Now the best health and wellness centers of the country will be in Chandigarh

अब देश के बेहतरीन हेल्थ व वेलनैस सेंटर होंगे चंडीगढ़ में

Helth-Centre-Chandigarh

Now the best health and wellness centers of the country will be in Chandigarh

हेल्थ सेक्रेट्री ने तत्काल लिया एक्शन, सूरतेहाल बदलने के आदेश

अर्थ प्रकाश/साजन शर्मा

चंडीगढ़। चंडीगढ़ के हेल्थ सेंटरों की सूरत जल्द बदलने जा रही है। एडवाइजर धर्मपाल ने नेशनल हेल्थ मिशन की स्टेट लेवल गवर्निंग बॉडी की 26 अप्रैल को हुई मीटिंग में चंडीगढ़ के हेल्थ सेंटरों की सूरत सबसे बेहतरीन होने की जो इच्छा जाहिर की थी उसे स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने महज एक माह के दौरान ही अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। यूटी के चीफ इंजीनियर सीबी ओझा ने बताया कि पहले हेल्थ एवं वेलनैस सेंटरों को नगर निगम के सुपुर्द किया गया था लेकिन बाद में यूटी प्रशासन के पास ये आ गए। कोरोना के चलते हेल्थ व वेलनैस सेंटरों की बीते दो तीन साल से रिपेयर व मेंटेनेंस नहीं हो पाई। डायरेक्टर हेल्थ सर्विस ने कहा कि सेंटरों में हॉर्टीकल्चर का काम जिसमें घास काटना व यहां लगी बूटियां इत्यादि हटाकर साफ सफाई करनी होगी।
 

तय किया गया कि हेल्थ सेंटरों का एक स्टैंडर्ड इनफ्रास्ट्रक्चर होगा। यहां महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग अलग शौचालय होंगे। पीने के पानी की व्यवस्था होगी। अग्निशमन उपाय किये जाएंगे। लैन कनेक्टीविटी के साथ कंप्यूटर लगाये जाएंगे। 25 से 35 मरीजों व तीमारदारों के लिए समुचित कुर्सियां इत्यादि लगाकर वेटिंग एरिया बनाया जाएगा। टेली-कंसलटेशन एवं डायगनोस्टिक सेवाएं भी यहां रहेंगी। यहां स्पोक-हब प्रोसेस व इमरजेंसी एरिया भी होगा। चूंकि डिस्पेंसरियों के रेनोवेशन से पहले आर्कीटेक्ट विंग को पूरा डिजाइन तैयार करना होगा जिसमें समय लगना लाजिमी है लिहाजा सेंटरों में जो स्पेस उपलब्ध है, उसी का बेहतर इस्तेमाल करना होगा। अगर कहीं सेंटर में कंस्ट्रक्टिड एरिया कम है या वहां इंटर्नल कुछ बदलाव किये जा सकते हैं तो तभी वहां अतिरिक्त कंस्ट्रक्शन की दिशा में बढ़ा जाए। इसमें आर्कीटेक्चर विंग की मदद ली जाए। हेल्थ व वेलनैस सेंटरों में टॉयलेट, पेंट, सीपेज, ड्रेनेज, मेंटेनेंस, इलेक्ट्रीकल, इलेक्ट्रीसिटी इत्यादि का मुद्दा डायरेक्टर हेल्थ सर्विस ने उठाया। चीफ इंजीनियर सभी जगह जाकर टीम के साथ इसे चैक करेंगे और जहां जरूरत होगी उसमें बदलाव किया जाएगा। तय किया गया कि टायलेट में ग्रेनाइट फ्लोरिंग की जाएगी। दीवारों पर टाइलें लगेंगी व सेनीटरी फिटिंग बदली जाएगी। सेंटर की पुरानी खिड़कियां व दरवाजे व इसमें लगने वाले तमाम उपकरण बदले जाएंगे। इलेक्ट्रीकल फिटिंग में एलईडी लाइटें लगेंगी व बिजली बचाने वाले पंखे व अन्य उपकरण लगाये जाएंगे। 25 मरीजों के लिए बेहतरीन बैंचों के साथ वेटिंग स्पेस सब सेंटरों में बनेगा। टेली-कंसलटेशन रूम में एयर-कंडीशन उपलब्ध रहेगा। पार्किंग में उचित स्पेस होगा व पेवर ब्लॉक लगाए जाएंगे। सभी सेंटरों में यूनिफॉर्म साइनबोर्ड लगेंगे। सरकार की स्कीमों से संबंधित एक ही बोर्ड सब डिस्पेंसरियों में लगाये जाएंगे। पेंटिंग व डिस्टेंपरिंग का काम नये सिरे से होगा। डायरेक्टर हेल्थ सर्विस कंप्यूटर हार्डवेयर जिसमें सभी जरूरी मॉड्यूल, सॉफ्टवेयर जैसे ई-हास्पिटल व ई-संजीवनी होंगे इंस्टॉल किये जाएंगे। एनआईसी की मदद से लैन एवं इंटरनेट की कनेक्टीविटी भी रहेगी। सेक्रेट्री, हेल्थ यशपाल गर्ग ने आदेश दिया कि डायरेक्टर हेल्थ सर्विस हेल्थ व वेलनैस सेंटरों की अपग्रेडेशन से पहले व होने के बाद की तस्वीरें तैयार करेंगी ताकि इन्हें एडवाइजर व प्रशासन को दिखाया जा सके।