कुमाऊँ मंडल के लोक पर्व हरेला वाले दिन सेक्टर 42 में पौधारोपण अभियान चलाया गया

Kumaon Mandal's folk festival Harela
Kumaon Mandal's folk festival Harela: कुमाऊं सभा, चंडीगढ़ और स्पोर्ट्स डिपार्मेंट के खिलाड़ियों द्वारा उत्तराखंड विशेष रूप से कुमाऊँ मंडल के लोक पर्व हरेला वाले दिन सेक्टर 42 में पौधारोपण अभियान चलाया गया। हरेला का पर्व शिव पार्वती के विवाह से भी जुड़ा हुआ है। हरेला का अर्थ है हरियाली, यह त्यौहार सावन माह के आने का और प्रकृति के प्रति अपने आभार प्रकट करने का त्यौहार है। यह पर्व सिर्फ एक त्यौहार ना होकर मनुष्य और प्रकृति के घनिष्ठ संबंधों का प्रतीक है। हरेला से 9 दिन पूर्व घर-घर में मिट्टी और बांस की टोकरी में हरेला बोया जाता है। हरेला बोने में सात प्रकार के अनाजों का प्रयोग किया जाता है। दसवें दिन इन अनाज के बीजों से जो अनाज की बाली पैदा होती है उसे ही हरेला कहते हैं। दसवें दिन हरेले को सबसे पहले मंदिर में चढ़ाया जाता है। उसके बाद इन हरेले के तिनकों को सबके सिर पर आशीर्वाद के रूप में इसे रखा जाता है। यह पर्व नए फसलों की शुरुआत का प्रतीक भी है। ऐसा माना जाता है कि जितना बढ़िया हरेला होगा उतनी ही बढ़िया फसलें भी होंगी। इस दिन नए पेड़ लगाने की परंपरा भी है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन लगाए जाने वाले पेड़ खूब फलते-फूलते हैं। इस अभियान में विभिन्न प्रजातियों के फलदार, छायादार और औषधीय वृक्ष लगाए गए और सभी ने इन पौधों की अगले 2 वर्ष तक देखभाल करने की प्रतिज्ञा भी ली। इस पौधारोपण अभियान में तकरीबन सौ वृक्ष लगाए गए। सभा के मीडिया प्रभारी शशि प्रकाश पांडेय ने बताया कि इस अवसर पर कुमाऊं सभा की समस्त कार्यकारिणी, सलाहकार, महिला शक्ति, हैंडबॉल कोच नंदलाल वर्मा और उनके खिलाड़ी, ग्रीन इंडिया ग्रेट इंडिया टीम के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे। कुमाऊं सभा के प्रधान मनोज रावत ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। इस जिम्मेदारी में पेड़ लगाने के साथ-साथ हमें नदियों, झीलों, पहाड़ों को भी प्लास्टिक और अन्य कचरे से बचना होगा तभी हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा। सभा के महासचिव दीपक परिहार ने बताया कि नई पीढ़ी को अपनी संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने का प्रयास सभा आगे भी करती रहेगी। हैंडबॉल कोच नन्दलाल वर्मा ने खिलाड़ियों को समझाया कि एक अच्छा खिलाड़ी बनने के साथ-साथ सभी को सामाजिक दायित्व भी निभाने चाहिए I कुमाऊं सभा द्वारा इस त्योहार के उपलक्ष्य में मिठाइयां बांट कर सभी का मुंह मीठा भी किया गया।