दी थी.  बदमाशों ने करीब चार से पांच राउंड गोली चलाई थी. मौके से तीन हमलावरों को विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मियों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था. 

24 जुलाई को हुई थी गोलीबारी

नदीम और कलीम सगे भाई थे. दोनों मूल रूप से जवां थाना इलाके के निवासी हैं. अभी इनका परिवार सिविल लाइन थाना इलाके के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नौकरी मिलने के बाद से कैंपस में ही रहता है. आरोपी पक्ष और पीड़ित पक्ष के बीच पहले से मुकदमे बाजी चल रही थी. उसी पुरानी रंजिश के चलते 24 जुलाई को  नदीम और कलीम दोनों भाई पर कैंपस में ड्यूटी जाने के दौरान बाइक सवार तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी  थी.

नदीम के पेट में लगी थी गोली

इस घटना में नदीम महबूब के पेट में गोली लगी. जबकि कलीम महबूब के सिर के पास से गोली छूकर निकल गई. 24 जुलाई से लगातार दोनों भाइयों का उपचार जेएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा था. रविवार सुबह करीब 6:00 बजे नदीम महबूब की उपचार के दौरान मौत हो गई. वहीं, कलीम महबूब की हालत अभी स्थिर बताई जा रही है.  नदीम के परिजन व स्टाफ ने एएमयू प्रबंधन से मांग की है कि मृतक के परिवार में से किसी को नौकरी दी जाए और घायल का उपचार ठीक से कराया जाए.

पुरानी रंजिश में मारी गई है गोली

घटना के पीछे पुरानी रंजिश बताई गई थी. मृतक की पत्नी ने बताया था कि स्थानीय तालिब गैंग के गुंडे उनके परिवार के पीछे पड़े हैं. क्योंकि एक बदमाश उनकी बेटी को परेशान करता था. इस वजह से पति ने बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. इसके बाद से ही बदमाशों उनके जान के दुश्मन बन गए थे. 

मृतक के परिवार वालों के अनुसार एक बार पहले भी नदीम के ऊपर गोलीबारी हुई थी. उसमें वह बाल-बाल बच गया था. इस बार फिर बदमाशों ने उसे गोलियों का निशाना बनाया. गोली लगने से घायल होने के बाद अस्पताल में इलाज के दौरान आज नदीम की मौत हो गई. नदीम को पेट और हाथ में गोली लगी थी.